दोस्तो,
मेरा नाम रिंकू है. मैं एक डाक्टर हूँ.
यह बात उस वक्त की है जब मैं इंदौर के एक अस्पताल में ड्यूटी करता था.
उसी दौरान मेरी मुलाकात एक लड़की से हुई, जिसका नाम सपना था.
मैंने उसे जब पहली बार देखा तो मैं देखता ही रह गया.
क्या मस्त गांड थी उसकी … और उसके बूब्स बहुत ही सेक्सी थे.
अगर कोई उसे सपने में भी याद करे तो उसके लंड का पानी ऐसे ही निकल जाए.
मैं उसे देख कर ठगा सा ही रह गया था.
वह एक कमसिन कली की तरह लग रही थी.
उसकी पतली कमर को देख कर ही मैं उस पर फिदा हो गया था.
मैंने अपने आप पर किसी तरह से काबू किया और उसे याद करता हुआ अपने केबिन में आ गया.
सपना की जानकारी की तो वह अपने किसी रिश्तेदार के साथ अस्पताल आई हुई थी.
वह दिन निकल गया और सपना अस्पताल से घर चली गई.
रात को कोई दूसरा व्यक्ति उस मरीज की तीमारदारी करने आया था.
मरीज का मर्ज लंबा चलने वाला था तो उससे मेरी रोज नजरें मिलने लगी थीं.
धीरे धीरे कुछ दिन ऐसे ही निकलते गए.
हम दोनों एक दूसरे को देख कर स्माइल देने लगे और देखने लगे.
मैं उससे बात करना चाहता था … पर एक अनजाना सा डर लगता था कि कहीं ये किसी को नहीं बता दे.
जब मैं उसके साथ के मरीज को देखने जाता था तो वह मेरे एकदम करीब होकर मेरी सलाह को सुनती थी.
मैं भी उसकी आंखों में अपनी आंखें डाल कर उसे पढ़ने की कोशिश करता था.
वह बड़ी मीठी सी मुस्कान देकर मुझसे बात करती थी और हर चीज को समझने के बाद बड़ी मीठी सी आवाज में ‘ओके सर’ कहती तो मेरे दिल में उसके लिए बड़ी मुहब्बत सी जाग जाती थी.
मेरा मन करता था कि उसके गाल पर हाथ फेर कर चुम्मी ले लूँ.
पर मैं ऐसा कर नहीं सकता था.
उसके पास से वापस केबिन में आने के बाद मुझे हर हाल में बाथरूम जाना पड़ता था और उसकी याद में अपने लौड़े को हिलाना पड़ता था.
अब तो मेरे साथ वाले भी उसको लाइन मारने में लग गए थे क्योंकि वह हंसी मजाक वाली लड़की थी, तो सबको लगता था कि वे उसे पटा लेंगे.
पर वह इतने सस्ते में किसी को घास डालने वाली नहीं थी.
एक दिन जब मुझे पता चला कि कल वह चली जाएगी.
तो मैं बेचैन हो गया और सोचने लगा कि कैसे इससे बात करूँ और इसका नंबर लूँ!
मैंने हिम्मत करके उससे उसका नंबर मांगा.
तो उसने झट से मुझे नंबर दे दिया.
वह मुझसे मासूमियत से बोली- क्या मैं आपसे दवा के बारे में फोन से सलाह ले सकती हूँ?
मैंने कहा- हां जरूर … किसी भी वक्त तुमको लगे कि तुम्हें मेरी जरूरत है तो तुम मुझे कॉल कर सकती हो!
वह थैंक्स बोल कर मुस्कुरा दी.
अब हम दोनों एक दूसरे से व्हाट्सएप पर बातें करने लगे.
सामान्य बातों से शुरू हुआ दौर हंसी मजाक वाले चुटकुलों तक आ गया. गुड नाइट और गुड मॉर्निंग अब बेनागा होने लगी थी.
कुछ दिन बाद मैंने हिम्मत करके उसे कॉल किया तो वह भी प्यार से बात करने लगी.
एक सप्ताह तक ऐसे ही चलता रहा.
फिर मैंने उसके मन की बात जानने के लिए एक दिन मजाक में उससे कहा- मुझे तुमसे प्यार हो गया है!
तो वह बोली- लड़कों को यूं ही प्यार हो जाता है.
मैंने कहा- अच्छा … इसका मतलब लड़कियों को किसी लड़के से प्यार नहीं होता है?
वह हंस दी और बोली- सच कहूँ तो प्यार-व्यार सब दिखावा होता है.
मैंने कहा- ऐसा क्यों कह रही हो … क्या पहले किसी ने धोखा दिया है?
वह चुप हो गई.
अब मुझे डर था कि कहीं ये मना न कर दे, पर उसने कुछ नहीं बोला तो मेरा हौसला और बढ़ गया.
मैंने उससे कहा- मैं सबकी तरह नहीं हूँ. मुझसे तुम कभी शिकायत नहीं कर पाओगी.
वह हंस दी और बोली- कैसी शिकायत की बात कर रहे हैं डॉक्टर साब?
मैंने कहा- किसी भी तरह की शिकायत की बात कर रहा हूँ.
वह बोली- चलिए देखते हैं.
यूं ही हम दोनों के बीच काफी कुछ खुल कर चलने लगा था.
फिर एक दिन मैंने उससे मिलने के लिए बोला.
तो पहले तो वह मना करने लगी … पर बाद में मान गई.
उस दिन पहली मुलाकात थी हमारी.
मैं उसे बाइक से एक सुनसान जगह पर ले गया और वहां बैठ कर बातें करते हुए उससे प्यार जताने लगा.
जब उसने मेरी किसी बात का विरोध नहीं किया तो मैंने उसे बांहों में भर लिया और उसके होंठों पर किस कर दिया.
वह भी गर्म हो गई थी तो कुछ नहीं बोल रही थी.
धीरे धीरे हम दोनों के होंठ लड़ने लगे और मैंने अपनी जीभ उसके मुँह में ठेल दी.
वह भी मजे से मेरी जीभ को चूसने लगी.
हम दोनों के बीच उत्तेजना बढ़ने लगी थी तो धीरे से मैं अपने एक हाथ को उसके बूब्स पर ले गया और हल्के हल्के से दबाने लगा.
उसे भी अपने मम्मे दबवाने में मजा आने लगा.
वह मीठी सीत्कार भरने लगी.
मैंने उसके एक दूध के निप्पल को अपनी दो उंगलियों में पकड़ कर उमेठ दिया.
वह आह करके कराह उठी.
मगर उसने मेरा हाथ अलग नहीं किया … तो मैं उसके निप्पल को हौले हौले से मींजने लगा.
थोड़ी देर तक ऐसे ही किस करने और बूब्स दबाने के बाद वह मुझसे अलग हो गई और उसने कहा- अब बस, बाकी फिर कभी करेंगे!
मैंने कहा- ओके … मगर बता तो दो कि वह फिर करेंगे वाला पल कब आएगा?
वह मुस्कुरा उठी और मेरे सीने से चिपक गई.
मैं उसके गाल पर हाथ फेरते हुए उसे प्यार करने लगा.
वह मुझसे अलग हुई और अपने कपड़े सही करने लगी.
मैं भी उससे जिद नहीं करना चाहता था तो मैंने उसे छोड़ दिया.
फिर हम दोनों वापस आ गए और अपने अपने घर चले गए.
उसके बाद मैं उससे ऐसे ही कॉल पर बात करने लगा और उसके साथ बिताए उन मीठे पलों को याद करके उसके साथ छेड़खानी करने लगा.
आखिर एक महीने बाद वह दिन आ ही गया, जिसका मुझे इंतजार था.
उसने मुझसे कहा- मुझे एग्जाम देने भोपाल जाना है, साथ चलोगे?
मैंने कहा कि हां मैं भी चलता हूँ. पर बाइक से चलेंगे!
वह मान गई.
मैं बाइक से उसे भोपाल ले गया और एक होटल में रूम बुक कर लिया.
हम दोनों बारह बजे होटल में आ गए थे.
उसका पेपर शाम 4 बजे से होना था तो मेरे पास बहुत टाइम था.
होटल में जाने के बाद में उसे बेइंतहा किस करने लगा और उसे सहलाने लगा.
वह भी मेरा साथ देने लगी.
हम दोनों एक दूसरे से लिपट कर चूम रहे थे.
मैंने धीरे धीरे उसके बूब्स दबाने शुरू कर दिए.
वह कामुक सिसकारियां लेने लगी और मेरे माथे पर हाथ फेरने लगी.
मैं उसके बूब्स को कपड़ों के ऊपर से ही दबा रहा था.
फिर मैंने उसकी टी-शर्ट और ब्रा को उतार दिया.
क्या बताऊं दोस्तो, मैं उसके ठोस बूब्स देख कर पागल हो गया … एकदम मुलायम मखमल जैसे बूब्स थे!
मैं उसके एक दूध को दबा रहा था तो दूसरे को अपने मुँह में भर कर चूस रहा था.
कभी उसकी चूची के गुलाबी निप्पल को होंठों में दबा कर काटता हुआ खींचता, तो वह सिहर उठती थी.
इसी तरह से हम दोनों प्यार में डूबते गए और धीरे धीरे मैंने उसकी जींस उतार दी और उसकी पैंटी पर हाथ फेरने लगा.
उसकी चूत के पानी से पैंटी पूरी तरह भीग चुकी थी.
चूतरस की महक से मैं और मदहोश हो गया और मैंने उसकी जींस और पैंटी उतार कर उसे पूरी नंगी कर लिया और उसकी गीली चूत को चाटने लगा.
जैसे ही मैंने चूत पर जीभ लगाई, वह एकदम से सिमट गई और उसने मेरे सर पर हाथ रख कर चूत पर दबा दिया.
मैं भी बुरी तरह से चूत को चाट रहा था.
मुझे चूत को चाटने में बहुत मजा आता है दोस्तो … लड़कियों को प्यास तो में चूत को चाट कर ही बुझा देता हूँ!
सपना की मखमली चूत को मैं बीच बीच में काट भी लेता था.
साथ में चूत में उंगली भी कर रहा था, जिससे वह बहुत उत्तेजित हो रही थी.
काफी देर तक चूत चाटने के बाद मैंने उसकी टांगें चौड़ी कर दीं और लंड को चूत से रगड़ने लगा.
सेक्सी न्यूड टीन गर्ल बोली- अब घुसा दो लंड को … सहन नहीं हो रहा है!
उसका सिग्नल मिलते ही मैंने पूरा लंड उसकी चूत में घुसा दिया.
क्या मस्त कोमल चूत थी उस नंगी लड़की की … उसने आंखें बन्द कर लीं और कसमसाते हुए अपने दोनों हाथों से बेड की चादर को खींचने लगी.
उसे दर्द हो रहा था, जो उसके चेहरे पर साफ दिख रहा था.
वह अपनी चीख को बड़ी सख्ती से दबाए हुई थी.
मैंने यह देखा तो मन में तय कर लिया कि उसका दर्द खत्म करना है तो इसे फुल स्पीड में चोदना पड़ेगा.
बस यही सोच कर मैं उसे और जोर जोर से चोदने लगा.
कुछ ही झटकों के बाद वह भी अपनी गांड उठा उठा मेरा साथ देने लगी.
दोस्तो, अगर कोई लड़की पूरे जोश से चुदे, तो मैं उसे दुगने जोश से चोदने लगता हूँ.
उसकी वासना की मस्ती देख कर मैं उसे हचक कर चोदते हुए उसके निप्पल को काट ले रहा था, तो वह सिहर जा रही थी.
उसको चोदते हुए मुझे लगा कि ये पहले भी किसी से चुदवा चुकी है, पर प्यासी है शायद इसने कई दिनों से लंड नहीं लिया है.
मैं उसे बुरी तरह से जोर जोर से चोदने लगा था.
वह वासना से भरी लड़की भी कमर उठा उठा कर चुदाने लगी थी.
मैं अपने पूरे लंड को उसकी चूत में डाल कर उंगलियों से उसकी चूत को सहलाने लगा, तो उसके जिस्म में एक करंट सा दौड़ने लगा.
यह देख कर मुझे भी जोश आ रहा था, मैं और जोर से चूत को सहलाने लगा.
वह भी अपनी चूत को मेरे लौड़े से मस्ती से चुदवा रही थी.
मैंने उसके कान में पूछा- कैसा लग रहा है?
वह एकदम से बदले हुए अंदाज में बोली- आज तक किसी ने नहीं चोदा मुझे इस तरह से … जिस तरह से तू चोद रहा है … साले मेरी चूत को फाड़ कर ही मानेगा क्या?
मैंने भी मजाक करते हुए बोला- चुदाई का मजा तो तड़प और दर्द में ही आता है मेरी छिनरो!
अब वह भी मादक निगाहों से मेरी तरफ देखने लगी.
मैं उसे और जोर जोर से चोदने लगा.
मेरे हर एक धक्के पर उसके मुँह से आह निकल रही थी और मैं अपनी धुन में उसे चोदता ही जा रहा था.
वह भी मेरे होंठों को मुँह में लेकर चूसने लगी और काटने लगी.
उसने मेरे गालों पर निशान बना दिए और बोलने लगी कि आज तक कभी किसी ने मुझे इस तरह से नहीं चोदा!
करीब एक घंटा तक उसे चोदने के बाद मैंने अपने लंड का पानी उसकी चूत के ऊपर निकाल दिया.
हम दोनों साथ में नहाए और नहाते हुए ही एक बार फिर से चोदने का मूड बन गया तो मैं उसे फिर से चोदने लगा.
ऐसे ही उस दिन मैंने उसे दो बजे तक 3 बार चोदा. फिर वह सो गई और शाम को एग्जाम देने गई.
उसके बाद हम दोनों इंदौर में साथ रहने लगे तो मैं उसे रोजाना चोदने लगा था.