यह बात कोरोना काल के समय के बाद की है.
मेरी एक छात्रा थी जो पिछले साल मुझसे पढ़ती थी और मुझे पसंद करती थी.
उसका नाम शिवानी था।
पता नहीं कब उसे मुझसे प्यार हो गया.
वह मुझे देखती रहती थी परंतु मैंने कभी गौर नहीं किया और न ही मेरे मन में कभी भी ऐसा कोई विचार आया.
फिर एक दिन मैंने इंस्टाग्राम चलाना शुरू किया और कुछ दिन बाद उस लड़की ने मुझे फॉलो करना स्टार्ट कर दिया.
वैसे वह दिखने में अच्छी थी और उसके बूब्स भी उभर गए थे.
मैंने उससे थोड़ी बहुत बात की परंतु ज्यादा बात नहीं की क्योंकि मुझे उसकी बातों से लगा कि वह कुछ और ही चाहती है.
उसने बोला- एक दूसरी लड़की ने कहा है कि आप उसके बॉयफ्रेंड हैं.
मैंने कहा- यह झूठ है. इस तरह की बात करना मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं है.
बस मैंने उस लड़की से बात करना बंद कर दिया.
अब वह लड़की स्कूल में मुझे देखती रहती और उदास सी रहने लगी.
तो मैंने इंस्टाग्राम पर उसको मैसेज किया और पूछा- उदास क्यों रहती हो?
तब वह बोली- सर मैं आपसे प्यार करती हूँ.
मैंने कहा- तुम मुझसे छोटी हो, मेरी बेटी जैसी हो.
वह बोली- बेटी तो नहीं हूँ ना!
मैं चुप रह गया.
वह बोली- आप बस ‘आई लव यू’ बोल दो और बात कर लिया करो … मेरे लिए इतना बहुत है. वर्ना मैं कभी खुश नहीं रह सकूँगी!
जब उसने इस तरह की बात कही तो मेरे दिल में कहीं न कहीं एक मर्द ने मुझे हिला दिया था.
तब भी मैंने कुछ दिन तक उसको टालने की कोशिश की.
पर जब वह नहीं मानी तो मैंने सोचा वह खुद को नुकसान न पहुंचा ले, इसलिए मैंने उसको हां बोल दिया.
मैंने उससे ‘आई लव यू’ भी कह दिया.
अब वह खुश रहने लगी और यह Xxx गर्ल स्टूडेंट सेक्स कहानी शुरू हो गयी.
हम दोनों के मध्य मीठी मीठी बातें चलने लगीं.
मैंने उससे सेक्सी बातें करने के लिए एकदम से मना कर दिया था ताकि वह लड़की अपनी हद पार न कर सके.
मगर वजह जवान थी और उसे प्यार में सब कुछ खुल कर बात करने की चाह थी.
अब मेरा मर्द मन अब तक खुद को रोक पाता … आखिर मैं भी उसके साथ रसीली बातें करने लगा.
एक दिन मैंने उससे मजाक में पूछा- तुमने कभी किस की है क्या?
वह बोली- मुझे किस करना नहीं आता. लेकिन आप करोगे तो मना नहीं करूंगी.
मैंने उससे कहा- कल मैं चाय बनाने के लिए तुम्हें अन्दर बुलाऊंगा तो तुम किचन में आ जाना.
वह बोली- ठीक है.
अगले दिन मैंने उसको किचन में बुलाया और वह आ गई.
मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर रख दिए और उसके होंठों को चूसने लगा.
मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था और मेरा लौड़ा खड़ा होने लगा.
मेरी उत्तेजना बढ़ने लगी तो मेरे हाथ उसकी कमीज में से होते हुए उसके बूब्स पर चले गए और मैं उनको दबाने लगा.
कसम से इतने सख्त बूब्स आज तक नहीं देखे थे.
किस करते करते मैंने उसके होंठों को काट भी लिया क्योंकि जोश जोश में कुछ पता ही नहीं लगा.
मजा तो बहुत आ रहा था लेकिन क्या करता, ज्यादा देर साथ में रह नहीं सकते थे.
फिर हम दोनों बाहर आ गए.
अब रोज चाय बनाने के बहाने मैं उसको उसको बुलाता और किस करता.
कभी जब वह अकेली आती होती तो उसे अकेले पढ़ाता और किस करता.
एक दिन मेरी इच्छा हुई कि उसकी चूत पर हाथ फेरा जाए.
पर मौका नहीं मिल रहा था.
फिर अर्धवार्षिक परीक्षा आ गई तो मौका मिल गया.
मैंने अलग कमरे में एक एक करके स्टूडेंट्स को बुलाया.
जब उसको बुलाया तो पहले उसको किस किया, फिर उसके बूब्स दबाए और उससे कहा कि सलवार का नाड़ा खोलो.
उसने थोड़ा नाड़ा ढीला कर दिया और मेरा हाथ उसकी सलवार और पैंटी में से होते हुए उसकी बुर पर जा पहुंचा.
उसकी बुर पर बहुत छोटे छोटे बाल थे.
मैंने जैसे ही चूत पर हाथ फेर कर मसला तो वह सिहर उठी.
वह बोली- सर मत करो!
मैंने कहा- मजा नहीं आ रहा क्या?
तो बोली- मजा तो आ रहा है, पर कोई आ जाएगा!
लेकिन मैं नहीं माना और हाथ फेरता रहा.
मुझे मजा ही बहुत ज्यादा आ रहा था, छोड़ने का मन ही नहीं कर रहा था.
इतने में उसने पानी छोड़ दिया.
फिर वह बाहर चली गई.
कुछ दिन बाद मुझे मौका मिला तो मैंने उसको किस किया और उसके बूब्स दबाए.
मेरे दबाने से उसके बूब्स का साइज बड़ा हो गया था तो बहुत मजा आ रहा था.
मैंने उससे कहा- मेरी पैंट में हाथ डाल कर लंड को सहला दो.
उसने सहलाना शुरू कर दिया.
कसम से बहुत मस्त हिलाया था उसने … बहुत मजा आया.
मैंने बाथरूम में जाकर मुठ मारी.
फिर कुछ दिन वह स्कूल नहीं आई, तो मैंने सोचा कि कैसे उसके पास जाया जाए.
फिर एक दिन बोर्ड परीक्षा का फॉर्म आ गया तो उसकी फोटो नहीं थी.
मैं बहाने से घर गया और उससे पूछा- स्कूल क्यों नहीं आती!
तो वह बोली- घर पर कोई नहीं है, सब गुजरात गए हैं.
फोटो लेने के बहाने मैं उसे अन्दर ले गया और उसको चूमना शुरू कर दिया, उसकी शर्ट को ऊपर करके उसके बूब्स को चूसना शुरू कर दिया.
काफी देर तक चूसने के बाद उसकी चूत में उंगली की.
वह मस्त होने लगी और मेरी पैंट में हाथ डाल कर मेरे लंड को मसलने लगी.
हम दोनों को पूरा जोश आ गया.
मैंने उससे कहा- मेरा लौड़ा चूसोगी?
वह बोली- आप कहोगे तो चूस लूंगी.
फिर उसने चूसना शुरू किया, बहुत ही अच्छे से चूस रही थी … जैसे कब की प्यासी हो.
मुझे भी मजा आ रहा था.
काफी देर बाद जब मेरा माल निकलने वाला था तो मैंने उसे बताया कि मेरा निकलने वाला है!
तो वह इशारे से बोली- मेरे मुँह में ही झड़ जाओ.
फिर मैं उसके मुँह में झड़ गया और वह सारा वीर्य पी गई.
उसके बाद मैं स्कूल वापस आ गया.
अब जब भी मौका मिलता, हम दोनों शुरू हो जाते.
कुछ दिन बाद हम यह सब करते करते बोर हो गए.
मैंने कहा- जानेमन, अब तो तुम्हारे साथ सेक्स करके ही दिल को सुकून मिलेगा!
वह बोली- हां मैं भी बहुत दिनों से यही सोच रही थी कि अब चूत का खाता खुलवा लिया जाए.
मैं हंस दिया.
वह बोली- मैं चाहती हूं कि मैं अपनी ज़िंदगी की सबसे अनमोल चीज आपको दूँ ताकि मैं आपको याद रहूँ और मुझे भी मेरी पहली चुदाई याद रहे.
मैंने कहा- ठीक है, करेंगे कब और कहां?
वह बोली- मेरे घर वाले बाहर जा रहे हैं और आप घर आ जाना. मैं स्कूल नहीं आऊंगी. मेरी एक बहन है, उसको सब पता है … वह हेल्प करेगी.
मैंने सोचा कि चलो ठीक है.
अगले दिन मैं उसके घर आ गया.
वह और उसकी बहन घर पर थीं.
उसकी बहन बोली- जल्दी कर लेना!
मैंने कहा- तुम जाओ.
यह कह कर मैंने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया.
उसके बाद मैंने शिवानी को अपनी बांहों में ले लिया और बेड पर लेटा लिया.
हम एक दूसरे को किस करने लगे.
मैंने उसके होंठों को काट लिया पर वह कुछ नहीं बोली.
फिर मैंने उसके कपड़े उतारने शुरू कर दिए.
अगले कुछ ही पल में वह मेरे सामने नंगी थी और मैंने उसके बदन को चूमना शुरू कर दिया.
उसके शरीर के एक एक अंग को चूम लिया और अपना लौड़ा उसके मुँह में दे दिया.
उसने काफी देर तक लंड चूसा.
फिर वह बोली- सर चूत में डाल दो, अब सहा नहीं जा रहा.
मैंने कहा- दर्द होगा जान!
वह बोली- मैं दर्द सहन कर लूंगी.
मैंने पहले उसकी चूत को चाटना शुरू किया ताकि वह अच्छे से गर्म हो जाए.
थोड़ी देर में उसकी बुर ने पानी छोड़ दिया और वह निढाल हो गई.
अब मैंने सोचा कि लोहा गर्म है, हथौड़ा मार देना चाहिए.
मैंने लंड को उसकी बुर पर टिकाया और एक धक्का दिया.
तो उसकी चीख निकल गई … पर मैंने उसके होंठ पर होंठ रख दिए इसलिए उसकी चीख बाहर नहीं आ पाई.
वह रोने लगी और बोली- मुझे छोड़ दो प्लीज … बहुत दर्द हो रहा है.
पर मैं कहां रुकने वाला था.
मैंने फिर से एक जोर का झटका दिया तो मेरा लंड उसकी सील को तोड़ता हुआ अन्दर चला गया.
उसकी बुर से खून बहने लगा, वह डर गई.
मैंने उसको समझाया कि पहली बार में ऐसा होता है. आज तुम्हारा कुंवारापन टूट गया है.
अब मैंने धीरे धीरे धक्के लगाना शुरू किए और वह भी गर्म होने लगी.
वह कुछ ही देर बाद खुल कर साथ देने लगी.
अब हम दोनों को मजा आ रहा था.
मैंने भी जोर जोर से चोदना शुरू कर दिया.
काफी देर बाद मुझे लगा- मैं झड़ने वाला हूँ, तो मैंने उसको घोड़ी बना लिया और जोर से चोदने लगा.
वह भी कहने लगी- आह … और जोर से … मेरी बुर को फाड़ दो सर … आज आह फाड़ दो.
बस यही सब कहते कहते ही मैं उसके अन्दर ही झड़ गया.
Xxx गर्ल स्टूडेंट सेक्स के बाद कुछ देर तक हम दोनों ऐसे ही पड़े रहे.
फिर उसको बहन ने गेट बजाया और कहा- जल्दी करो, कोई आ जाएगा.
मैं कपड़े पहन कर बाहर आ गया.
शिवानी की बहन बोली- मैंने गेट में से सब कुछ देख लिया. आपका लंड तो काफी बड़ा है, कभी मेरी भी प्यास बुझा दो.
मैंने कहा- क्यों नहीं!
मैंने शिवानी की तरफ देखा तो वह हां में सर हिलाने लगी कि उसकी बहन को भी चोद दो.
मैंने उसी वक्त बोहनी करना ठीक समझा और शिवानी की बहन को अपनी तरफ खींच लिया.
वह तो एकदम रांड थी.
उसने झट से मेरे होंठों पर अपने होंठ टिका दिए और मेरे लौड़े को सहलाने लगी.
मैं अभी कुछ उससे कह पाता कि उसने घुटनों के बल बैठ कर मेरे लंड को बाहर निकाल लिया और चूसने लगी.
मेरे लंड में शिवानी की बुर का रस लगा हुआ था और उसे लंड चूसने से अपनी बहन की बुर के रस का स्वाद आ रहा था.
वह हंस कर बोली- शिवानी, तेरी बुर का माल बाद स्वादिष्ट है.
मैंने हंस कर शिवानी को देखा तो वह आँख मारती हुई इशारा करने लगी कि इसकी अभी ही ले लो.
मगर मेरा लंड इतनी जल्दी खड़ा होने वाला नहीं था.
मैंने उन दोनों से कहा- आज रात का प्रोग्राम सैट कर लो. मैं आठ बजे के बाद आ जाऊंगा, तब सारी रात मजा करेंगे.
वे दोनों मान गईं और चुदाई की आशा में उन दोनों ने मुझे चुंबन लेकर विदा कर दिया.