Thursday, November 21, 2024
Hindi Midnight Stories

कामुकताज से मिली आंटी ने मुझसे चुदवाया🧡🧡🧡

मेरी दोस्ती कोलकाता की एक आंटी से हुई जिन्हें पति का सुख नहीं मिल रहा था. हमने वीडियो सेक्स करने के बाद होटल में मिलने का तय किया.

हाय दोस्तो, मेरा नाम राहुल है. मैं बिहार का रहने वाला हूँ और मेरी उम्र 20 साल है.

यह मेरी पहली सेक्स कहानी है आशा करता हूँ कि आपको मेरी

आप तो जानते ही हैं कि मेरी जैसी उम्र में लड़के चूत चोदने के लिए कितने पागल रहते हैं, मैं भी था.

मैं हमेशा पोर्न वीडियोज देख कर अपना लंड हिला लिया करता था.
कभी कभी तो दिन में 3-4 बार अपने लंड को पकड़ कर मुठ मार लिया करता था.
पर इससे मेरा लंड शांत नहीं होता.

मैं हमेशा चूत की फिराक में रहता था.
चूत तो मैं चोद लेता किसी लड़की की क्योंकि लड़कियां मुझ पर लाइन मारती थीं.

लेकिन मुझे लड़कियों में कोई इंटरेस्ट नहीं था, मुझे तो आंटियां ज्यादा पसंद आती थीं.
उनकी बड़ी गांड मुझे बहुत अच्छी लगती है और उनका शरीर भी बहुत मखमली होता है.
वे लाइंसेंसी बंदूक होती हैं तो उन्हें चाहे जैसे चलाओ, कोई टेंशन नहीं होने वाली थी.

ऐसे ही एक दिन मैं कामुकताज डॉट कॉम पर स्टोरी पढ़ कर अपने 7 इंच के लंड को हिला रहा था.
तभी मुझे एक आइडिया आया.

मैंने कामुकताज डॉट कॉम पर एक कहानी के नीचे कमेंट्स में अपना संदेश छोड़ दिया कि जिस किसी शादीशुदा आंटी, विधवा आंटी, तलाकशुदा आंटी को प्यार की जरूरत है, वे मुझसे संपर्क कर सकती हैं.
मैंने अपनी मेल आईडी भी लिख दी.

करीब 10 दिन के बाद मैंने अपना मेल चेक किया.
तो देखा कि किसी लेडी का मेल आया हुआ था.

उस मेल में लिखा हुआ था- हाय, मेरा नाम मनोरमा है और मेरी उम्र 40 साल है. मैं कोलकाता की रहने वाली हूँ और मुझे आपसे मिलना है.
मैंने जल्दी से हाय लिखा.

कुछ ही देर के बाद उधर से रिप्लाई भी आ गया.
मैं बहुत खुश था.

मनोरमा आंटी- कैसे हैं आप?
मैं- ठीक हूं मनोरमा जी, आप बताइए आप कैसी हैं?
मनोरमा आंटी- मैं तो कुछ खास नहीं हूँ … अपना ही बताइए!

मैंने सिचुएशन को समझते हुए कहा- बस आपसे बात कर रहा हूँ और आपको मिस कर रहा हूँ!
मनोरमा- अच्छा … इतनी जल्दी मुझे मिस भी करने लगे!
मैं- हां.

तो उन्होंने अपना व्हाट्सएप नंबर देकर कहा- व्हाट्सएप पर आ जाओ, यहीं बात करते हैं.
मैंने भी ओके लिखा और जल्दी से उनका नंबर सेव करके व्हाट्सएप पर आ गया.

उन्होंने अपनी खुले बालों वाली बहुत ही खूबसूरत डीपी लगाई थी.
मैं तो उनकी डीपी देख कर ही घायल हो गया.

मैंने उनसे कहा- वाह, आप खुले बालों में कितनी खूबसूरत लगती हो … आपका तो जवाब ही नहीं!
मनोरमा- हट … 40 की उम्र में भी कोई खूबसूरत लग सकती है क्या?

मैं- हां, आप तो मुझे इस उम्र में ही अच्छी लग रही हो … पहले कभी मिलता तो उस वक्त की बात करता!
इसी तरह की बातों के बाद हम दोनों कुछ संजीदा हुए.

उन्होंने मेरे बारे में पूछा तो मैंने बताया कि मैं अभी पढ़ाई करता हूँ.

मुझे उनके बारे में पूछने पर पता चला कि उनके पति किसी सरकारी विभाग में हैं.
उनका एक लड़का और एक लड़की है जो किसी दूसरे शहर में रह कर पढ़ाई करते हैं.
उनके पति इस वक्त एक महीने से किसी काम से शहर से बाहर गए हुए थे तो वे अकेली बोर हो रही थीं.
उन्होंने अपनी इस बोरियत को दूर करने के लिए मुझे मेल कर दिया था.

तभी उन्होंने बताया कि उनके पति अब उन्हें पहले की तरह अब टाइम और प्यार नहीं दे पाते हैं!

उन्हें उनके पति के प्यार पाए एक साल से भी ऊपर हो चुका था, अब उनसे रहा नहीं जा रहा था.
इसीलिए उन्होंने मुझे मेल किया था ताकि मैं उनका ये अकेलापन दूर कर सकूं.

मैंने उनसे कहा- आप चिंता मत कीजिए, मैं आपका सारा अकेलापन दूर कर दूंगा और आपको आपके पति के प्यार की कमी महसूस नहीं होने दूंगा.
उन्होंने भी कहा- हां, इसी लिए तुम्हें मैसेज किया है.

उन्होंने मेरे बिना मांगे अपनी एक खुले बालों वाली फोटो सेंड की, मैं तो देख कर पागल सा हो गया.
मैंने उनकी बहुत तारीफ की.

वे मेरी तारीफ से बहुत खुश हो गईं.

इसके बाद उन्होंने अपनी चूचियों की फोटो खींच कर मुझे भेजी और पूछा- कैसी हैं?
मैंने कहा- वाओ यार आंटी … आपकी चूचियां तो कमाल की हैं. मेरा मन तो करता है कि इन्हें फ़ोटो से निकाल कर अभी ही पी जाऊं!

आपसे सच कह रहा हूँ दोस्तो, मेरा मन तो कर रहा था कि अभी उस आंटी की चूचियों को चूस कर उनका सारा रस पी जाऊं.

उसके बाद उन्होंने मुझसे मेरी बिना कपड़ों वाली खुले सीने की फोटो मांगी.

मैंने अपनी टी-शर्ट उतार कर जल्दी से अपनी छाती की फ़ोटो निकाली, जिस पर हल्के हल्के बाल थे … और वह फ़ोटो मैंने उन्हें भेज दी.

वे बहुत खुश हुईं और बोलीं- तुम्हारी छाती कितनी अच्छी है, एकदम कड़क … लगते ही नहीं कि 20 साल के हो.
मैंने भी कह दिया कि आपकी भी चूचियां देख कर नहीं लगता कि आप 40 साल की हो.

उसके बाद उन्होंने मुझसे कहा- राहुल क्या तुम अपने लंड की फोटो मुझे भेज सकते हो?
मैंने कहा- हां क्यों नहीं!

मैंने अपने खड़े लंड की फोटो उन्हें तुरंत भेज दी.
मेरे लंड को देख कर उन्होंने कहा- वाह राहुल … क्या मस्त लंड है तुम्हारा … ये तो मेरे पति से दोगुना बड़ा और काफी मोटा लंड है.

मैंने अब अपने लंड की और 2-3 फोटोज भेज दीं.
वे देख कर बहुत खुश हुईं.

इसके बाद मैंने उनसे उनकी चूत की फोटो मांगी, तो उन्होंने भी भेज दी.

यार क्या बताऊं मैं आपको … क्या ही चूत थी उस आंटी की … एकदम रसभरी.
हल्की हल्की झांटों से भरी रसीली चूत को देख कर मेरा तो लंड ही टनटना गया.

उनकी चूत को देख कर ही मैं अपने लंड को अपने हाथों में लेकर हिलाते हुए मनोरमा आंटी से बात करने लगा था.

उन्होंने कहा- वीडियो कॉल करते हैं.
मैंने भी कहा- ओके.

अब हम वीडियो कॉल पर आ गए थे.
हम दोनों ही अपना चेहरा एक दूसरे को नहीं दिखा रहे थे.

उन्होंने मुझे अपना लंड अच्छे से दिखाने को कहा.
मैं अपना लंड अपने हाथों से हिला हिला कर उन्हें दिखाने लगा.

वे भी एक हाथ से अपनी चूचियां और दूसरे हाथ से अपनी चूत को मसल रही थीं और अपनी चूत में उंगली कर रही थीं.

आंटी मेरा नाम लेती हुई मादक आवाज में कराह भी रही थीं- आह ओह क्या मस्त बड़ा लंड है तुम्हारा राहुल … मेरी तो चूत ही फाड़ देगा!

इधर मैं भी उनका ही नाम लेकर अपने लंड को कस कसके हिलाते हुए मुठ मारे जा रहा था.

कुछ ही देर में उनकी चूत से उनकी मलाई निकल गई और इधर मैंने भी मुठ मार कर अपना बीज गिरा दिया.

अब उन्होंने अपना प्यार सा मुखड़ा दिखाया.
वे मेरे गाढ़े माल को देख कर बहुत खुश थीं.

उन्होंने मुझे अगले दिन बात करने को कहा और सोने चली गईं.
मैं भी सोने आ गया.

उसके बाद सुबह उनका कॉल आया- राहुल, क्या तुम यहां कोलकाता में मुझसे मिलने आ सकते हो?
मैंने कहा- सॉरी आंटी, घर से परमिशन अभी नहीं मिलेगी. क्या आप बिहार नहीं आ सकतीं? आपके तो पति भी नहीं हैं?

उन्होंने कहा- रुको, मैं दोपहर में बताती हूँ.

फिर दोपहर में उनका कॉल आया.
वे बहुत खुश थीं.

मेरे पूछने पर उन्होंने बताया- मुझको अपने पति से तुम्हारे वहां आने की अनुमति मिल गई है.
मैंने कहा- वाह, क्या बोला आपने अपने पति से?

उन्होंने कहा- मैंने झूठ बोला कि पटना में मेरी एक सहेली है. आज सालों बाद उससे मिलने का मन है. मैं एक दिन के लिए उससे मिलने चली जाती हूँ. वैसे भी आप भी यहां नहीं हैं, तो मेरा मन भी नहीं लग रहा है. उससे मिल लूँगी तो मन लग जाएगा. मेरी बात सुनकर उन्होंने मुझसे कह दिया कि जैसा तुम ठीक समझो.

मैंने आंटी को उनकी सफलता के लिए बधाई दी और उन्हें जल्द आने के लिए बोला.

हम दोनों ने एक दिन के मिलने का प्लान बनाया.
वे कोलकाता से पटना होटल में आकर रुकने वाली थीं.
मैं भी वहीं पहुंचने वाला था.

हम दोनों ने डेट फाइनल की.
वह 7 फरवरी का दिन था.
हम दोनों पहुंच गए.

होटल और खाने आदि की बुकिंग उन्होंने ही करवा ली थी.
मैं जब गया तो उन्होंने मुझे कॉल करके अपने रूम में आने को कहा.

जब मैं गया, बेल बजाई तो सामने से उनको देख कर मैं तो देखता ही रह गया.

क्या सेक्सी आंटी थीं दोस्तो … बड़े बड़े चूचे एकदम तोप से तने हुए थे.
मैं आपको बता नहीं सकता.

उन्होंने टोकते हुए कहा कि अन्दर भी आओगे या बाहर से ही देखते रहोगे?
मैं अन्दर आ गया.

उन्होंने दरवाजा लॉक किया और हम दोनों सीधा एक दूसरे पर टूट पड़े.

आंटी तो मुझे पागलों की तरह चूमे जा रही थीं … और मैं भी उन्हें चूम रहा था.
दोस्तो, मैं सच बता रहा हूँ कि यह मेरे जीवन का पहला अनुभव था.

मैंने आज तक किसी को किस भी नहीं किया था.
वे मेरे गले पर, गाल पर, माथे पर … हर जगह किस किए जा रही थीं और आहें भर रही थीं.

मैं उन्हें खड़े हुए में ही उठा कर बेड पर ले गया और उन्हें लिटा कर उनके ऊपर चढ़ गया.
उन्हें किस करने लगा.

क्या होंठ थे उनके … एकदम रसीले.
मैं उन्हें चूसे जा रहा था, उनकी जीभ को भी चूस रहा था.
वे भी मेरी जीभ चूस रही थीं.

मैंने अब उनकी गर्दन पर चूमना चालू कर दिया.
इससे वे सीत्कार भरने लगीं और मेरा हाथ अपनी चूची पर रख कर जोर जोर से दबवाने लगीं.

मैं भी उन्हें किस करता और उनकी चूचियों को जोर जोर से दबाता हुआ मजा ले रहा था.
फिर उन्हें किस करते करते मैंने उनके ब्लाउज को खोल कर अलग कर दिया.

अब आंटी लाल रंग की ब्रा में थीं.

मैंने उनकी ब्रा को भी उतार दिया और सीधा उनकी चूचियों पर टूट पड़ा.
मैं बहुत जोर जोर से उनकी चूचियों को चूसे जा रहा था.

वे बहुत मजे में आहें भर रही थीं और बोल रही थीं- आह मेरे राजा … और जोर से चूस मेरी चूचियों को … खा जा इन्हें!
मैं और जोर से चूसता और दबाता जा रहा है.

कुछ देर के बाद मैं नीचे आया और उनकी नाभि पर किस किया.
मैंने नाभि को चाटा तो वे पागल सी हो गईं.

फिर उसके बाद मैंने उन्हें बेड से नीचे खड़ा किया और उनकी साड़ी को और पेटीकोट को उतार दिया.
उन्होंने भी मेरी शर्ट और जींस को उतार दिया.

अब हम दोनों ही सिर्फ अंडरवियर में थे.

वे मेरी छाती पर हाथ फेर रही थीं और उस पर किस कर रही थीं.

मैंने आंटी को फिर से बेड पर लिटा दिया और उनके पैरों को चूमने लगा.
पैरों को चूमते चूमते मैं उनके घुटने से होते हुए उनकी जांघों पर आ गया.

दोस्तो, आह … क्या जांघें थीं. उनकी जांघें एकदम रुई की तरह मुलायम और चिकनी थीं.
मैं उन्हें सहलाता हुआ किस कर रहा था और उनकी जांघों को चाटता जा रहा था.

कुछ देर बाद मैंने उनके दोनों पैरों को फैला दिया और उनके बीच में बैठ गया.

आंटी की पैंटी पर जहां चूत फंसी थी, वहां हाथ लगाया तो मनोरमा आंटी चिहुंक गईं.
उनकी पैंटी उनकी ही चूत के रस से पूरी गीली हो गई थी.

अब मैंने देर न करते हुए उनकी पैंटी भी उतार दी.
उनकी हल्की झांटों वाली चूत मेरे सामने मुस्कुरा रही थी.

मैंने एकदम से अपनी जुबान उस पर लगा दी और उनकी चूत को चाटने लगा.
आंटी एकदम से तिलमिला उठीं और मेरे सिर को अपनी चूत पर दबाने लगीं.

वे आह करती हुई बोलने लगीं- आह चाट ले मेरे राजा … आह मेरी चूत को जोर जोर से चाट कर खा जा … मेरी चूत को चोद दो.
मैं अपनी एक उंगली को आंटी की चूत में अन्दर बाहर करके उनकी चूत को चाटने लगा.

कुछ ही देर में आंटी झड़ गईं और मैं उनके सारे रस को अमृत समझ कर पी गया.

कुछ पल बाद वे उठीं और उन्होंने मेरे अंडरवियर को खोल दिया.
मेरा लंड एकदम से उनके सामने हिलाते हुए आ खड़ा हुआ.

वे लगातार मेरे लंड को देखे जा रही थीं.
कुछ पल बाद आंटी ने मेरे लौड़े को अपने हाथ में लेकर सहलाया और चूम लिया.

आंटी ने कहा- राहुल, तुम्हारा लंड तो बहुत ही बड़ा है. मैंने अपनी जिंदगी में अपने पति के अलावा किसी से भी चुदाई नहीं करवाई है. तुम्हारा लंड तो मेरे पति से दोगुना बड़ा है. यह आज पक्का मेरी चुत का भोसड़ा बना देगा.

इतना बोलते ही उन्होंने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और जोर जोर से चूसने लगीं.

आंटी का पूरा मुँह में भर गया था.
वे लौड़े को अन्दर तक भर कर चूसतीं और बाहर निकाल देतीं.
एक पल उसे अपनी नाक से रगड़तीं और अगले ही पल उसे फिर से पूरा निगल जातीं.

मुझे तो उनकी इस तरह से लंड की चुसाई करने से बहुत मजा आ रहा था.
सच कह रहा हूँ उनसे लंड चुसवाने जैसा मजा आज तक नहीं मिला.

मैं भी उनका सर पकड़ कर अपने लंड पर दबा देता, जिससे उनकी सांस अटक जाती.

कुछ मिनट तक लंड चुसवाने के बाद मैंने उनसे कहा- आंटी, मेरा रस निकलने वाला है.

उन्होंने मेरी बात को अनसुना करते हुए मेरे लंड को चूसना चालू रखा और अंत में मेरे लंड ने हार मान कर उनके मुँह में ही पिचकारी मार दी.

आंटी ने मेरे लंड से निकले वीर्य की एक बूंद भी बर्बाद नहीं की, सारा का सारा वीर्य पी गईं.

लंड के झड़ जाने के बाद भी वे मेरे लंड को चूसती रहीं.
जिस वजह से कुछ ही देर बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो चुका था.

मेरे खड़े लंड को हिलाते हुए उन्होंने कहा- वाह, इतनी जल्दी खड़ा हो गया, चल अब चोद दे मुझे … और बुझा दे मेरी प्यास.
वे मेरे बगल में लेट गईं.

मैं उनके दोनों पैरों के बीच में आकर अपने लंड को उनकी चूत पर रगड़ने लगा.
जिससे वे कसमसाने लगीं और मेरे लंड को अपनी चूत में लेने की कोशिश करने लगीं.

आंटी अपने हाथ से लंड को पकड़ कर चूत के छेद में लेने की कोशिश कर रही थीं.
लेकिन मैं अभी उन्हें और तड़पाना चाहता था.

अब मैं अपने लंड को हाथ से पकड़ कर मनोरमा आंटी की चूत पर जोर जोर से पटकने लगा, जिससे चट चट की आवाज आने लगी.
वे बोलीं- जान अब मत तड़पाओ बहुत तड़पी हूँ मैं … जल्दी से अन्दर आ जाओ.

मैंने भी वहीं ठीक समझा और अपने लंड को उनकी चूत के छेद पर टिका कर एक जोरदार धक्का दे मारा.
वे तड़प उठीं और चिल्ला दीं- आआइ आई ऊऊह राहुल … धीरे डालो राजा तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है … मेरी चूत फाड़ देगा!

मैं कुछ देर वैसे ही रुका रहा और उन्हें सहलाने लगा.
कुछ देर बाद आंटी बोलीं- अब पेल दे धीरे धीरे!

मैंने धीरे से एक और झटका मारा, जिससे मेरा पूरा लंड आंटी की चूत में समा गया.
वे तो जैसे जन्नत में थीं और मेरे लंड पर भी बहुत दबाव था.

शायद वे एक साल से नहीं चुदी थीं इसलिए उनकी चूत टाइट थी.
थोड़ी देर बाद उन्होंने कहा- अब धक्के लगाओ … और रुकना मत!

मैं उन्हें जोर जोर से चोदने लगा.
जिससे उन्हें बहुत मजा आ रहा था और मुझे भी!

मैं तो बता ही नहीं सकता कि मुझे कितना मजा आ रहा था.
ऐसा लग रहा था जैसे मेरा लंड किसी गर्म भट्टी में घुसा हो और जिसमें रस ही रस भरा हो.

उनकी चूत से ढेर सारा रस झाग की शक्ल में निकल भी रहा था और मैं उन्हें बहुत जोर जोर से झटके मार मार कर चोदे जा रहा था.

वे- आहा आहह … क्या चोदता है साले … वाह मजा आ गया … मेरी चूत की तो किस्मत ही खुल गई तेरे जैसे तगड़े लंड से चुदवा कर … आह हहह क्या लंड है तेरा … क्या चोदता है तू … आह राजा चोद दे मुझे … फाड़ डाल मेरी चुत को … और बना दे इसका भोसड़ा!

मैं भी मजे में बड़बड़ा रहा था- आह ओह आंटी … क्या चूत है तुम्हारी … मुझे तो मजा ही आ गया तुम्हें चोद कर … साली रंडी कुतिया … ले साली मेरा लंड ले … आज तेरी चूत चोद चोद कर भोसड़ा बना दूंगा … हाय ले रानी ले. किस्मत वाले लंड है मेरा जो आपकी चूत मिली इसे!

ऐसे ही चोदते चोदते मैं उनकी चूचियों को कभी पीता, तो कभी काटता, तो कभी जोर से दबाता … बहुत मजा आ रहा था.

लगभग दस मिनट चोदने के बाद मैंने उनसे कहा- आंटी, मेरा निकलने वाला है.
तो उन्होंने कहा- चोद मुझे … और डाल दे अन्दर ही अपने लौड़े का पानी …. बुझा दे मेरी बरसों की प्यास … आज आह ओह हाय बुझा दे.

मैं जोर जोर से 8-10 झटके देते हुए उनकी चूत में झड़ने लगा- आय हाय आंटी … मेरा माल आपकी चुत में निकल रहा है … आह मजा आ रहा है आंटी!
आंटी- वाह राजा … क्या गर्म गर्म रस है तेरे लंड का … मेरी बच्चेदानी तक महसूस हो रहा है … आह!

मैं देसी हॉट आंटी के ऊपर ही लेटा रहा, वे मेरी पीठ को और मेरे बाल में हाथ फेर रही थीं और मुझे शाबाशी दे रही थीं.

उस दिन मैंने आंटी को कई बार चोदा और उसके बाद उन्होंने मुझे मेरा इनाम दिया.

उन्होंने मुझे अपने गले की सोने की चैन उपहार के तौर पर देते हुए कहा- अब मैं जब भी तुम्हें बुलाऊं, आ जाना मेरी चुदाई करने … मैं तुम्हारे आने जाने और होटल में रुकने की व्यवस्था कर दूँगी.

उसके बाद आंटी सो गईं और मैं अपने घर आ गया.
सुबह मुझे उन्हें एक बार और चोदने जाना था.

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