दोस्तो!
मेरा नाम राहुल है और मैं आगरा का रहने वाला हूँ.
मैं अभी हाल ही में अपनी b.sc. पूरी की है.
मेरी हाईट 5 फुट 8 इंच है और मेरे लन्ड का साइज 7 इंच है.
फिलहाल मेरी उम्र 23 साल हैं
वह मुझे अपनी ग्रेजुएशन के दौरान ही मिली थी.
वह दिखने में एकदम सिंपल सेक्सी जीरो फिगर वाली लड़की है, उसके बूब्स 30, कमर 26 और गांड 32 की है।
तो अब आपको ज्यादा बोर न करते हुए कहानी पर आते हैं.
यह कहानी आज से 2 साल पहले की है.
इस समय तक मैं और काजल अच्छे दोस्त बन चुके थे.
हम दोनों आपस में हर तरह बात शेयर किया करते थे।
मैं उसे मन ही मन पसंद करता था.
तो मैंने उसे वेलेंटाइन वाले दिन प्रपोज करने का सोचा.
पर उस समय मेरी गांड भी फट रही थी कि कहीं वह मना ना कर दे!
जैसे तैसे करके मैंने उसे लाल गुलाब देकर प्रपोज कर दिया.
लेकिन हुआ कुछ उल्टा!
पता चला कि वह भी मुझे पसंद करती थी और उसने मेरा प्रपोजल स्वीकार कर लिया।
फिर मैं उसे पास ही के एक पार्क में ले गया.
वहाँ जाकर हमने थोड़ी बहुत इधर उधर की बातें की.
और अचानक से मैंने उसके लिप्स पर किस कर दिया.
उसे समझ नही आया कि क्या हुआ और उसने अपनी आंखें बड़ी कर ली.
मुझे लगा कि वह गुस्सा हो गई.
लेकिन उसने कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया और मैं उसके लब चूसता ही रहा.
थोड़ी देर बाद वह भी जोश में आ गई तो उसने भी मुझे किस करना शुरू कर दिया.
मैं धीरे धीरे आगे बढ़ा और उसके कमीज के ऊपर से ही उसके छोटे छोटे मजेदार बूब्स को सहलाना शुरू कर दिया.
उसे जोश आने लगा तो वह वहीं घूम कर मेरे पैंट में बने हुए लन्ड के तंबू के ऊपर बैठ गई और पागलों की तरह मुझे किस करने लगी।
थोड़ी देर बाद मुझे पता लगा कि कुछ लड़के हमारी तरफ आ रहे हैं.
मुझे समझ आ रहा था कि वे क्या करने वाले हैं.
इसीलिए मैंने उसे रोका और हम वहाँ से खिसक गए।
फिर रात को हमारी फोन पर बात हुई.
शायद दिन में जो जोश हमें आया था, वह ठंडा नहीं हुआ था.
तो हमने फिर फोन सेक्स करना शुरू कर दिया.
शायद यह इसीलिए भी था कि अब तक न उसने किसी के साथ सेक्स किया था और ना ही मैंने!
कुछ दिन तक ऐसे ही रात को न्यूड वीडियो कॉल पर ही सेक्स चलता रहा.
फिर हमारे एग्जाम्स भी पास आ रहे थे, उसी टाइम उसके घर वालों उनके गांव जाना था.
लेकिन एग्जाम्स और असाईनमेंट्स की वजह से वह नहीं गई.
तो उसके घर वालों ने उसके पड़ोस की लड़की को उसके पास सोने के लिए बोल दिया।
जब यह बात उसने मुझे बताई तो मैं मन ही मन खुश हो गया और उससे मिलने की बात की.
तो उसने बोला कि रात को 11 बजे कंडोम लेकर उससे मिलने आऊं।
फिर उसके इतना बोलने पर 10 बजे मैं घर से निकल गया और ठेके से जाकर 2 बीयर ले ली.
लेकिन मैंने कंडोम नही लिया क्योंकि मैं पहली बार बिना कंडोम के ही करना चाहता था।
जब मैं उसके घर पहुंचा तो उसे फोन किया.
तो वह और उसके साथ वाली लड़की दोनों दरवाजे पर आ गई.
मैं दूसरी लड़की को देख कर एकदम चौंक गया क्योंकि काजल ने मुझे उसके बारे में कुछ बताया ही नहीं था.
वैसे उस लड़की का नाम प्रिया था, वह दिखने में बहुत ही मस्त माल थी साली!
उसके बूब्स 32, कमर 28 और गांड 34 की थी.
मैंने उसको भी चोदा था. उसकी कहानी मैं आपको बाद मैं बताऊंगा, आज मैं सिर्फ आपको काजल की चुदाई के बारे में ही बताता हूँ।
फिर काजल ने बताया कि प्रिया बस उसकी हेल्प के लिए ही है और उसे सब पता है.
तो मैं थोड़ा नॉर्मल हुआ.
लेकिन प्रिया की आंखों में एक अजीब सी ही मस्ती थी।
ये सब इग्नोर करके मैं अंदर आ गया.
अभी तो बस मैं काजल की वर्जिन जवानी का ही मजा लेना चाहता था।
तो हम प्रिया को नीचे छोड़ कर सीधा ऊपर काजल के रूम में आ गए.
जैसे ही काजल ने रूम लॉक किया, वैसे ही मैंने काजल को पीछे से जकड़ लिया और उसके बेड पर पटक दिया.
मैं उसके ऊपर कूद गया और उसे पागलों की तरह चूमने और चाटने लग गया.
वह भी मेरा साथ देने लगी.
फिर एक झटके में ही मैंने उसकी शर्ट और सलवार उतार फैंकी.
उफ्फ दोस्तो … क्या बताऊं! मैं पहली बार किसी लड़की को ब्रा और पैंटी में देख रहा था.
मैं तो मानो जैसे पागल हो गया और अगले ही पल उसकी ब्रा भी निकाल फेंकी और उसके निप्पल को मुंह में लेकर चूसने लग गया।
फिर उसने मुझे धक्का दिया और बोली- मुझे ही नंगी करोगे या खुद अपना भी आजाद करोगे? देखो कैसे पैंट में से बाहर आने को उतावला है।
मैं- तुम खुद ही आजाद कर दो ना इसे मेरी जान!
बस इतने कहने की ही देर थी कि अगले ही पल उसने मेरे सारे कपड़े निकाल दिए और मेरे लन्ड को अपने हाथ में लेकर बोली- उफ्फ राहुल … मेरी चूत बहुत छोटी है. यह अंदर कैसे जायेगा?
मैं- देखून तो कैसी है?
इतने में मैंने उसकी पैंटी निकाल के उसे पूरी नंगी कर दिया और उसकी चूत को अपने हाथ से सहलाने लगा.
काजल- उफ्फ आह … ओह यस बेबी हा हा ओह!
वह ऐसे ही जोर जोर से सिसकारियां ले रही थी.
फिर मैंने उससे लन्ड चूसने को कहा.
तो वह मना करने लगी.
उसके मना करने पर मैं उसके बूब्स पर टूट पड़ा और जोर जोर से चूसने और काटने लगा.
मैं अपने एक हाथ से उसकी चूत सहला रहा था.
और फिर अपनी एक उंगली मैंने उसकी चूत में डाल दी.
तो वह एकदम सिहर उठी.
सच में यार बहुत टाइट थी उसकी चूत!
मैं उसकी चूत में उंगली करता रहा.
पहले तो उसे थोड़ा दर्द हुआ, फिर बाद में वह गांड़ उठा उठा कर मेरी उंगली अपनी चूत में लेने लगी.
और वह बस जोर जोर से सिसकारियां ले रही थी.
साथ ही मेरे लन्ड को अपने हाथ से आगे पीछे कर रही थी।
फिर जब उससे रहा न गया तो उसने मेरा लन्ड अपनी चूत में लेने को कहा.
मैं भी अपना लन्ड उसकी चूत में डालने को बेकरार था।
अगले ही पल में उसकी चूत के पास आ गया और अपना लन्ड उसकी चूत के ऊपर सेट किया और एक धक्का दिया.
तो मेरा लन्ड फिसल गया.
थोड़ी और कोशिश करने पर भी अंदर नहीं गया.
फिर मैंने उसके बेड के पास रखी वेसलीन देखी तो ढेर सारी वेसलीन अपने लन्ड पर लगा ली और थोड़ी उसकी चूत पर भी लगा दी.
मैं समझ गया था कि काजल ने इसी लिए वेसलीन लाकर रखी हुई थी.
तब मैंने उसकी चूत को थोड़ा खोलकर उसमें एक जोरदार धक्का लगाया और मेरा लन्ड का आगे का हिस्सा उसकी चूत में था.
तो वह एकदम से चिहुंक उठी और चिल्लाने ही वाली थी कि मैंने अपने होठों से उसके होंठ बंद कर दिए.
लेकिन वह अपने हाथों से मुझे पीछे धकेलने लगी.
तो मैंने उसे पूरा जकड़ लिया तो वह कुछ कर नहीं सकती थी।
फिर मैंने उसके लब चूसने और उसके बूब्स सहलाने शुरू कर दिए.
फिर थोड़ी देर बाद वह थोड़ी नॉर्मल हुई तो मैंने बिना देर किए एक और धक्का लगा दिया.
इस बार तो मुझे भी ऐसा लगा कि जैसे मेरा लन्ड ही फट गया हो.
और काजल का भी हाल बेहाल था.
वह छटपटाने लगी और उसकी आंखों से आंसू बह रहे थे.
और मुझे भी बहुत दर्द हो रहा था.
तभी मेरी नजर पास ही टेबल पर रखी बीयर पर गई जो मैं लेकर आया था।
मैंने उसकी चूत में लन्ड डाले डाले ही बीयर उठाई.
एक मैंने ली और एक उसे दे दी और बोला- इससे दर्द थोड़ा कम होगा.
फिर हम दोनों ने अलग होकर बीयर पीकर खत्म की.
तब तक थोड़ा दर्द भी कम हुआ तो मैंने अपना पूरा लन्ड उसकी चूत में ही डाल दिया.
उसकी चूत से खून आने लगा.
लेकिन थोड़ा सा बीयर का और थोड़ा हमारी हवस का नशा हमारे सिर चढ़ा हुआ था तो दर्द ज्यादा महसूस नहीं हुआ.
फिर मैं धीरे धीरे लन्ड आगे पीछे करने लगा और हमारी चुदाई शुरू हो गई.
और थोड़ी देर बाद तो हम जैसे दर्द को भूल ही गए।
हमारी धकापेल चुदाई शुरू हो गई.
काजल जोर जोर से सिसकारियां लेने लगी.
हम दोनों इतने मदहोश हो गए कि प्रिया के बारे में बिल्कुल ही भूल गए.
बस हमें अब अपनी चुदाई से मतलब रह गया था।
काजल- आह आह … उफ्फ यस राहुल … चोदो उफ्फ … आह ओह हां हां … यस चोदो मुझे!
मुझे उसकी ये सिसकारियां सुन के जोश चढ़ने लगा और मैं बस उसे चोदने के बारे में ही सोच रहा था.
मेरे दिमाग में बस उसकी चूत और बूब्स का ही ख्याल था … और किसी चीज का मुझे होश ही नहीं था.
मैं बस उसे जोर जोर से चोदे जा रहा था और वह सिसकारियां ले रही थी.
उसकी मादक सिसकारियों से पूरा कमरा गूंजने लगा.
और मेरा लन्ड अपनी पहली चूत चुदाई का पूरा अहसास ले रहा था.
फिर कुछ देर बाद वह वर्जिन गर्ल फर्स्ट सेक्स करके झड़ गई और निढाल होकर बेड पर लेट गई.
लेकिन यह मेरी पहली चुदाई का अनुभव था तो मैंने उसे चोदना बंद नहीं किया और उसे लगातार चोद रहा था.
फिर करीब 2 मिनट बाद मेरा लन्ड भी अपना रस छोड़ने वाला था तो मैंने उसकी चूत से अपना लन्ड निकाला और उसके बूब्स पर अपना रस छोड़ दिया.
और फिर मैं उसी के ऊपर लेट गया।
थोड़ी देर बाद उसे होश आया तो उसने मुझे अपने ऊपर से बगल में लिटा दिया और मुझसे चिपक कर सो गई।
और मैं भी थका हुआ था मुझे भी नींद आ गई.
सुबह जब हम उठे तो उसकी चूत और मेरा लन्ड दोनों ही दर्द कर रहे थे.
अब न मुझमें उसे चोदने की हिम्मत हो रही थी और न ही उसे चुदवाने की.
तो मैंने अपने कपड़े पहने और उसे किस करके घर आ गया।
अब तो हम दोनों ही चुदाई का मजा ले चुके थे.
तो अब हमें जब भी मौका मिलता, हम चुदाई कर लेते थे.
फिर उसने प्रिया को भी मुझसे चुदवाया.