मेरा नाम सुशांत है. मैं ओडिसा में रहता हूँ.
मेरी उम्र 23 साल है.
मेरा कद 5.6 इंच है और मेरा लंड 6 इंच लम्बा व 1.5 इंच मोटा है.
मैं ग्रेजुएशन पूरी करके फिलहाल घर पर ही हूँ.
मुझे वे गदराई औरतें, जिनके चुस्त और बड़े बड़े बूब्स हों, बहुत अच्छी लगती हैं.
मैं एक मिडिल क्लास परिवार से हूँ और मेरे घर में मैं, मेरी माँ और एक छोटी बहन है.
मेरी छोटी बहन हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही है.
यह मेरी पहली और सच्ची भाई बहन की सेक्स कहानी है, जो मेरी चचेरी बहन के साथ बन गई.
मैं आगे बढ़ने से पहले थोड़ा सा अपनी चचेरी बहन के बारे में बता देता हूँ.
उसका नाम स्मिता है, उसकी उम्र 19 साल है और वह देखने में मिडियम गोरी है.
चुदाई के बाद वह ब्रा 32 नंबर की पहनने लगी है.
उसकी 26 इंच की कमर है और 34 इंच की गांड है.
उसका घर मेरे घर के पास ही है और उसके घर में उसके मम्मी-पापा और एक छोटा भाई रहता है.
हम दोनों परिवारों का एक-दूसरे के घर खूब आना जाना है.
यह बात एक साल पहले की है, जब स्मिता 12 वीं के पेपर देने वाली थी.
मेरे चाचा ने मुझसे कहा- तुम स्मिता की पढ़ाई करने में मदद करो.
उन्होंने यह कह कर स्मिता को हमारे यहां भेज दिया.
स्मिता के हमारे यहां आने पर मेरी मम्मी ने उसे मेरे ही कमरे में रहने को कहा ताकि मैं उसकी मदद के लिए हमेशा वहां मौजूद रहूँ.
हम दोनों मेरे कमरे में आ गए. रात को पढ़ाई करके हम दोनों ने खाना खाया और उसके बाद हम कमरे में वापिस आ गए.
मेरे कमरे में एक ही बेड है, पर उस पर दो लोग आराम से सो सकते थे.
हम दोनों उसी पर आराम से लेट गए.
वैसे तो हम दोनों पहले से ही एक दूसरे के काफी करीब थे और सारी बातें खुल कर करते थे.
तो हम बातें करते करते सो गए.
रात में जब करीब 1.30 बजे थे.
मेरी आंख खुली और मैंने स्मिता की तरफ देखा तो वह मेरी तरफ पीठ करके सोई हुई थी.
उस वक्त उसकी टी-शर्ट थोड़ी ऊपर हो गई थी जिस कारण उसकी कमर और लाल रंग की पैंटी दिख रही थी.
वैसे तो स्मिता के बारे में मेरी पहले से ही कोई गलत भावना नहीं थी पर उसी समय मेरे अन्दर काम भाव जग गया.
जब मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ तो मैंने बाथरूम में जाकर स्मिता के नाम की मुठ मार दी और आकर सो गया.
फिर अगली रात को मैं उसको देख कर चौंक गया.
उसने बहुत ही टाइट टॉप पहना हुआ था, जिसमें से उसके निप्पल साफ-साफ दिख रहे थे.
उसका टॉप इतना टाइट था कि उसका क्लीवेज भी साफ दिखाई दे रहा था.
उसने एक जैकेट भी पहनी हुयी थी.
पर वह जैकेट भी उसके बूब्स और निप्पलों को नहीं छुपा पा रही थी.
उसने नीचे हाफ जींन्स पहनी हुयी थी जो इतनी टाइट थी कि उसके चलने पर उसकी गांड भी पूरी तरह हिलती हुयी दिखायी देती थी.
हम दोनों बेड पर लेट गए और बात करना शुरू कर दिया.
मैं बोला- स्मिता, आज मुझे नींद नहीं आ रही है … चल ना कोई गेम खेलते हैं.
स्मिता- हां … पर कौन सा गेम खेलेंगे?
मैं- चल … ट्रुथ एंड डेयर गेम खेलते हैं.
स्मिता- ओके … पर ये गेम कैसे खेलते हैं?
मैं- तू पहले उठ तो सही … मैं बताता हूँ.
हम दोनों उठ कर बेड पर बैठ गए.
स्मिता- बोल!
मैं- इस गेम में हम दोनों को ट्रुथ या डेयर चुनना होगा. ट्रुथ चुना, तो सब कुछ सच बोलना होगा और डेयर चुना … तो कुछ डेयरिंग करना होगा. अगर कोई कर नहीं पाया या करना नहीं चाहता तो वह खुद का एक कपड़ा उतारेगा … इस खेल का यही नियम है.
स्मिता- कपड़ा उतारना होगा तो मैं नहीं खेल सकती.
तो मैं बोला- अरे यार … अगर तू कर नहीं पायी, तो तब ही कपड़ा उतारना पड़ेगा! … अगर कर दिया तो ठीक है, कुछ नहीं होगा.
मैं उसकी तरफ देखकर बोला- प्लीज प्लीज!
स्मिता थोड़ा सोचने के बाद बोली- ओके … ठीक है!
मैं- थैंक्स … तूने मान लिया. ओके, चल फिर गेम शुरू करते हैं.
फिर मैंने पूछा- ट्रुथ या डेयर?
स्मिता हल्की सी मुस्कान करती हुई बोली- ट्रुथ.
मैं- ओके … क्या तेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं है … सच बोलना!
स्मिता मुस्कुरा कर बोली- अरे कोई भी बॉयफ्रेंड नहीं है मेरा … सच में.
मैं- ओके … अब तू पूछ!
स्मिता- ट्रुथ या डेयर?
मैं- ट्रुथ.
स्मिता- अच्छा यह बता … तूने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ क्यों ब्रेकअप किया … यह बोल और सच बोलना पड़ेगा!
यह कह कर वह मुस्कुरा दी.
मैं- अरे यार … उसका और किसी के साथ चक्कर चल रहा था, तो मैंने उसको छोड़ दिया … ओके!
स्मिता- ओके, अब तेरी बारी.
मैं- हां … ट्रुथ या डेयर?
स्मिता- ट्रुथ.
मैं उसकी तरफ देखकर बोला- तेरी फिगर का साइज क्या है?
स्मिता मेरी तरफ देखकर मुस्कान करती हुई बोली- साइज क्या है … ये तो तू ही गैस कर ले और बोल दे.
मैं मुस्कुरा कर बोला- समझो 28-26-30 का होगा शायद!
स्मिता हंस दी और बोली- नहीं … मेरा फिगर 30-26-32 का है.
मैं- ओके … अब तू पूछ.
स्मिता- अच्छा … तू यह सब क्यों पूछ रहा है … सच बोलना!
मैं हल्की सी मुस्कान के साथ बोला- क्योंकि मैं तेरे बारे में सब जानना चाहता हूं … ओके!
स्मिता मुस्कुराती हुई- ओके … अब तू पूछ!
मैं- ट्रुथ या डेयर?
स्मिता- अब डेयर लूंगी.
मैं- ओके … यह बहुत अच्छा है. चल मेरे साथ डांस करके दिखा.
स्मिता- ओके सॉन्ग चालू कर!
मैं- हां.
फिर मैंने एक रोमांटिक सॉन्ग लगाया और हम दोनों ने डांस चालू कर दिया.
पहले मैंने उसकी कमर को पकड़ कर डांस किया, फिर हग करके डांस किया.
जिस वक्त मैंने उसे अपने सीने से लगा कर नाचना चालू किया, तो उसके बूब्स मेरी सीने से पूरे चिपके हुए थे.
उसके निप्पल मुझे साफ गड़ते हुए महसूस हो रहे थे.
मैं बस हिल-हिल कर उसके निप्पलों को ऊपर नीचे रगड़ते हुए महसूस कर रहा था.
अब मेरा लंड भी खड़ा हो रहा था.
फिर हमने डांस खत्म किया और इससे मेरा लंड मायूस हो गया.
मेरा भी डांस खत्म करने का मन नहीं कर रहा था.
मेरा मन तो था कि कस कर उसकी गांड पकड़ लूं और उसकी चूत पर अपना लौड़ा रगड़ दूं.
मन तो यह भी कर रहा था कि उसका टॉप फाड़ कर उसकी ब्रा उतार दूं और उसके बूब्स अपने मुँह में भर लूं … फिर चूस चूस कर लाल कर दूं, पर अभी एकदम से मैं यह नहीं कर सकता था. वह बुरा मान सकती थी.
मैं- कैसा लगा, मजा आया ना … अब तू पूछ!
स्मिता मुस्कुरा कर बोली- हां, यह मजेदार है.
मैं- इस बार मेरा भी डेयर.
स्मिता- एक रॉन्ग नंबर पर कॉल कर और आई लव यू बोल!
मैं- ओके …
मैंने रॉन्ग नंबर पर कॉल किया और आई लव यू कहा.
स्मिता मुस्कुराती हुई- वाह … तू तो सच में डेरिंग है. चल अब तेरी पूछने की बारी है.
मैं- रॉन्ग नंबर पर कॉल कर और सेक्स करने के लिए पूछ.
स्मिता चौंकती हुई- क्या बात कर रहा है?
मैं- करना तो पड़ेगा.
स्मिता नॉटी मुस्कान के साथ- ओके … अभी ले.
उसने एक रॉन्ग नंबर पर कॉल किया और सेक्सी आवाज में बोली- आप मेरे साथ सेक्स करेंगे?
रॉन्ग नंबर के आदमी ने नहीं कहा और कॉल कट कर दिया.
स्मिता मेरी तरफ देखकर मुस्कुराई और बोली- ले हो गया ना!
मैं मुस्कान के साथ- हां … अब तेरी बारी.
स्मिता- अपनी एक्स गर्लफ्रेंड के पास कॉल कर और उसको गाली दे!
मैं- अरे यार … चल ओके.
मैंने अपनी एक्स गर्लफ्रेंड के पास कॉल किया और बहुत बुरी-बुरी गाली दी.
स्मिता- चल अब हो गया.
मैं- स्मिता, तू यह बता कि यह सब करके तुझे क्या मिला?
स्मिता- कुछ नहीं बस मजा आया. अब तू पूछ.
मैंने उसकी तरफ देखकर कहा- ओके … चल मुझे लिप किस कर.
स्मिता हल्की मुस्कान देती हुई- क्या बोल रहा है?
मैं- जल्दी से किस मी.
स्मिता- नहीं यार … ऐसे मत बोल!
मैं- नहीं तो अपना कोई एक कपड़ा उतार!
स्मिता- ओके …
उसने झट से जैकेट उतार दी.
मुझे अब उसके तने हुए निप्पल साफ दिखाई दे रहे थे. मेरा मन कर रहा था कि गेम छोड़कर अभी उसकी चूचियां पकड़ लूं और जोर-जोर से चूस लूँ. पर अभी नहीं.
मैं- ठीक है … अब तू पूछ!
स्मिता हंस कर- अपनी शर्ट उतार.
मैं मुस्कान देता हुआ- ओके.
मैंने शर्ट उतार दी और पूछा- अब बोल?
वह हंस दी.
मैं- अब तू अपना टॉप उतार दे.
स्मिता- अरे यार!
मैं- क्या हुआ?
स्मिता- कुछ नहीं … पर तू किसी को बोलेगा तो नहीं?
मैं- अरे नहीं बताऊंगा.
स्मिता नॉटी मुस्कान देती हुई- ओके.
फिर उसने एकदम से टॉप उतार दिया और मेरी तरफ देखने लगी.
मैं उसको देखता ही रह गया.
वह ब्लैक कलर की ब्रा पहने हुए थी.
यह सब देखकर मेरा लंड फिर से तन गया.
मैं उसकी चूचियां देख रहा था जो ब्रा से बाहर निकलने को बेताब थीं.
मेरा मन था कि उसके क्लीवेज में अपना मुँह रगड़ दूं!
पर अभी नहीं.
स्मिता- ओके अब तेरा नंबर … ट्रुथ या डेयर?
मैं- डेयर दे दे यार.
स्मिता- ओके. अब तू अपनी पैंट उतार दे.
मैं- ओके.
मैंने पैंट उतार दी और बोला- अब तू बता स्मिता, ट्रुथ या डेयर?
स्मिता ने एक पल मुझे देखा और बोली- डेयर.
मैंने देखा कि वह मेरे लंड को देखकर धीरे-धीरे गर्म हो रही है तो मैंने उसे डेयर देते हुए बोला- ओके, चल स्मिता … अब तू अपनी हाफ पैंट उतार दे.
स्मिता- ओहो.
फिर उसने पैंट उतार दी.
अन्दर रेड कलर की पैंटी पहनी थी जिसको देखकर मेरा लंड चड्डी फाड़ कर बाहर आने को तैयार हो गया था.
मैं- तू सच में बहुत खूबसूरत है.
मैंने उसको एक फ्लाइंग किस दे दी और वह शर्मा कर मेरी तरफ देख रही थी.
फिर मैंने बोला- डेयर चाहिए मुझे?
स्मिता- ओके … किस मी.
मैं चौंकता हुआ बोला- क्या … सच में?
वह लंड की तरफ देखती हुई और होंठों पर उंगली से इशारा करके बोली- हां हां.
मैं- ओह यस!
फिर मैं जल्दी से उसके पास गया और उसके होंठों को अपने होंठों से लगा लिया.
मैं जोर-जोर से चूसने लगा और उसने भी मेरा पूरा साथ दिया.
वह भी मुँह में मुँह लगा लगाकर करीब 5 मिनट तक मेरे साथ किस करती रही.
इस दौरान कभी मैं उसके मुँह में जीभ डाल रहा था, कभी वह मेरे मुँह में जीभ डाल रही थी.
करीब 5 मिनट बाद हमने किस खत्म की.
स्मिता नॉटी मुस्कान देकर- मजा आया ना?
मैं भी नॉटी मुस्कान के साथ बोला- हां … बहुत मजा आया.
मैं- चल … मैं तेरे शरीर पर पांच अलग-अलग जगह किस करूंगा … ओके! कोई दिक्कत तो नहीं है?
स्मिता मुस्कुरा कर बोली- ओके … आ जा.
फिर मैंने स्मिता के होंठों पर किस किया.
उसके बाद उसके गालों पर किस किया, फिर उसके दोनों बूब्स पर किस किया, चूचुकों पर खास कर होंठों को दबा कर चूमा.
फिर मैंने धीरे-धीरे नीचे आकर उसकी कमर को पड़कर उसकी नाभि में किस किया और उसको चाटने लगा.
स्मिता ने मेरे बाल कसके पकड़ लिए थे.
मैंने नीचे जाकर उसकी पैंटी के ऊपर से अपनी नाक रगड़नी शुरू कर दी.
इससे स्मिता को मजा आने लगा और वह जोर-जोर से सांस लेने लगी.
अब मेरा लंड भी सख्त हो गया था.
फिर मैंने उसकी चूत को किस किया और धीरे से पीछे हट गया.
इससे स्मिता बेचैन हो गयी थी.
मैं- अब तेरी बारी … डेयर है मेरा!
स्मिता अपने होंठों को दांत से दबाती हुई हवस की नजर से मुझे देखकर बोली- अपने सारे कपड़े उतार … और अपना लंड मुझे दे दे.
मैं चौंकते हुए बोला- क्या बात है यार … अब मजा आएगा!
वैसे तो मैं बनियान और चड्डी में था, अब मैंने उसको भी निकाल दिया.
स्मिता मेरा 6 इंच का लंड देखकर हैरानी के साथ बोली- अरे वाह … यह तो बहुत बड़ा है.
यह बोलकर वह नीचे बैठ गई और उसने धीरे से मेरा लंड पकड़ लिया.
उसने मेरे लंड को धीरे-धीरे मसलना और हाथ से हिलाना शुरू कर दिया.
फिर मेरे लंड को किस करना शुरू कर दिया.
अब मैं भाई बहन की सेक्स के मजे के कारण मरा जा रहा था.
फिर उसने मेरे लंड को पूरा का पूरा अपने मुँह में ले लिया और चूसना शुरू कर दिया.
मैं आंख बंद करके मस्ती में कराहने लगा- आह हहह … पूरा अन्दर ले स्मिता … पूरा अन्दर तक ले ले.
स्मिता ने और जोर-जोर से चूसना शुरू कर दिया.
करीब 10 मिनट तक वह मेरा लंड चूसती रही.
उसने अपने मुँह के अन्दर ही मेरा लंड झड़वा लिया और पूरा का पूरा रस पी गयी.
स्मिता मुस्कुराती हुई बोली- बहुत मजा आया यार … चल अब तेरी बारी … डेयर लूंगी मैं!
मैं- ठीक है … मुझे तेरे बूब्स और चिकनी चूत चाहिए.
स्मिता नॉटी मुस्कान के साथ बोली- वैसे इस डेयर के लिए मैं कब से तैयार हूं … तू जल्दी से आकर मेरा सब कुछ ले ले … जो करना है वह भी कर ले. पानी निकाल दे मेरा आज!
यह कह कर उसने झट से ब्रा और पैंटी खोल दी.
उसके बड़े-बड़े सुडौल बूब्स मेरी आंखों के सामने हिलने लगे.
मैं पागल हुए जा रहा था.
मैंने उसको पकड़ कर होंठों पर किस किया, एक हाथ से उसका एक दूध दबाने लगा.
स्मिता मेरे सीने से चिपक कर जोर-जोर से किस कर रही थी.
मैंने उसको बेड पर लेटाया और उसके दोनों मम्मों को एक साथ पकड़ कर मुँह में भर कर जोर-जोर से चूसने लगा.
कुछ ही पलों में मैंने उसके दोनों दूध कर लाल कर दिए.
स्मिता- आहह हह … ढंग से चूस न भोसड़ी के … निप्पलों को हल्के-हल्के से काट … रगड़!
अब स्मिता भी मेरा साथ दे रही थी और बार-बार मेरे मुँह में अपने बूब्स दे रही थी.
मैं स्मिता से पूछते हुए कि ‘मजा आ रहा है …’ उसकी नाभि में पहुंच गया और नाभि पर चुम्मी कर दी.
फिर मैंने नीचे टांगों के बीच में जाकर उसकी चिकनी प्यारी सी चूत को पहले नाक लगा कर सूंघा, उसके बाद जीभ लगाकर चाटना शुरू कर दिया.
मैंने उसकी चूत पर अपनी बीच वाली उंगली रख सीधी अन्दर घुसा दी.
स्मिता मदहोश होकर कराही- आहह हह … साले धीरे कर कमीने!
मैंने चाट चाट कर उसकी चूत का पानी निकालना शुरू कर दिया.
उसकी पूरी चूत गीली हो चुकी थी.
अब मैं उठकर बैठ गया और लंड को पकड़ कर बोला- चल, अब तेरी बारी.
स्मिता ने झट से मेरा लंड पकड़ लिया और अपने मुँह में लेकर फिर से चूसना शुरू कर दिया.
मुझे फिर से बहुत मजा आने लगा.
स्मिता ने मेरे लंड को चूस-चूस कर सख्त कर दिया.
मेरा लंड उसके गले तक जा रहा था.
कुछ मिनट चूसने के बाद स्मिता बेड पर लेट गई और बोली- जल्दी से आ जा मेरे ऊपर चढ़ जा मेरे यार.
मैं उसके पास जाकर उसकी दोनों टांगों को खोलकर अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा.
स्मिता कामुक सिसकारियां लेना शुरू कर चुकी थी- और तड़पा मत साले … सीधा डाल दे पूरा अन्दर तक … आह मेरी चूत के अन्दर पेल दे जल्दी से!
मैं- तू संभाल पाएगी … कहीं जोर से चिल्ला मत देना?
स्मिता- हां मैं संभाल लूंगी … तू जल्दी अन्दर डाल. देर मत कर … रहा नहीं जा रहा … आहह!
मैंने बिना देरी करे उसकी चूत के ऊपर अपना गर्म सख्त लंड रख दिया और एक जोरदार झटका मार कर अपना लंड आधा अन्दर घुसा दिया.
स्मिता के मुँह से आह … निकल गई.
मैंने फिर से एक और जोर का धक्का मारा.
तो मेरा लंड पूरा का पूरा अन्दर चला गया.
स्मिता जोर से चिल्लाई.
मुझको भी थोड़ा दर्द हुआ.
पर बहुत मजा आ रहा था.
स्मिता चिल्लाकर बोली- उयी मां … आहह … वर्जिन चूत फट गई मेरी … मजा तो बहुत आ रहा है मगर दर्द भी बहुत हो रहा है.
मैं पूरे जोश में- आज फाड़ दूंगा तेरी चूत को!
स्मिता- तो फाड़ दे ना … आह … रोका किसने है … और जोर से मार झटके और जोर से मार झटके बहनचोद.
मैं भी जोश में आकर और जोर-जोर से झटके मारने लगा.
स्मिता ने मेरी गांड पकड़ ली और धक्के मारते हुए पूरा सपोर्ट करने लगी.
मैं- मजा आ रहा है ना तुझे!
स्मिता मदहोशी में गांड उठाती हुई बोली- हां बहुत मजा आ रहा है … क्या पेलता है रे तू … आज तो मजा आ गया … आह रुकना नहीं है … करता रह आह!
मैं लंड पेलते हुए बोला- डाकू हसीना, लौड़े पर पसीना!
करीब 15 मिनट चोदने के बाद मैंने स्मिता की चूत से अपना लंड निकाला और उसको डॉगी स्टाइल में बिठाकर पीछे से चोदना शुरू कर दिया.
इस तरह से मैं उसको और दस मिनट तक चोदता रहा.
स्मिता- मेरा पानी निकलने वाला है … आअह!
यह कहते हुए वह झड़ गई.
फिर मैंने उसको सीधा किया और उसकी चूत को चाट-चाट कर सारा पानी पी लिया.
मैं पुनः उसके ऊपर लेट कर फिर से उसे चोदने लगा और थोड़ी देर बाद मेरा काम फिनिश होने को आया.
मैं- मेरा माल निकलने वाला है. बोल कहां निकालूं?
स्मिता- अरे अन्दर निकला, तो गलत हो जाएगा … मेरे ऊपर आकर मेरे मुँह में डाल दे!
मैं- ओके ओके.
फिर मैंने 15 से 20 झटके और मारे और उसके बाद लंड को निकाल कर उसके मुँह के पास ले गया.
स्मिता ने मेरा लंड जोर-जोर से चूसना शुरू कर दिया.
मैंने उसके मुँह के अन्दर सारा माल निकाल दिया और उसने सब माल पी लिया.
हम दोनों फिर से किस करने लगे और एक साथ चिपक कर सो गए.
सुबह उठकर हम दोनों ने एक साथ बाथरूम में नहाना-धोना किया, फिर नाश्ता किया.
उस दिन से हमें जब भी मन करता, तब सेक्स कर लेते थे.