दोस्तो, मैं 20 साल का साहिल आप सभी को प्रणाम करता हूँ.
मैं मुंबई में रहता हूँ और दिखने में ज्यादा खास नहीं हूँ, पर किसी की भी चूत को चोद कर उसे सही से खुश कर सकता हूँ.
मुझे भाभियों और कुंवारी लड़कियों को चोदने में बहुत मजा आता है.
वैसे तो मैं सेक्स कहानी बहुत टाइम से पढ़ता आ रहा हूँ लेकिन अपनी कहानी को आप सबसे कभी साझा कर पाऊंगा, ऐसा सोचा नहीं था.
इधर सभी की सेक्स कहानी पढ़ कर मुझे लगा कि मुझे भी अपनी कहानी आप सबसे शेयर करनी चाहिए.
मैं किराये के कमरे में रहता हूँ.
मेरे बाजू में जो रूम था, वह मेरे मकान मालिक का है. उनको कमरा किराए पर तो देना था. परंतु वे यहां नहीं रहते थे … तो सब कुछ हम लोग ही देखते थे.
उस कमरे को रेंट पर देना हो या कोई काम करवाना हो, सब कुछ हम लोग ही करते थे.
तो हुआ यूं कि बहुत समय तक कोई सही किराएदार रहने नहीं आया.
उधर मकान मालिक फोन पर पूछते रहते थे कि कोई ढंग का परिवार मिले तो ही कमरा किराए पर देना.
एक दिन एक भाभी ने मुझसे संपर्क किया, उन्होंने मुझसे बाजू वाले कमरे में रहने की अपनी इच्छा जाहिर की और पूछा- क्या आप यह कमरा किराए पर दे सकते हैं?
तो मैंने उनको रूम रेंट पर देने की बात की.
यहां मुंबई में कमरे का किराया बहुत ज़्यादा होता है. एक छोटे से कमरे का भी किराया 5000 से 6000 रुपए मांगते हैं.
उसी हिसाब से मैंने भी छह हजार रुपए किराया मांगा था.
लेकिन वे भाभी बोलने लगीं- छह हजार बहुत ज्यादा हैं.
मुझको भी भाभी का व्यवहार अच्छा लगा, तो मैंने मकान मालिक से बात करके उन्हें थोड़े कम किराए में कमरा दे दिया.
भाभी ने चार हजार रुपए में कमरा ले लिया था.
फिर जब भाभी और उनका पति अपना सामान शिफ्ट कर रहे थे, तो मैंने उनका सामान सैट करवाने में उन लोगों की मदद की.
इससे भाभी खुश हो गईं और मुझसे बोलीं कि थैंक्स भैया … आपने हमारी बहुत मदद की. मुझे भी कभी मौका मिलेगा, तो मैं भी आपकी मदद करूँगी.
उस वक्त मुझे भाभी की यह बात समझ नहीं आई कि उनके कहने का क्या मतलब है.
अब उनसे मेरी बातचीत होने लगी थी.
इधर मैं आपको भाभी के बारे में बता देना चाहता हूँ.
वे 23-24 साल की एक बला की खूबसूरत महिला थीं, जो किसी को भी पहली बार में ही अपनी खूबसूरती का दीवाना बना सकती थीं.
उनके मटकते नितंब और थिरकते दूध देख कर किसी का भी लंड उन्हें सलामी देने लगेगा.
फिर तो हाल यह हो जाएगा कि जब तक लंड को शांत ना किया जाए, तब तक चैन ही नहीं मिलेगा.
भाभी की फिगर का साइज़ 34-30-36 की है.
उनके बूब्स बहुत ही मस्त हैं. देखते ही मन करता है कि उनको चूस चूस कर सारा दूध पी जाऊं.
भाभी ने जल्द ही अपने कमरे में सब सैट कर लिया.
उस कमरे में वे दो जन ही रहने वाले थे. उनका कोई बच्चा नहीं था.
सुबह उनके पति जॉब पर चले जाते थे, तो वे मेरे घर में मम्मी के पास आ जाती थीं.
इस तरह से भाभी का मेरे घर में आना जाना होने लगा था.
एक दिन मैं बाहर गया था. मुझे कुछ सामान लाना था.
मैंने सोचा कि उनके पति के साथ में ही घर पर चला जाऊंगा तो मैंने अपनी मम्मी से कहा कि मुझे उनका नंबर चाहिए.
मम्मी ने भाभी को मेरा नंबर दे दिया.
उस पर उन्होंने अपने पति का नंबर भेज दिया.
इस तरह से हम तीनों के नंबर आपस में अदल बदल गए थे.
फिर एक दिन उनका हाय का मैसेज आया.
मैं भाभी का मैसेज देख कर पहले तो चौंक गया.
पर बाद में जब उन्होंने लिखा कि मैं तुमसे बात करना चाहती हूँ, तो धीरे धीरे उनके साथ बातचीत होना चालू हो गई.
एक दिन भाभी ने कहा- मैं तुमको पसंद करती हूँ.
मैंने भी जबाब में बोल दिया- मैं भी आपको पसंद करता हूँ.
धीरे धीरे हम दोनों में प्यार मुहब्बत की बातें होने लगीं.
अब प्यार मुहब्बत की बातें तो जवान दिलों में किस तरह से शुरू होती हैं और किस मुकाम पर चलती चली जाती हैं, यह किसी से छुपा नहीं है.
वही हुआ, हम दोनों के बीच सेक्स चैट भी होने लगी.
अब कभी कभी हम दोनों वीडियो कॉल पर भी बात करने लगे.
जब भी मौका मिलता तो मैं भाभी के पास चला जाता और उधर वे मुझे हग कर लेतीं.
मैं भी उन्हें होंठों पर किस कर लेता.
वे लिप किस के आगे और कुछ नहीं करती थीं, तो मैं भी रुक जाता था कि कहीं मैंने आगे कुछ किया और भाभी को अच्छा नहीं लगा तो रायता फैल जाएगा.
हमारे बीच ऐसे ही चल रहा था लेकिन इतना समझ आने लगा था कि अब आग दोनों तरफ लग चुकी थी. इसी लिए मिलने के लिए दोनों तड़प रहे थे.
एक दिन मेरे घर पर कोई नहीं था, उस दिन मेरे घर में मम्मी नहीं थीं वे बुआ के पास रहने गई थीं.
तो उनके पति के काम पर जाने के बाद मैंने उनको मैसेज किया- कोई ना देखे, ऐसे मेरे रूम में आ जाओ.
लेकिन भाभी ने मना कर दिया.
मेरे बहुत मनाने के बाद वे मान गईं और कुछ देर में मेरे कमरे में आ गईं.
भाभी उस दिन मेरे पास आईं तो और भी ज्यादा हॉट लग रही थीं.
मैंने उन्हें कमरे में अन्दर लिया और सीधे अपने गले से लगा कर किस करना चालू कर दिया.
भाभी भी मेरा साथ देने लगीं.
हम दोनों ने लगभग 10 मिनट तक लगातार किस किया.
हमारे होंठ एक दूसरे से अलग ही नहीं हो रहे थे.
मैंने भाभी के मुँह में अपनी जीभ डाल दी तो वे मेरी जीभ को चूसने लगीं और हम दोनों एक दूसरे की लार को पीने लगे.
फिर मैं उनको अपने बेड पर ले गया और उन्हें लेटा दिया.
वे भी चुदाई की मुद्रा में चित लेट गई थीं और मुझे अपनी बांहों में लेने के लिए हाथ फैला दिए थे.
मैं भाभी के ऊपर चढ़ गया और उन्हें किस करने लगा.
वे मुझे अपनी बांहों में भर कर मेरे होंठों का रस पीने लगीं.
तभी मैंने अपने एक हाथ से उनके एक दूध को पकड़ लिया और दबाने लगा.
भाभी आह आह करने लगीं.
कुछ ही समय बाद मैंने उनके टॉप के ऊपर से ही उनके दूध को मुँह से चूसना शुरू कर दिया.
फिर आग फैलने लगी और धीरे धीरे हमारे सारे कपड़े एक एक कर उतरने लगे.
मैंने भाभी की ब्रा को भी उतार दिया और उनके बड़े बड़े मम्मों को आज़ाद कर दिया.
मैं उनके एक थन को चूसने लगा और दूसरे को मसलने लगा.
भाभी को भी मजा आने लगा; वे भी चुदासी होने लगी थीं.
वे मेरे सर को अपने दूध पर दबाती हुई बोल रही थीं- आह चूसो मेरे राजा … पूरा दूध निचोड़ लो मेरे राजा!
यह किसी भी भाभी के साथ मेरा पहला मौका था तो मैं कुछ ज़्यादा ही जोश में था.
मैं भाभी के दोनों दूध चूसते हुए धीरे धीरे नीचे आता गया और उनकी टांगों के बीच में मुँह लगा दिया.
पहले मैंने भाभी की चूत पर अपना हाथ फेरा और पेट को चाटा.
वे अपनी चूत पर मेरे हाथ को पाकर मचल उठीं और मुझे सर धकेलती हुई चूत चाटने का इशारा करने लगीं.
मैं उनकी चूत को भी किस करने लगा तो उनके मुँह से आहह आहह करके आवाज़ आने लगी.
उनकी चुदासी आवाजों से मुझे और जोश आने लगा था.
मैं उनकी चूत में अपनी पूरी जीभ डाल कर अन्दर बाहर करने लगा.
थोड़ी ही देर में वे झड़ गईं.
मैंने उनकी चूत से निकला रस चाट लिया और चूत को चाट कर साफ कर दिया.
अब उनकी बारी थी तो उन्होंने मेरी अंडरवियर उतार दी.
फिर मेरे कड़क लंड को बड़े ही प्यार से सहला कर चूमा और मेरी आंखों में वासना से देखती हुई लंड की गोटी सहलाने लगीं.
मेरी यह वासना अपने शिखर पर थी कि भाभी मेरे लौड़े को अपने मुँह से प्यार करें.
कुछ देर सताने के बाद आखिर भाभी ने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और उसे मस्ती से चूसने लगीं.
जैसे ही मेरे लंड ने भाभी के मुँह की गर्मी का अहसास किया, सच बता रहा हूँ लंड को जन्नत का सुख नसीब होने लगा.
कामी मर्द के जीवन का यह सबसे बड़ा सुख होता है कि कोई लड़की लंड को मुँह में लेकर चूसे.
मैं भी आवाज निकालते हुए भाभी के मुँह को ही चूत समझ कर चोदने लगा और जन्नत की सैर करने लगा.
मुझे बहुत मज़ा आने लगा था.
कुछ ही देर में मैं झड़ने को हो गया तो मैंने भाभी को बताया.
भाभी मेरी खुशी को सौ गुणा बढ़ाती हुई इशारे से बोलीं- मुँह में ही आ जाओ.
मैंने उनके सर को अपने लौड़े पर दबाते हुए कहा- क्या सच में रबड़ी खाने का जी कर रहा है?
वे हंस कर इशारा करने लगीं क्योंकि उनके मुँह में तो केला घुसा हुआ था.
मैंने लंड झाड़ कर बाहर निकाल लिया और बचा हुआ रस उनके पेट पर गिरा दिया.
मैं फिर से उनकी चूचियों को चूसने लगा और चूत को चाटने लगा.
मेरा लंड कुछ ही देर में फिर से तैयार हो गया था.
थोड़ी बहुत जो कसर रह गई थी … वह भाभी ने अपने मुँह में लंड को लॉलीपॉप की तरह चूस कर खत्म कर दी और लंड को चूत चुदाई के लिए तैयार कर दिया.
भाभी बोलीं- अब देर मत करो मेरे राजा … बस अब जल्दी से चोद दो मुझे … और मुझे अपनी बना लो.
मैंने उनको चुदाई की पोजीशन में सैट किया और अपने लंड को उनकी चूत पर रगड़ने लगा.
उनको अपनी चूत में लंड की गर्मी मिली तो उनको और ज्यादा जोश आने लगा.
फिर मैंने उनकी चूत में एक झटका मारा और मेरा लंड उनकी चूत में घुसता चला गया.
उनको थोड़ा दर्द हुआ और वे कराहने लगीं ‘आआह अहह … ओह.’
देसी हॉट भाबी की दर्द भरी आवाज़ निकलने लगी.
लेकिन मैं अब कहां रुकने वाला था, मैं तो लगातार झटके देने लगा.
थोड़ी ही देर बाद वे मस्त होने लगीं और उनकी मादक आवाज निकलने लगी- आह चोदो मेरे राजा … आहह आआह!
पूरे कमरे में हमारी चुदाई की आवाजें गूंजने लगीं.
थोड़ी ही देर में भाभी का काम हो गया और वे परमानन्द प्राप्त कर निढाल हो गईं.
कुछ ही देर में मेरा भी होने को आ गया था.
वह पहले ही बोली थीं कि अन्दर ही गिरा देना.
मैंने भी बेखौफ चुदाई की और लंड का रस भाभी की चूत के अन्दर ही निकाल दिया.
मैं झड़ कर भाभी के ऊपर ही लेट गया.
उस दिन मैंने भाभी को दो बार चोदा.
अब जब भी हम दोनों को चुदाई का मौका मिलता है, तो मैं उनको चोद लेता हूँ.