मेरा नाम पल्लवी है और मेरी उम्र 27 साल है, शादी हुई है और मैं हूं। मेरा पति सागर उनकी उम्र 30 साल है। हम मुंबई में रहते हैं हमारे शादी को 3 साल हुए हैं हमारी शादी शुदा लाइफ बहुत अच्छे से चल रही है। सागर सेक्स में बहुत अच्छा है। सागर की सबसे अच्छी बात है उसका लंड। सागर का लंड सच में 9 इंच बड़ा और मोटा है पहली रात में उसने मुझे ऐसा चोदा था कि मेरा खून निकल आया था मेरी चूत से। सागर का स्टैमिना भी अच्छा है 40/50 मिनट तक पानी नहीं निकलेगा। सेक्स में मैं पूरी तरह से संतुष्ट हूं सागर से। सागर को एक बड़ी बहन है मीना.उसकी उम्र 32 साल है और उसके 2 लड़के हैं 10 साल और 7 साल के। मीना और मीना के पति भी मुंबई में रहते हैं।मीना दिखने में बहुत खूबसूरत औरत हैं। 2 बच्चे होने के बाद भी मेनटेन हैं मीना की फिगर। हम हफ़्ते में 1 या 2 बार एक दूसरे के घर आते हैं। अच्छे रिश्ते हैं हमारे उनके साथ अब कहानी यहां से शुरू होती है। मेरे सास पहले से नहीं थी और ससुर 7 महीने पहले गुजर गए थे। ससुर जाने के बाद उनके फ्लैट पे दोनो भाई बहन की नज़र थी। 2bhk का प्लाट था मुंबई में उनका। हम चाह रहे थे कि ओ फ्लैट सिर्फ हमको मिले, लेकिन हमारे वकील ने कहा हमको कि मेरे पति के बड़ी बहन की नोक के बेगार ओ फ्लैट सिर्फ हमको मिल नहीं सकते। अब हम सोचने लगे कि मीना कैसे मनेगी नॉक देने के लिए। मीना भी आधा हिसा मांगेगी हमसे फ्लैट। जो हमको देना नहीं था उसे.लेकिन कोई रास्ता भी नजर नहीं आ रहा था हमको एक दिन ऐसे ही मैं दिन में टीवी देख रहे थे तब मेरे आदमी में एक ख्याल आया। बहुत ख़तरनाक ख्याल था ओ. बस अब मुझे पति को कैसे भी करके मनाना था। उस दिन रात में पति घर आये। चूहे को जब हम बिस्तर पर सेक्स के मूड में थे टैब मैंने सागर को कहा “मेरे दिमाग में एक प्लान है, अगर ओ सही से होता है तो फ्लैट सिर्फ हमारा हो सकता है” सागर ने पूछा “क्या प्लान है तुम्हारे दिमाग में” टैब मैंने कुछ देर सोचाके बोली “अगर तुम तुम्हारी बड़ी बहन से सेक्स करते हो तो” तब तक सागर चिल्लाया मुजपे “क्या पगलो जैसे बातें कर रहे हो पल्लवी, तुम्हारा दिमाग जगह पे है भी नहीं” मुख्य बोली “पहले पूरी बात तो सुन लो ” सागर बोला “मुझे कुछ नहीं सुनानी तुम्हारी बात, तुम्हारा ख्याल घटिया है” फिर भी मैं बोली “सुनो ध्यान से, अगर तुम तुम्हारी बहन से सेक्स करते हो और मैं उसकी रिकॉर्डिंग कर लू तो फिर तुम्हारी बहन को नोक देने के अलावा कोई रास्ता नहीं रहेगा” सागर बोला ”ये पॉसिबल नहीं है डियर, कुछ और प्लान सोचो” मैं बोली ”क्यू नहीं पॉसिबल, सब पॉसिबल हैं, सिर्फ आप हां कहो बाकी मैं संबल लुंगी “लेकिन सागर ने कुछ नहीं बोला और सो गया लेकिन मैं कहा हर मनने वाली थी। दूसरी रात को मैंने सागर को कहा “सागर, ऐसा करने से फ्लैट हमको मिल जाएगा, और एक खूबसूरत बदन तुमको चोदने मिल जाएगा” सागर बोला “बेवकूफ ओ मेरी बहन है, ये हो ही नहीं सकता है” टैब मैंने बोली सागर से “मुजे तुम्हारी बहन की एक कामजोरी पता है” सागर बोला “कोन्सी” मैंने कहा “तुम्हारी बहन एक असंतुष्ट औरत है अपने पति से सेक्स में खुश नहीं ओ” सागर बोला “क्यू खुश नहीं हैं” मैंने कहा “तुम्हारी बहन को बड़ा लंड चाहिए और। तुम्हारे जीजू का लंड छोटा है और स्टैमिना भी बहुत कम है”सागर बोला”लेकिन उस बात से मेरा क्या लेना देना है” मैंने कहा “यही तुम्हारी बहन का कमजोर बिंदु का फ़ायदा हमको उठाना है, बस आप हां कहो बाकी मैं देख लेती हूं ये सब कैसे करना है” सागर कुछ देर सोचता रहा फिर बोला “ठीक है, लेकिन कोई समस्या नहीं होनी चाहिए किसी को भी” मैं खुश होके बोली”जरा भी नहीं डियर” और हमने हमें रात बहुत मजे में सेक्स किया सेक्स होने के बाद सागर सो गया। लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी। अब मेरा दिमाग अगले प्लान के बारे में सोचने लगा था.
2 दिन बाद मीना हमारे घर आये सुबह ही। हम दोनों बेडरूम में बात कर रहे थे तभी मेरे दिमाग में एक आइडिया आए। मैंने मीना से बोली “आज पूरा बदन और कमर दर्द कर रहे हैं मेरे” मीना बोली “क्यों” मैंने कहा “तुम्हारे भाई को पूछ लो” मीना हंस के बोली “आप ही बता दो ना भाभी” तब मैंने बताया “आज सुबह 5 बजे” हाय तुम्हारे भाई का सेक्स करने का मूड हुआ, और उन्होंने मुझसे इतना वाइल्ड तरीके से सेक्स किया कि मेरा पूरा बदन दर्द कर रहा है और कमर भी, उनका 9 इंच का बड़ा लंड से मेरी चूत की हालत खराब कर दी, अब भी मुझे ठीक से चलने को नहीं हो रहा है, कम से कम 50 मिनट तक बिना रुके चोद रहे थे मुझे जोर जोर से” ये सब बातें करते हैं वक्त मैंने मीना की अभिव्यक्ति देख रहे थे, मेरे बाते सुन के मीना कुछ गरम होने लगी थी। उसके बिना भी जोर से लेने लगी थी, धड़कन तेज हो गई थी, और चेहरे पे शरम आने लगी थी मैंने फिर आगे बोली “मेरा 5 बार पानी निकल चुका है लेकिन तुम्हारे भाई का पानी निकालने का नाम ही नहीं ले रहे थे। अकिर में मैंने उनको मेरे गांड में लंड डालने को कहा, तब 10 मिनट बाद कहा उनका पानी निकाला, पूरी ठंडी कर दिया मुझे तुम्हारे भाई ने” अब मीना और बेचैन लगाने लगी मेरे बाते सुन के.फिर मैंने टॉपिक चेंज कर दिया, लेकिन मीना की बेचैनियां कम नहीं हुए.मेरा तीर निशाने पे लग गया था राता को पति को मैंने ये किस्सा बताया तब ओ बोले “तू एक नो की नौटंकी” बाज़ हैं, तेरा हाथ कोई नहीं पकड़ सकता है” मैंने मुस्कुरा दिया। फिर सागर ने पूछा अगला प्लान क्या है। मुख्य बोली “अगले हफ्ते में मीना का पति ऑफिस टूर पे 3 दिन के लिए बहार जा रहा है, तन मैं उसे बचोई के साथ यहां बुलाने वाली हूं” सागर भी मुस्कुराया फिर मैंने मीना को कॉल करके बोल दिया कि जीजू जाने के बाद 3 दिन यहीं आ जाओ। मीना भी राजी हो गई। और अगले हफ्ते हमारे यहां आ गए जीजू जाने के बाद। शाम को सागर घर आया तब मीना के बहुत से बहुत खेला, सब ने खाना खा लिया, बच्चे जल्दी सो गए, बच्चों को हाल में सुलाके हम कुछ देर बातें कर रहे थे। बाद में मैं और सागर भी चले गए सोने को। मीना हॉल में ही सोने लगे, हमारा बेडरूम हॉल के पास ही था। बेडरूम में आते ही मैंने सागर को बता दिया क्या एक्टिंग करनी है। हम दोनों नंगे हो गए और बात करने लगे थोड़े जोर से ताकि मीना सुन सके, मुझे पता था मीना सोए नहीं अभी तब। हमारे बारे में शुरू हुए, मैं “सागर, जरा धीरे से दबाओ ना मेरे स्तन, दर्द होता है” सागर बोला “तेरे स्तन दबा दबा के मुझे दीदी जैसे बड़े करने हैं” मैंने बोली “तुम्हारे दीदी के तो कितने बड़े स्तन हैं, तुमको पसंद हैं वैसे बड़े स्तन” सागर बोला “हां प्रिय, जब भी दीदी घर पे आती तो मैं उसके स्तन देखता ही रहता हूं, कितने खूबसूरत स्तन हैं मेरी बहन के, जी करता है कि फिर हम बिना बोले किसिंग शुरू करते हैं, मैंने देर से बेडरूम के दरवाजे के नीचे की छोटी गैप पे तरफ देखती हूं तब मुझे वहा परछाई दिखती है मीना की, मुख्य समाज जाति हूं की मीना बेडरूम के दरवाजे के पास खड़ी हैं और हमारी बातें सुन रहे हैं। फिर सागर मेरे चूत में लंड डालता है और मैं चिल्ला उठती हूं “ओह्ह्ह्ह भगवान, धीरे से डालो नाआ, कितना डर हो रहा है मुझे, मेरे तो चूत मोटी लग गई हैं” सागर बोलता है “चुप रंडी, औरतें तरसती हैं ऐसे बड़े लंड के लिए और तू साली डरती है क्या बड़े लंड से” मैंने कहा “लेकिन सागर आपका तो बहुत बड़ा है, कोई औरत ऐसा लंड एक बार ले ले तो जिंदगी भर नहीं भूल पाएगी तुमको” सागर बोला “चल आज तू जन्नत की सैर करता है “और जोर जोर से फटके मरने लगा और मैं और जोर जोर से चिल्लाने लगी “ऊऊई मां मर गई मैंने भी, उम जरा धीरे चोदा नाआआ प्लीज, मेरे जान निकलने लगी ऊऊऊ गॉड” 40 मिनट तक हमारी चुदाई चली और फिर सागर का पानी गिरा। फिर मैंने सागर को गुड नाइट बोल के सोने का नाटक करने लगी. 10/15 मिनट बाद धीरे से उठी और दरवाजा खोल के हॉल में देखा तो मीना वहां नहीं थी, मुख्य बाथरूम की और गई और बाथरूम के पास जाके धीरे से खड़ी रहे।
बाथरूम में से मुझे मीना की सिस्कारिया सुनाने लगी. मैं समाज गया. मीना उंगली दाल के चूत से पानी निकल रहे हैं। मेरा काम हो गया था. मैं वापस आ गया सो गया। सुबह मीना 7 बजे उठी और बच्चों को तैयार करके स्कूल छोड़ने चली गई। एक नर्सरी में था और एक पहले मैं। डोनो का स्कूल सुबह का था। मैं भी 8 बजे उठी और सागर को काम में कुछ कहके गए। किचन में आके चाय बनाई तब तक मीना बच्चों को चोद के वापस आ गए मैंने मीना को कहा कि तुम्हारे भैया को चाय देके आओ। जैसे ही मीना चाय का कप लेके निकली मैं चुप के से मीना के पीछे चले गए, मीना बेडरूम में गए और मुख्य बेडरूम के दरवाजे से देखने लगी। बिस्तर पर सागर सोया था और पूरा नंगा था, सागर का बड़ा लंड साफ साफ दिखाया दे रहा था। मीना सागर के बिस्तर के पास खड़ी होके सागर का लंड देख रहे थे। 1 मिनट तक मीना देखती रही फिर होश में आके उसने कहा “सागर भैया, 8 बज गए उठो अब और चाय लो” सागर ने आंखे खोली और मीना की तरफ देखने लगा, मीना का ध्यान अब भी सागर के लंड पर थी ये बात सागर के ध्यान में आए तब सागर ने अपने बदन पे चादर ले ली। मीना शर्मा के आला की और देखने लगी। सागर ने मीना को कहा “गुड मॉर्निंग दीदी” और मैं वैपिस किचन में चली आई। कुछ देर में मीना भी किचन में आ गई लेकिन उसका चेहरा लाल लाल हो गया था। मैंने चुप के से उसकी और देख रहे थे।बेचैन लग रहे थी मीना बहुत उसके भाई के लंड को देखाके सब ताजा होके नास्ता करने बैठे मीना बार बार उसके भाई की और देख रही थी। मैने डायन से देखा तब सागर भी अपनी बहन की और ही देख रहा था।मीना ने नाइटी पहनी थी ट्रांसपेरेंट उसे से उसकी ब्लैक कलर की ब्रा साफ-सुथरी दिखाई दे रही थी और सागर का डायन उसकी ब्रा पे बार बार जा रहा था। मैं यार हाय यार मैं हसने लगी. फिर सागर ऑफिस चला गया। मैं और मीना मार्केट गए कुछ सामान लेने और आते वक्त बच्चों को स्कूल से लेके आए। शाम को सागर वापस आया। सब ने एक साथ खाना खाया और कल की तरह सोने चले गए। आज मुझे एक कदम और आगे बढ़ाना था। बेडरूम में जाते हुए मैंने जंबुज के बेडरूम का ताला नहीं लगाया। कल जैसे हम नग्न हो गए और जोर जोर से बातें करने लगे “सागर, कृपया आज मुझे धीरे से करोगे ना?” सागर बोला “आज तो तेरे चूत फाड़ डालुगा मैं” मुख्य बोली “रुको, मुख्य बेडरूम का दरवाजा बंद करना भूल गए हूं, बंद करके आती हूं” सागर बोला “कोई जरूरी नहीं है बैंड करने की, कोई नहीं आएगा” के तहत मैं फिर बोली “2 मिनट मुझे छोड़ो ना मैं अभी बेडरूम का दरवाजा बंद करके आते हूं” सागर बोला “एक मिनट भी तुझे अब डर जाने नहीं दूंगा, आज बहुत मूड में हूं मैं” और हम चूमने लगे एक दूसरे को। बेडरूम का ट्यूब लाइट हमने ऑन ही रखा था।किसिंग करते हुए मैंने धीरे से बेडरूम के दरवाजे की और देखा। मैंने देखा मीना ने थोड़ा सा दरवाजा खोला है और अंडर देख रही हमको, फिर मैंने वहां ध्यान नहीं दिया और सागर को बिस्तर पर खड़ा किया और नीचे बैठ के सागर का लंड चूसने लगी। सागर का लंड इतना बड़ा था कि मेरे मुँह में पूरा जाता भी नहीं था। 10 मिनट तक लंड चूसने के बाद सागर ने उजे बिस्तर पे सुलाके मेरी चूत चटाने लगा। मैं सिस्कारिया लेने लगी. एक आँख से चुप के से दूर की और देखा तो मीना छोटे से गैप में से देख रहे थे हमको.चूत चटाने के बाद सागर मेरे ऊपर आया और मेरे चूत पे लंड रख के जोर का धक्का मारा, मैं चिल्ला उठी “धीरीईईई नाआआ, मार डाला.ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊ भगवान भी तो मेरी रंडी ही है ना, इसलिए तू मैं रंडी की
तरह छोड़ रहा हूँ” मैं बोली “लेकिन आप जरा धीरे करो ना, बाहर तुम्हारी बहन सोये हैं उसने सुन लिया तो” सागर बोला “सुन लिया तो सुनाने दे, सुआने कभी लंड देखा नहीं है क्या, उसके पति से रोज चुदती होगी ओ साली भी इतनी बड़ी गांड हो गई उसकी और इतने बड़े स्तन” मुख्य बोली “अच्छा तो तुम्हारा ध्यान तुम्हारी बहन की गांड पर भी हैं क्या” सागर बोला “क्या करू डियर, कितनी खूबसूरत गांड हैं मेरी बहन की, जी करता है कि मोका मिला तो उसकी भी गांड मार दू” फिर मैं जोर जोर से हसने लगी.अब बाहर मीना की हालत और खराब हुए थे ये बाते सुन के.हमारा सेक्स हो गया और मैं कल की तरफ देखने लगा बहार। मीना आज भी बाथरूम गई थी उंगली डालने। अगले दिन भी सुबह चाय मीना को देने को कहा। इस बार सागर को बोला था कि उठना नहीं। मीना सागर के बिस्तर के पास खड़े होके सागर को आवाज दे रही थी लेकिन सागर उठाने का नाम नहीं ले रहा था, मैं बाहर से सब चुप के से देख रहा था। फिर मीना ने हिम्मत करके चाय टेबल पर राखी और सागर के पास बेड पर बैठ। और डरते-डरते उसने सागर के लंड को हाथ लगाया।1/2 मिनट तक सहलाया। वैसे ही सागर का लंड खड़ा होने लगा। तब मीना झट से वहां से उठी, मैं भी जल्दी से रसोई में आ गई। मेरे पीछे मीना आए और मुझे बोली “भाभी मैं नहाए जा रहे हूं” सब ताजा होने के बाद नास्ता करते वक्त सागर मीना को बोला “दीदी रात को नींद आए” ना ठीक से” मीना शर्मा के नीचे देखने लगी” फिर मैं बोली ”कैसे नींद आएगी बेचारी को बिना पति के अकेले में, तुम मेरे बिना इतने अच्छे हो क्या?” मेरे बात सुन के मीना और शर्मा चले गए मीना ने मुझसे पूछा ”भाभी, रात में मस्ती की या नहीं तुमने” मैंने कहा ”बिना मस्ती के तेरे भैया सोने देते हैं क्या मुझे रोज का है ये” और विषय परिवर्तन कर दिया, मुझे मीना को और तड़पना था। आज शनिवार था, बच्चों का स्कूल नहीं था। रात को सागर आते वक्त व्हिस्की लेके आया था सब के लिए। बच्चों को जल्दी खाना खिलाकर सुला दिया और हम सब पीते हैं। बोली “भाभी मैं 1 पैग से ज्यादा नहीं लेती हूं” सागर बोला “दीदी आज हमारे साथ 3 पैग भी कम लगेंगे तुमको देखना” चीयर्स करके हमने पहला पैग सब का जल्दी खत्म हो गया। दूसरा शुरू हुआ.अब हमारा नाटक भी शुरू करना था. मुख्य बोली “चलो आज एक गेम खेलते हैं, मैं कार्ड लेके आती हूं” और कार्ड लेके आये। मीना को बोली “मैं सब को एक कार्ड दूंगा, जिसका कार्ड बड़ा होगा ओ छोटे कार्ड वाले को हुकुम करेगा और जो चाहे ओ करने को कहेगा” सब ने किया, मैं कार्ड बताऊंगा, मुझे बड़ा कार्ड आया और सागर को छोटा कार्ड। अमीने सागर को कहा “सागर, जाओ और हमारे लिए ठंडा पानी और नाश्ता खत्म हुआ ओ लेके आओ किचन में से” सागर ने जैसा कहा वैसा किया। फिर कार्ड बाटे. इसबार मीना का कार्ड छोटा आया और मेरे बड़ा, मैंने मीना को कहा “मीना, अब तुम अपने हाथों से तुम्हारे भाई के शराब पिलाओगी, तब तक जब तक गिलास ख़त्म नहीं होता।” मीना शर्मते हुए सागर के पास गए और गिलास हाथ में लेके सागर को पिलाने लगी। सागर का गिलास पूरा भरा था। मैं मीना को बोली, “ग्लास खत्म होने तक, चाहे तो तुम सागर के पास बैठ के पिला सकती हो” और उसी वक्त सागर ने मीना के कमरे में हाथ डाल के मीना को अपनी जंगो पे बिठाया। अब मीना बहुत शरमाने लगे.सागर वैसे ही मीना के कमर पकड़ के पीने लगा. ग्लास ख़त्म होने के बाद वापिस से कार्ड बेटे.इस बार मेरा कार्ड छोटा आया और मीना का बड़ा. मीना ने मुझे वही करने को कहा, सागर की बाहो में जाके पिलाने कहा। मैं सागर के पास जाके उसका पेग बनाया और उसकी गोदी में जाके उसे पिलाने लगी। पीते वक्त अब सागर मेरे दोनों स्तन दबाने लगा मीना के सामने। मीना बी देख के गरम होने लगी फिर गेम शुरू हुआ। अब सब अच्छे नशे में थे। इस बार सागर का कार्ड छोटा आया और मेरा बड़ा। मैंने सागर को कहा कि अब तुम पूरे नंगे होके बैठो, सागर ने झट से अपने कपड़े निकल दिया और खड़ा हो गया। मीना सागर की और देखने लगी। सागर का 9 इंच का लंड तन गया था और सलामी दे रहा था।
मीना की तो धड़कन बढ़ गई देख के। अनेके फटी की फटी रह गई। फिर कार्ड बताए तब मेरा कार्ड छोटा आया और मीना का बड़ा। अब मीना भी मस्ती में थी. मीना ने मुझे नंगी होने को कहा। मैं भी नंगी हो गई. अब सागर और मैं दोनों शुद्ध नंगे थे। इसबार वापीस कार्ड बेटे, सागर का कार्ड छोटा आया और मेरा बड़ा। मैंने सागर को कहा “सागर अब तुमको अपनी बेटी से अपनी प्यारी बहना का रात और ब्रा निकलनी है।” मीना सुन के पानी पानी होने लगी और शर्मके नज़ारे झुका ली। सागर मीना के पास पहुचौर मीना को खड़ा करके उसकी नाइटी के कम निकली और नीचे से नाइटी उठाके ऊपर से निकली। डोनो हथसो, अब मीना सिर्फ पैंटी और ब्रा में थी ब्लैक कोलीउर के। फिर सागर ने मीना को अपने और किचा और अपने बदन पे उसका बदन लेके पीछे हाथ डाल के ब्रा का हुक निकलाने लगा।उसने वक्त देखा मैं .मीना पूरी गरम हो चुकी थी और दोनों हाथों से सागर को कस के पकड़ा था। लेकिन उसी समय सागर ने मीना का ब्रा निकलके मीना को झट से डर कर दिया अपने से। मीना एकदुम से होश में आ गए।मैं सोचने लगी कि क्यों ना अब मेरे असली मकसद पूरा कर लिया जाए। लेकिन फिर सोचा, इतनी जल्दी भी क्या है.जरा तड़पने तो दो मीना को. वैपिस से कार्ड बाटे. मेरा कार्ड छोटा आया और मीना का बड़ा। मीना मूड में आके बोली “भाभी अब तुम मेरे सामने भैया का चुसोगी” मैं झट से सागर पे पास जाके आला बैठ के चूसने लगे। मीना और सागर एक दूसरे की नज़र में नज़र मिलाके देख रहे थे। अब सब गरम हो चुके थे.10 मिनट चूसने के बाद वापसी गेम शुरू हुआ.इस बार मीना का कार्ड छोटा आया और सागर का बड़ा कार्ड आया. सागर मीना को बोला “दीदी, अब तुम अपने हाथों से अपने भय का लंड अपनी प्यारी भाभी की चूत में डालोगी।” ये बात सुन के मीना शर्मा गई। माईं मीना को बोले “मीना, ऑर्डर इज ऑर्डर, चलो” फिर मीना सागर के पास गए, और शरमाते हुए उनका लंड अपने हाथ में लिया और वैसे ही हाथ में लेके दोनों मेरे पास आए। पास आके मीना मुझसे बोली “भाभी आप नीचे सो जाओ, भैया का लंड मुझे आपकी चूत में डालना है” मैं नीचे जमीन पर सो गई, सागर भी पोजीशन लेके मेरे ऊपर आया। औए मीना ने अपने हाथो से अपने भाई का लंड लेके मेरे चूत पर रखा। मैने देखा अब मीना का पूरा बदन कन्पने लगा है भाई का लंड हाथ में लेके।सागर ने लंड चूत में डाला। मैं चिल्लाये. टैब सागर बोला अब लास्ट गेम खेल लो चोदते हुए ही कार्ड का। मैने मीना को कार्ड बताने को कहा।
इस बार भी मीना का कार्ड छोटा आया और मेरा बड़ा। मैंने मीना को कहा कि हमारे सेक्स होने के बाद तुमको सज़ा दोगी। और हम वाइल्ड तरीके से सेक्स करने लगे। सागर बहुत जोर जोर से चोदने लगा मुजे। मीना पास ही कहदी होके हमारा सेक्स देख रहे थे। करीब 40 मिनट बाद सागर का पानी निकला। सागर मेरे ऊपर से उठ के बाजू में गया तब मैं मीना को बोली “मीना अब तुम सागर को बाथरूम ले जाओगी और अपने हाथों से सागर का लंड साफ करोगी और बाद में मेरी चूत। मीना पहले से ही गरम थी। सागर के साथ बाथरूम गई। मैं भी पीछे से गया। मग में पानी लेके सागर का लंड साफ करने लगी। तब सागर पे ऊपर से मीना के पीठ पर हाथ फेरने लगा मुख्य बोली “बस करो मीना, अब मेरे चूत साफ करो” सागर बाहर आ गया और मुख्य बाथरूम में नहा गये सागर का पानी बाहर निकला। मीना के साथ में अब सागर का गंदा पानी था। मैंने अपने हाथ में लिया ओ गंदा पानी और मीना के मुंह के पास लेके सुआको चटाने को कहा। मीना अब मदहोश हो चुकी थी। उसने ओ पानी चैट लिया।मैंने मुस्कुराया और हम बाथरूम में से बाहर आ गए। मैंने मीना की और देखा तो ओ पूरी गरम हो गई थी।मैंने सब को खाना खाने को कहा। नानागे में हम सब ने खाना खाया और मैं बोली कि सो जाते हैं अब, और मैं और सागर बेडरूम चले गए सोने को। मीना बहार तड़पती रही. मुझे वही चाहिए था. मीना को तड़पाना था. कल का आखिरी दिन था हमारे पास. कल कोई भी हालात में हमको हमारी योजना सफल नहीं होगी। सुबह 8 बजे सब उठे। मैंने कहा “मीना आज रविवार है, मैं बच्ची को मेरी सहेली के घर चोद के आती हूं, हम दोपहर में शराब पीते हैं। सागर की भी छुट्टी है आज” मीना झट से हां बोल दी। रेडी होने के बाद मैंने सागर को बेडरूम में जेक सब प्लान समझा। और फिर बच्चों के लिए तैयार करके बोली मीना को “मैं सहेल; मैं के घर छोड़ आती हूं बच्चों को, वाहा और भी बच्चे हैं उनके साथ खेलेंगे ये.30 मिनट में आती हूं तब तक आपा लोग नास्ता कर लो” और चली गई। अब तक तो सब प्लान मुताबिक हो रहा था। बेडरूम में जाके मैंने सागर को कह दिया था कि तुम जरा भी पहले नहीं करना सेक्स के लिए।तुमरी दीदी को ही पहला करने देना। सहेली के यहाँ आके मैंने बच्चों को चोद दिया और कहा कि 4 बजे तक खेलने दो हम बाहर जा रहे हैं।
बच्चों को चोद के मैं एक रेस्तरां में आ गया और वाहा नास्ता करने लगी। 11 बजे सुबह के मैंने मीना को कॉल किया और बोली कि मुझे एक घंटा और लगेगा। 11.30 को सागर का कॉल आया “प्रिय मैंने बाथरूम में से बोल रहा हूं, हम बेडरूम में अब ड्रिंक करने वाले हैं, तुम दूसरी चाबी से दरवाजा खोल के छुप के नीचे आ जाओ। मैंने टूरेंट ऑटो पकड़ी और घर आ गए। सागर को एक मिस कॉल दिया ताकि सागर मीना को बेडरूम से निकलें ना दे। फिर दूसरी चाबी से दरवाजा खोला और नीचे आ गया। मैंने देखा सागर शॉर्ट पे था और पेग भर रहा था 2 ग्लास में की सारी में थी और स्लीव लेस बोलुसे जो बहुत लो कट था। सागर के बजे में बिस्तर पर बेटी थी, कैमरा निकला और वापस मीना को कॉल किया और ढेर आवाज में बोली “मैं सहेली के मम्मी को देखने हॉस्पिटल में आई हूं, मुझे आने में और 2 घंटे लगेंगे, तब तक आप शुरू कर दो” और फोन रख दिया और बेडरूम के पास आके देखने लगी। सागर बोला “किसका फोन था “मीना बोली “भाभी का, उसकाओ और 2 घंटे लगाने वाले हैं, हमको शुरू करने को कहा ड्रिंक्स” सागर ने एक गिलास मीना को दिया और एक खुद लिया और चियर्स किया। अब मैंने भी मेरा कैमरा ऑन कर दिया और अंडर का सब रिकॉर्ड शुरू कर दिया। उन दोनों की बात शुरू हो गई। मीना- भैया, रात में बहुत मजा आया ना क्रेडिट के गेम में। सागर- हाँ दीदी, पल्लवी हमेशा ऐसे मस्ती करती रहती हैं, तुमको बुरा तो नहीं लगेगा ना दीदी। मीन- नहीं भैया, मैंने बहुत एन्जॉय किया, भैया एक बात पूछू आपसे अगर आप बुरा ना माने तो सागर- अरे डरो नहीं पूछो सच में कुछ भी। मीना- भैया आपका लंड सच में बहुत बड़ा है सागर- क्यों मेरे जीजू का बड़ा नहीं है क्या। मीना- उनका नाम भी मत लो भैया, मर्द कहने के लायक भी नहीं हैं ओ तो सागर- क्यों दीदी, ऐसा क्यों कह रहे हो मेरे जीजू के नंगे मैं। मीना- भैया, उनका लंड छोटा है सिर्फ 5 इंच और स्टैमिना 5 मिनट के ऊपर नहीं है सागर- ओह, ये तो बुरी बात है, फिर तुम संतुष्ट कैसे होती हो मीना- कहा होती है भैया, ऐसी ही तड़पती रहती हो, सच में मेरी भाभी नंगे में बड़ी नसीब वाली हैं जिनको आप मिले। सागर- दीदी बुरा ना माने तो एक काहू तुमको मीना- बोलिए ना सागर- तुम बाहर कोई बी/एफ क्यों नहीं रखती हो, इसमें गलत भी कुछ नहीं है, आज कल सब चलता है ये। मीना- सच कहूँ तो भैया मेरे पहले से ही 2 बी/एफ हैं, एक आपके जीजू का दोस्त हैं और एक हमारी बिल्डिंग का अविवाहित लड़का है सागर- फिर उससे तो संतुष्ट हो ना तुम? “मीना- कह भैया, दोनों भी उनके जैसे हैं, छोटा लंड और कम स्टेमिना। सागर- ओह, ये तो और भी बुरी बात है। अब दोनों के एक-एक पेग ख़त्म हो जाता है और सागर वापिस डोनो में पेग डालता है मीना- भैया मुझे गर्मी लग रही है, मैं सारी निकाल दू अपनी? सागर- क्यों नहीं दीदी, घर में वैसे भी कोई नहीं है। मीना अब ब्लाउज और पैंटी पे होती हैं सिर्फ।मीना की डोनो गोरी गोरी तांगे चमकने लगती हैं।मैं सब सीन बंद कर रही हो] सागर- ब्लाउज भी उतार दो ना दीदी तो और रिलैक्स लगेगा। [मीना झट से अपना ब्लाउज और ब्रा भी निकाल देते हैं] मीना- भैया ये बताओ ना, मेरे स्तन बड़े हैं या भाभी के। सागर करीब से दोनो बोब्स देखता है मीना के और सागर- ऑफकोर्स दीदी, तुम्हारे बड़े हैं। अब मीना सागर के एकदुम पास बैठ जाती हैं और सागर पे पैंट पे हाथ रखती हैं और लंड दबती हैं सागर- दीदी ये क्या कर रहे हैं तू मीना- भैया, आज मुझे तुम्हारी लंडकी सैर करनी है सागर- पागल हो गए क्या मीना तुम , हम ऋषि भाई बहन हैं और तुम ऐसा सोच रहे हो मीना- कल जब मैंने तुम्हारे लंड का पानी चाका तब से पागल ही हो गया मैं सागर- मेरे लंड का पानी? कब चाका?
मीना- जब भाभी की चूत साफ कर रही थी तब भाभी ने वहा से तुम्हारे लंड का पानी निकलके मेरे मुँह में चटाने दिया सागर- ओह्ह, तो ये पल्लवी की हरकत थी, कुछ भी होने दो मीना, मैं ये सब नहीं करुगा [अब मीना] पूरी पागल होके सागर को चूमने लगती है, सागर को बिस्तर पर गिराके उसे ऊपर आके उसे चूमने लगती है और मुंह में मुंह डालकर स्मच करना शुरू कर देती है, 5 मिनट बाद सागर भी मीना को चूमता है, अब डोनो नंगे हो जाते हैं . मीना सागर के लंड के पास आके मीना-भैया, आज मेरा सपना पूरा होने वाला है सी बड़े लंड से चुदाई करने का [और मुँह में लेके पगलो जैसा चूसना शुरू कर देती हैं। सागर भी बड़े प्यार से अपनी सगी बहन से लंड चुसाता है। बहुत देर बाद सागर मीना को निहसे सुलाके चूत पे लंड रख के जोर का धक्का मारता है। मीना चिक पड़ती है, सागर अपने मुँह से मीना का मुँह बंद करके चोदने लगता है, मैं दोनों भाई बहनों की चुदाई अपने कैमरे में रिकॉर्ड कर रही थी। फिर पोजीशन चेंज करके सागर मीना को डॉगी स्टाइल में चोदता हूँ। फिर सागर एक पत्ती लेता है और मीना के आंको के बंदता है तब मीना पूछती है ये क्या है। सागर कहता है देखते जाओ। और पत्ती कास के बढ़ता है। और मुझे आने का इशारा करता हूं ढेरे से बेडरूम में प्रवेश कराता हूं। अब सागर मीना को सीधा लेता के चोदना शुरू कर देता है। करीब एक घाटे तक उनको चुदाई शुरू होती है। मेन्स अब क्लोज अप मी शट कर लेती हूं। जैसा सागर का पानी गिरता है। मैं बाहर आ जाती हूं. कैम बैंड करके दराज में रखती हूं और घर के बाहर चली जाती हूं। 20 मिनट बहार टाइम पास करके मैं मीना को कॉल करती हूं और 5 मिनट में पूछ रही हूं। 5 मिनट में घर जाके डोर बेल बजाती हूं। मीना दरवाजा खोलती है, अब मीना नाइटी में थी। नॉर्मल लग रहे थे, जैसे कुछ हुआ ही नहीं। फिर हम सब ड्रिंक करते हैं। लेकिन मीना मुजे जरा भी शक होने नहीं देती कि उसने भैया के साथ सेक्स किया है। शाम को बच्चों को लेके आते हैं हम। रात में खाना खाने के बाद सो जाते हैं। तब सागर मुझे कहता है “”प्रिय, तुम्हारे सोने के बाद मीना ने मुझे बाहर बुलाया है सेक्स करने के लिए” मैं हंसती हूं “कोई बात नहीं, आनंद करो, वैसे भी हमारा काम हो गया है। बेचारी को और एक बार खुश कर दो। फिर मैंने सोने का नाटक करती हूं और सागर बाहर चला जाता है। 10 मिनट के बाद मैं भी बाहर आती हूं तो मुझे हॉल में डोनो दिखाये नहीं देते, मैं किचन में जाती हूं तो देखती हूं किचन में डोनो नगे हैं और मीना सागर का लंड चूस रहे हैं अनेके बंद करके। मैं अपने शयनकक्ष में आ जाती हूं और सो जाती हूं। देर रात में 2 बजे सागर बेडरूम आता है और मुझे कहता है। 2 बार चोदा उसको मजा आ गया. अमीन कहती हूं ”योजना सफल” और डोनो सो जाते हैं।