मेरा नाम अवनि है.
मैं 19 साल की हूँ.
मेरा रंग गोरा है और मेरा फिगर 26-28-26 है।
मेरे परिवार में मैं, मेरे भैया, और मेरे पापा ही रहते हैं।
मेरी मम्मी का नाम सविता है पर वे अब इस दुनिया में नहीं रह रही हैं।
मेरे पापा ने 10 सालों में पहली शादी नहीं की मम्मी के जाने के बाद।
मेरे पापा एक बिजनेसमैन हैं, उनका नाम राजेश है।
भैया का नाम आदित्य है, वे कॉलेज जाते हैं और फ्री समय में पापा का साथ देते हैं बिजनेस में।
मैं घर में सबसे छोटी हूं इसलिए मुझे पापा और भैया प्यार से देख लेते हैं और कुछ नहीं बोलते हैं।
मैं जो बोलूं, वे मुझे देते हैं, मेरी जिद पूरी करते हैं।
हमारा घर बहुत बड़ा है, जिसमें 3 बेडरूम हैं और हमारे घर में नौकर भी रहते हैं काम करने के लिए।
भैया मेरे से 2 साल बड़े हैं और वे फाइनल ईयर में पढ़ रहे हैं.
और मैं फर्स्ट ईयर में दाखिल हुई हूं।
स्कूल में मेरे ज्यादा दोस्त नहीं थे क्योंकि मैं ज्यादा देर किसी बात नहीं करती थी और चुपचाप रहती थी।
जब मैं कॉलेज में गई, वहां मेरे दोस्त बन गए बहुत लोग लड़के और लड़कियां।
और मैं उनके साथ मजे करने लगी।
मुझे सेक्स के बारे में कुछ भी पता नहीं था उस वक्त तक।
पर मेरी सहेलियों के बॉयफ्रेंड थे जो मेरे ही क्लासमेट्स थे।
वे लोग कभी भी कपल्स की तरह फिरते थे.
पर मैं सिंगल ही था।
मुझे कभी बॉयफ्रेंड में दिलचस्पी नहीं थी क्योंकि मेरे भैया से डरते थे सब लोग!
तो मैं भी उनसे ज़्यादा दूर ही रहती थी।
मेरी सहेलियों ने मुझे सेक्स के बारे में बताया और पोर्न की लत भी लगा दी।
मैं रोज़ अपने कमरे में रात को पोर्न वीडियो देख कर और अन्तर्वासना कहानियाँ पढ़ के सोती थी।
ऐसा ही टाइम निकलता गया.
और फिर मैंने अपनी बुर में उंगली करना शुरू किया।
अन्तर्वासना के कारण मेरी चूत में खुजली बहुत होने लगी थी, तो मैं रोज़ उंगली करके सोती थी।
एक दिन मैंने लाइव पोर्न शो का मजा अपने घर में लिया.
उस दिन मैं कॉलेज नहीं गई।
पापा ऑफिस चले गए थे और मैं अपने कमरे को लॉक करके पोर्न देख रही थी।
भैया भी उस दिन कॉलेज नहीं गए.
फिर थोड़ी देर में मैंने भैया की आवाज़ सुनी।
उनके साथ किसी लड़की की आवाज भी आ रही थी.
तो मैंने ध्यान से सुना अपने कमरे में!
फिर थोड़ी देर बाद मैंने दरवाजा खोला।
भैया और वह लड़की एक ही कमरे में गए थे.
तो मैंने जानने की कोशिश की कि वे लोग अंदर क्या कर रहे थे।
हमारा घर बड़ा था, हमारे हर कमरे में एक गुप्त कैमरा था, और सुरक्षा भी थी अच्छी।
मुझे वो पता था तो मैंने अपना लैपटॉप ऑन किया।
फिर मैंने भैया के रूम का कैमरा ऑन किया।
मैं तो देख कर दंग रह गई क्योंकि भैया उस लड़की को किस कर रहे थे।
लाइव पोर्न शो में मैंने देखा कि उनकी स्मूच बहुत देर चली और फिर वे अलग हुए।
फिर मैंने उस लड़की का चेहरा देखा तो मैं और ज्यादा चौंक गई।
क्योंकि वह लड़की तो हमारी गली के राहुल अंकल की बेटी थी जिसका नाम सिमरन था।
वह दिखने में गोरी थी और बहुत ही सुंदर थी और वह तो एकदम माल लगती थी।
उसका बदन 32-30-32 था और वो बहुत अच्छी दिखती थी।
उसको देख कर मुझे जलन होती थी क्योंकि गली के हर एक मर्द लड़का उसको ही देखता था घूर-घूर कर!
मैंने अपने कमरे का कैमरा बंद कर दिया।
फिर मैं लैपटॉप पर बैठ गई।
वे दोनों फिर से स्मूच करने लग गये।
फिर भैया ने सिमरन के कपड़े उतार दिए.
अब वह सिर्फ ब्रा और पैंटी में ही थी।
उसके बाद सिमरन ने भैया के कपड़े उतार दिये।
भैया की बॉडी को मैंने कभी नहीं देखा था।
वे हट्टे-कट्टे हैं क्योंकि वे जिम करते हैं।
अब भैया नंगे थे.
फिर भैया ने अपने लंड को पकड़ कर सिमरन के मुँह में दे दिया।
सिमरन ने लंड चूसना शुरू कर दिया.
और भैया ने सिसकारियाँ लेनी शुरू कर दी आआह आह करके!
भैया का लंड अब खड़ा हो गया था।
मैं हेरान रह गई थी क्योंकि भैया का लंड काफी लम्बा और मोटा था।
इतना बड़ा और मोटा लंड तो मैंने सिर्फ पोर्न फिल्मों में ही देखा था।
उस नज़ारे को देख कर मेरी चूत में खुजली शुरू हो गई।
मैंने भी अपने कपड़े उतार दिये ब्रा और पैंटी समेत … और मैं बिस्तर पर लेट गयी।
लैपटॉप मैंने मेरे सामने रख लिया।
भैया का लंड सिमरन ने अच्छी तरह से चूसा और मेरी चूत गीली होनी शुरू हो गई।
सिमरन एक प्रोफेशनल रंडी की तरह लंड चूस रही थी।
फिर भैया ने अपना पानी निकाल दिया उसके मुँह में … वह पूरा माल पी गई.
उसके बाद भैया ने उसको उठाया और उसकी ब्रा निकाल दी.
फिर भाई ने उसकी पैंटी भी निकाल दी और बिस्तर पर रख दी।
फिर भैया ने उसकी गर्दन पर चूमा।
सिमरन के मुँह से सिसकारी निकल गई।
फिर भैया ने अपना हाथ सिमरन के मुलायम स्तन पर रखा और सहलाया।
उसके बाद उन्होंने एक-एक चूचे को अपने मुंह में ले लिया और जैसा छोटा बच्चा चूसता हो, वैसे ही चूसना शुरू किया बहुत तेजी से!
कमरे में अब सिमरन की सिसकारियाँ गूँजनी शुरू हुई- आह आह … हाँ हाँ … चूसो राज … और ज़ोर से!
भैया बिना रुके चूचियां चूसे जा रहे थे।
मैं यहाँ अपनी चूत में उंगली कर रही थी।
थोड़ी देर ऐसे ही भैया स्तन चूसते रहे।
फिर वे दूसरे चूचे पर शिफ्ट हुए और उसको चूसना शुरू किया जैसे बच्चे को दूध चाहिए हो।
सिमरन का एक चूचा तो लाल हो चुका था भैया को चूसने की वजह से … और अब दूसरे चूचे को भी ऐसे ही चूस रहे थे वे!
ऐसे ही काफी देर चूसने के बाद भैया उठे और क्लीवेज से लेकर नाभि तक जीभ से चाटा।
उसके बाद भीने सिमरन की नाभि को चाटा।
यह देख कर मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया।
एक बार फिर भैया ने नाभि को अच्छे से चोदा, और फिर धीरे-धीरे जीभ से चूस कर नीचे चूत के पास गये.
भैया ने उसकी चूत को महसूस किया और फिर उस पर एक किस दिया।
सिमरन की चूत पर बाल नहीं थे।
फिर भाई ने चाटा और फिर धीरे-धीरे नीचे चूत पर चले गए।
उन्होंने अपने जीभ को धीरे से चूत के अंदर डाल के चाटना शुरू कर दिया।
सिमरन- आआ हआआ हह आ आह आदित्य हाँ चूसो ना! ज़ोर से चूसो ना! यह चूत अब तुम्हारी ही है.
यह सुन कर भैया ने अपनी स्पीड बढ़ा दी और मैंने फिर से उंगली डाल ली अपनी चूत में!
भैया उसकी चूत चाट रहे थे और सिमरन ने उनको सर को दबा दिया था अपनी मुलायम चूत पर!
वे बिना रुके चूस रहे थे उसकी चूत को!
और सिमरन उधर ‘और चूसो, और चूसो आदी!’ बोल रही थी।
सिमरन- चूसो मेरी जान, मैं तुम्हारी रंडी हूं, और चूसो।
उसकी ज़बरदस्त सिसकारियाँ निकल रही थी और वह भैया के सर को और ज़ोर से दबा रही थी।
इसी बीच सिमरन ने अपना पानी छोड़ दिया भैया के मुंह में … और भैया सारा पानी पी गए।
और तब सिमरन ने अपना हाथ भैया के सर पर से हटा दिया।
पर भैया तब भी नहीं रुके, वे लगातार चूत चूस रहे थे।
वे चूत को काट रहे थे इस बार!
सिमरन- आआह आआह … दर्द हो रहा है यार … धीरे करो, धीरे करो आह!
फिर थोड़ी देर के बाद भैया उठे और अपने लंड को पकड़ कर सिमरन के चूचे के बीच मसलने लगे।
सिमरन अपनी जीभ से हमारे लंड को चूस रही थी।
फिर सिमरन ने बोला- कितना तड़पाओगे यार … डाल दो अब लंड मेरे अंदर … और बुझाओ मेरी प्यास को!
भैया उठे और उसकी चूत में अपने लंड को रगड़ने लगे।
उसके बाद उन्होंने धीरे से चूत पर लंड को सेट किया और एक धक्का दिया।
शायद सिमरन की चूत वर्जिन थी?
पता नहीं … पर वह बोली- आअह … दर्द हो रहा है, निकालो इसको आअहह!
यह कह कर उसकी आँखों से पानी निकल रहा था और भैया के लंड पर खून लगा था।
फिर भैया ऐसे ही रुक गए और फिर उन्हें सिमरन के स्तनों को चूसा।
थोड़ी देर बाद शायद सिमरन का दर्द कम हुआ और उसने सिग्नल दिया।
फिर भैया ने और ज़ोर लगाया और एक ही झटके में पूरा लंड अंदर डाल दिया।
सिमरन- आअहह मर गयी मैं! निकालो इसको … मुझसे नहीं लिया जायेगा … आअहह प्लीज निकालो!
फिर भैया ने एक स्मूच दिया लिप्स पर और दोबारा थोड़ी देर रुके वैसे ही!
सिमरन ने कुछ देर में फिर से सिग्नल दिया और भैया अब रुकने वाले नहीं थे, उन्हें झटके देना शुरू किया धीरे धीरे!
अब कमरे में पचाक पचक की मस्त आवाज आ रही थी।
फिर सिमरन का दर्द कम हुआ और उसके गालों की चमक में बदलाव आ गया।
सिमरन- हाँ आदित्य चोदो मुझे! आअहह आअ हह मजा आ रहा है यार … ज़ोर से चोदो।
वह ये सब बोल रही थी.
और भैया ने अपने झटके तेज किये, और तेजी से चोदना शुरू किया।
पचक-पचक की आवाज आ रही थी.
सिमरन के स्तन उछल रहे थे जैसे कोई गुब्बारे हों।
भैया उसके चूचों को दबा रहे थे, वे और ज़ोर लगा रहे थे।
मैंने नोटिस किया कि भैया के स्टैमिना का तो जवाब नहीं था.
वे बिना रुके चोदे जा रहे थे जैसे कोई मशीन चोद रही हो उतनी ही तेजी से, और उतने ही ज़ोर से!
ऐसी ही उनकी चुदाई 20-25 मिनट तक चलती रही।
उसके बाद शायद भैया झड़ने वाले थे तो फ़िर भैया ने पूछा- कहाँ रिलीज़ करूं?
तो सिमरन ने बोला- तुम्हारी मर्जी.
फिर भैया ने बोला- मेरी तो इच्छा है कि मैं तुम्हारे मुंह पर निकलूं!
तो सिमरन ने बोला- हां जरूर, जैसे तुम चाहो जानू!
फिर भैया ने अपना लंड उसकी चूत में से निकाला और फिर सिमरन के मुँह पर अपना पानी निकाल दिया।
वो पानी बहुत सारा था … और गंदा भी था।
सिमरन का मुँह पर सारा पानी बिखर गया।
फिर भैया बिस्तर पर लेट गये.
पर उनका लंड अभी तक शांत नहीं हुआ था।
मैं तो हैरान रह गई और लंड देख कर!
मैंने भी अपनी चूत में उंगली करके एक बार और पानी निकाल दिया।
मेरी चूत ने तो आज दो बार पानी निकाल दिया था।
फिर सिमरन ने भैया के पानी को उंगली से उठा कर चूसा और फिर उठ कर भैया के लंड को साफ किया।
उसके बाद वह भाई के लंड को अपने चूचों पर मार रही थी और अपने निप्पलों को भैया के लंड की टिप पर लगा रही थी।
फिर वह आकर भैया के बाजू में लेट गई।
वे दोनों पसीने में भीग चुके थे.
पर कमरे में एसी तो चालू था।
फिर भैया ने बोला- कैसी लगी बेबी चुदाई?
तो सिमरन ने गाल पर किस करके बोला- बहुत अच्छी लगी। मैं तुमसे प्यार करती हूँ जानू!
फिर भैया ने बोला- बेबी, मुझे तुम्हारी गांड मारनी है।
सिमरन ने बोला- तो किसने रोका है बेबी तुम्हें? इस गांड को जब चाहे मार लो. सब तुम्हारा ही है. मैं तो इस लंड की दीवानी हो गयी हूँ।
थोड़ी देर के बाद दोनों उठे और कपड़े पहन लिए।
फ़िर वे दोनों रूम से निकल गये।
शायद भैया उसको घर छोड़ने जायेंगे।
मैं तो अभी भी नंगी थी बिस्तर पर!
फिर मैंने उस नंगी चुदाई वीडियो को सेव कर लिया मेरे लैपी में!
और फिर मैंने कपड़े पहन लिये।
मैं सोचने लगी कि क्यूं ना मैं भैया से ही चुद जाऊं।
इससे कोई दिक्कत नहीं होगी और घर की बात घर पर ही रहेगी।
फिर मैं थोड़ी देर सो गई।
और मुझे तो बस भैया का लंड दिख रहा था अपने सपने में भी!
थोड़ी देर बाद मेरी नींद खुली.
फिर मैंने प्लान बनाया कि मैं भैया से ही चुदुंगी, और किसी से नहीं।