मेरा नाम ऋषिका है और मैं 23 साल की हूं.
वैसे तो मैं हिमाचल की हूं लेकिन मैं स्कूल से आगे की पढ़ाई के लिए बैंगलोर आ गयी थी.
उधर मैं एक कमरा किराए से लेकर रहती थी.
जैसा कि आप जान चुके हो कि मैं हिमाचल से हूं, तो आप सोच ही सकते हैं कि मैं कैसी दिखती होऊंगी.
जी हां, आपने एकदम सच सोचा … एकदम पहाड़ी सा बदन है मेरा!
हाइट में थोड़ी सी छोटी. बस 5 फुट की, दूध सा गोरा-चिट्टा बदन, बड़ी सी आंखें, छोटी सी नाक, छोटे छोटे … पर थोड़े से मोटे रसभरे होंठ, लम्बे बाल हैं.
यह तो रही मामूली सी जानकारी.
अब मैं आपको बताती हूं कि मुझे एक सेक्सी कुतिया क्या चीजें बनाती हैं.
सबसे पहले तो मेरा गोरा चिट्टा बदन, उसके ऊपर मेरा 36-30-38 का एकदम रंडियों जैसा फिगर.
ऊपर से मेरे तने हुए बूब्स और तोप सी उठी हुई मोटी गांड के साथ मेरी कदली सी जांघें भी अच्छी खासी भरी हुई हैं.
यह सब मुझे एक बेहद हॉट माल बनाती हैं.
मुहल्ले के लौंडे जब मुझे देखते हैं, तो मेरी नजरें उनकी टांगों के बीच में ठहर जाती है … और मुझे उन सबकी पैंट में एक उठा हुआ तंबू सा दिख जाता है.
इससे मुझे बेहद खुशी होती थी कि उनके लंड मेरी जवानी को सलाम करने के लिए उठ खड़े हुए हैं.
मेरी चूत थोड़ी सी सांवली सी है लेकिन चूत के होंठों के अन्दर हल्का गुलाबी रंग लिए मासंल सा भाग दिखाई देता है जिससे मेरी चूत बहुत सुंदर लगती है.
मेरी पक्की सहेली ने मेरी चूत को अनेकों बार देखा है, मतलब उसने खूब चाटा है.
उसने मेरी चूत के साथ क्या क्या किया है, यदि मैं वह सब बताने लगी तो 8-9 कहानियां बन जाएंगी.
मैं जानती हूं कि अभी मैं अपना अनुभव बताने के लिए उतनी अनुभवी लेखिका नहीं हूं क्योंकि मैं सिर्फ 23 साल की हूं.
लेकिन मेरा यकीन मानिए दोस्तो, मैं इतनी सी उम्र में किसी बड़ी रांड से कम नहीं हूं.
अरे यार … मैं यहां नई हूं न, तो मुझे ढंग से इंट्रोडक्शन देना भी नहीं आता है.
देखो न मैंने यह सब कितना लंबा लिख दिया उफ्फ!
खैर … चलिए इस परिचय को यहीं बंद करते हैं और अब मैं आपको अपनी सेक्स कहानी सुनाती हूं.
दोस्तो, यह बिग लंड Xxx कहानी तब शुरू हुई जब मैं अपनी आगे की पढ़ाई के लिए बेंगलुरु गई थी.
जब मैं वहां पढ़ रही थी, तो वहां के सब लड़के मेरे पीछे पड़ चुके थे.
उनमें से दो लड़के मुझे बहुत ही ज्यादा चाहने लगे थे. उनमें से एक का नाम राहुल था जो काफी शरीफ था और थोड़ा सा क्यूट भी था.
राहुल एक मिडल क्लास परिवार से ताल्लुक रखता था.
उसकी बॉडी भी थोड़ी दुबली पतली सी थी लेकिन वह काफी सुंदर था.
दूसरी तरफ जो लड़का था, उसका नाम शौर्य था.
वह एक काफी खतरनाक राजनैतिक परिवार से ताल्लुक रखता था.
उसकी यही बात जान कर मुझे काफी डर लगता था.
हालांकि वह दिखने में भी काफी हैंडसम सा था और उसकी बॉडी भी बहुत अच्छी थी.
उसके सिक्स पैक थे और वह काफी सुडौल दिखता था.
कुछ समय बाद उन दोनों के साथ मेरी थोड़ी-थोड़ी बातचीत होने लगी और धीरे-धीरे करके यह बातचीत बहुत बहुत ज्यादा होना शुरू हो गई थी.
फिर एक दिन राहुल ने मुझे पूरी क्लास के सामने प्रपोज कर दिया.
यह सब अचानक से हुआ था जिसे देखकर मेरी खुशी का तो ठिकाना ही ना रहा था.
यह सब ठीक लगा था तो मैंने उसको तुरंत हां कर दी.
लेकिन यह देख कर शौर्य अन्दर ही अन्दर पूरा जल चुका था.
अब वह बस किसी मौके की तलाश कर रहा था कि किसी दिन वह हम दोनों को दबोच ले.
हालांकि वह ऐसा कुछ नहीं कर पाया.
शुरू में कुछ समय तक वह गुस्सा रहा पर शायद उसके बाद सब सामान्य हो गया.
फिर एक दिन वह भी आया जब राहुल ने मुझसे कहा- मेरे घर पर आज रात कोई नहीं है, तो क्या तुम मेरे घर आना पसंद करोगी?
मैंने यह सुनकर थोड़ा संकोच तो किया क्योंकि यह मेरी पहली चुदाई होने वाली थी.
लेकिन मैं भी कहीं न कहीं चुदना चाहती थी तो कुछ देर मना करने के बाद मैं मान गई.
हम दोनों उसके घर आ गए और वहां कुछ ही देर बात करने के बाद राहुल ने अपनी पैंट उतार दी.
जब मैंने उसका लंड देखा तो मुझे लगा कि गलत लंड से फंस गई.
राहुल का लंड काफी बड़ा तो नहीं था लेकिन ठीक-ठाक था.
अगर मैं याद करूं तो शायद पाँच इंच के आस-पास का ही रहा होगा.
तब भी किसी नई नकोर चूत के लिए इतना बड़ा लंड एक तरह से मूसल जैसा ही माना जाएगा.
मैंने उसका लंड अपने हाथ में पकड़ा और हिलाना शुरू कर दिया.
मुझे कोई अंदाजा नहीं था कि लंड को कैसे हिलाते हैं.
फिर राहुल ने मुझे बताया कि आगे पर थोड़ा सा थूक लगाना है और उसके बाद लंड की त्वचा को आगे पीछे करना है.
मैंने ठीक वैसा ही किया और उसका गुलाबी सुपारा मुझे मनमोहक लगने लगा.
लंड को मुठियाने से कुछ ही समय बाद राहुल मेरे मुँह के ऊपर झड़ गया.
यह मुझे बहुत अजीब लग रहा था.
मैंने मुँह बनाया तो उसने मुझसे माफी मांगी.
फिर उसने धीरे से कहा- बेबी लड़कियां तो इस रस को खाना पसंद करती हैं. तुम भी इसको जरा चखो ना!
जब मैंने उसे चखा, तो मुझे मामूली कसैला खट्टा सा स्वाद लगा, थोड़ा सा नमकीन सा था.
लंड रस के इसी नमकीन स्वाद की वजह से मुझे एक दो बार लंड चाटने के बाद से लंड चूसना बेहद अच्छा लगने लगा था.
उसने ज्यादा देर तक फोरप्ले नहीं किया और सीधे मेरी चूत पर आक्रमण कर दिया.
मैंने उससे कहा- बेबी, मैं एकदम सील पैक हूं और यह मेरी पहली चुदाई होगी, तो आराम से करना!
उसने भी कहा- हां बेबी ओके. मैं बहुत आराम से करूंगा.
यह कहने के बाद उसने अपना लंड मेरी चूत में घुसा दिया.
मुझे बहुत दर्द हुआ तो उसने धीरे-धीरे धक्के मारना शुरू किए और ऐसा करने के कुछ समय बाद वह झड़ गया.
मैं अपनी पहली चुदाई से काफी हद तक संतुष्ट थी.
हम दोनों ऐसे ही तीन बार सेक्स कर चुके थे.
मैं भी उससे काफी हद तक संतुष्ट रहती थी.
लेकिन एक महीने के बाद एक दिन मुझे शौर्य का मैसेज आया.
उसमें उसने लिखा था कि वह मुझसे पुनः दोस्ती करना चाहता है.
मैंने हामी भरते हुए कहा- तुम मेरे दोस्त हो … पुनः दोस्ती जैसा शब्द क्यों लिख रहे हो?
वह मेरी इस बात से बेहद खुश हो गया.
शुरू में तो उसने मुझसे इधर उधर की सामान्य बातें की.
फिर वह मुझसे मेरे रिलेशन के बारे में पूछने लगा.
मैंने भी उससे राहुल के साथ अपने रिश्ते सामान्य बताए ताकि उसे ऐसा लगे कि मैं उसके साथ चुदी नहीं हूँ.
ऐसे ही कुछ देर तक सवाल पूछते पूछते वह मुझसे मेरी सेक्स लाइफ के बारे में पूछने लगा.
मैं भी उसे जवाब देती गई.
धीरे-धीरे कब हमारी बात सामान्य बातों से सेक्स चैट में बदल गई, मुझे पता ही नहीं चला.
मैं उससे अब सेक्स चैट करने लगी तो उसने रंग दिखाना शुरू किया.
मुझे जरा सा भी अंदाजा नहीं था कि मैं कितनी हॉर्नी हो जाऊंगी.
फिर कुछ समय बाद उसने मुझे अपने लंड की फोटो भेज दिए.
उसका लंड देखकर तो मैं उसकी दीवानी सी हो गई थी.
उसका लंड बहुत बड़ा लग रहा था.
इतना बड़ा लंड मैंने अब तक सिर्फ पोर्न फिल्मों में ही काले नीग्रोज का देखा था.
करीब नौ इंच मोटा किसी खीरा के जैसा लंड था उसका!
फिर मैंने भी उसे अपनी एक नंगी तस्वीर भेज दी.
बस अगले दिन से शौर्य ने मुझे परेशान करना शुरू कर दिया.
वह मुझे चोदना चाहता था.
मुझे उसके हैवी लंड से थोड़ा डर तो लग रहा था लेकिन मैं मन ही मन थोड़ी खुश भी हुई थी क्योंकि उसका लंड मेरे दिल में बस गया था.
मैं रात दिन उसके लंड को अपनी चूत में सोच कर उंगलियां करती रहती थी.
जब उसने मुझसे जिद करना शुरू किया तो मुझे और भी मजा आने लगा क्योंकि यह मुझे काफी रोमांचक लग रहा था.
एक दिन उसने मुझे अपने प्यार की धमकी देते हुए कहा- तुम आज शाम को कॉलेज के पीछे वाले पार्क में जरूर मिलना. तुम्हारे लिए एक बड़ी सरप्राइज़ है.
मैं समझ तो गई थी कि आज यह लड़का मेरी लेने के मूड में हैं. लेकिन मुझे मजा भी आ रहा था, तो मैंने हामी भर दी.
शाम के 6:00 बजे मैं स्कूल के पीछे वाले पार्क में पहुंच गई थी. वहां मैंने देखा कि शौर्य अपनी बुलेट पर आया हुआ था.
उसने मुझे एक थैला दिया जिसमें कुछ कपड़े रखे थे और शायद सैंडल भी थे.
उसने कहा- मेरे घर चलो, लेकिन जाने से पहले यह कपड़े पहन लेना.
मैंने ओके कहा और वह मुझे अपने दोस्त के खाली ऑफिस में ले आया.
उधर एक रूम था जिसमें जाकर मुझे वह ड्रेस पहननी थी.
जब उस ड्रेस को मैंने खोला तो वह किसी रंडियों की पहनने वाली लग रही थी.
वह एक काले रंग की वन पीस ड्रेस थी और बैकलेस थी.
इसी वजह से मुझे उसके साथ ब्रा नहीं पहनना था.
ब्रा ना पहनने की वजह से मेरे बूब्स काफी ज्यादा हिलते हुए दिख रहे थे.
ड्रेस झीने कपड़े की बड़े गले वाली थी तो मेरे दोनों दूध आधे से ज्यादा दिख रहे थे.
मतलब मेरे दूध इतने ज्यादा खुले हुए दिखने लगे थे कि मेरे निप्पल भी शायद उस ड्रेस से दो-तीन सेंटीमीटर नीचे ही रहे होंगे.
फिर नीचे से वह ड्रेस तो और भी ज्यादा छोटी थी, जिस वजह से मेरी आधी गांड उस ड्रेस में दिख रही थी.
कमरे में सामने एक बड़ा सा आईना लगा था, उसमें से मैं खुद को देख रही थी.
मैं एकदम एक बाजारू रंडी लग रही थी.
एक बार को तो मुझे खुद भी शर्म आ गई कि मैंने यह क्या पहन लिया है.
अभी मैं कुछ और सोच पाती कि तभी शौर्य की आवाज आ गई- डार्लिंग चलो, देर हो रही है.
मैंने कहा- हां बस आई.
मैं हाई हील के सैंडल पहन कर अपनी ड्रेस और चप्पलों को रखने की सोच ही रही थी कि शौर्य की आवाज फिर से आ गई कि अभी इधर वापस भी आना है, तब अपने कपड़े पहन लेना.
उसकी यह आवाज आई तो मुझे समझ नहीं आया कि शौर्य मेरे मन की हर बात को कैसे समझ ले रहा है.
मैंने सामने शीशे में देखा तो शौर्य की आवाज आई- डार्लिंग तुम बहुत हॉट लग रही हो!
अब मेरी समझ में आ गया कि पक्का मुझे किसी सीसीटीवी कैमरे से देखा जा रहा है, जो मुझे दिखाई नहीं दे रहा है.
इसका मतलब शौर्य ने मुझे पूरी नंगी हालत में भी देख लिया है क्योंकि मैंने पैंटी भी बदली थी और ब्रा पहनना नहीं थी.
मैंने कुछ नहीं कहा और बस बाहर आ गई.
बाहर शौर्य हंस रहा था.
मैंने उसकी छाती पर मुक्का मारते हुए उसे कमीना कहा और उसके साथ बुलेट पर बैठ कर उसके घर चली गई.
यह उसका एक निजी फ्लैट था जो बेहद खूबसूरत था और दो कमरे वाला था.
अन्दर आते ही उसने मुझे अपनी गोद में उठा लिया और मेरे साथ चुंबन करने लगा.
मैं उसके साथ खुश थी कि मुझे आज इसका बड़ा हथियार मिलेगा.
उधर शौर्य ने मेरे लिए कुछ और सोच रखा था.
वह सब क्या सोचा था, उसे मैं बाद में अपनी सेक्स कहानी के अगले भाग में लिखूँगी.
अभी उसने मुझे बेडरूम में लाकर बिस्तर पर पटक दिया और मेरे साथ चूमाचाटी करने लगा.
मुझे भी कोई गुरेज नहीं था.
जल्द ही उसने मुझे ऊपर से नंगी कर दिया और मेरे हाथ में एक चाभी पकड़ा दी.
यह चाभी देते हुए उसने कहा- डार्लिंग यह फ्लैट आज से तुम्हारा हुआ!
मैं अकबका गई कि शौर्य ने इतना महंगा फ्लैट मुझे क्यों दे दिया.
कम से कम एक करोड़ की कीमत वाला फ्लैट पाकर मैं बौरा गई थी.
एक साथ दो दो गिफ्ट मुझे मिल रहे थे. एक उसका बड़ा सा लंड और दूसरा यह बड़ा सा फ्लैट.
कुछ ही पलों बाद मैं उसके सामने पूर्ण रूप से नग्न अवस्था में चित पड़ी थी और शौर्य मुझे चोदने के लिए मेरी चूत में लंड सैट कर रहा था.
वह मेरे एक दूध को अपने मुँह में भर कर मेरी चूत में आग भड़का रहा था.
उसका मर्दाना जिस्म मुझे बहुत उत्तेजना दे रहा था.
ऐसा लग रहा था कि बस शौर्य अब अपना मूसल लंड मेरी चूत में पेल ही दे.
जैसे ही उसने मेरी चूत में अपना भीमकाय लंड पेला, मेरी चीख निकल गई.
उसने मेरी चीख रोकने की जरा सी भी कोशिश नहीं की बल्कि यह कहा- जान तुम जितना जोर से चिल्ला सकती हो, चिल्लाओ … कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. यह साउन्डप्रूफ कमरा है.
मैं चीखती रही और शौर्य मुझे किसी बकरी के मेमने की तरह रौंदता रहा.
अंततः मेरी चूत फट गई और हल्का सा खून भी निकलने लगा.
खून देख कर शौर्य मुस्कुरा दिया.
उसको लगा कि उसी ने मेरी चूत की सील तोड़ी है.
वह खुश होकर मेरे साथ संभोग का मजा लेने लगा.
उस दिन उसने मुझे तीन बार बिग लंड से चोदा था.