मेरा नाम देवराज है।
मैं 27 साल का हूँ। मैं गुजरात के गांधीनगर के पास एक गाँव में रहता हूँ।
मेरी पत्नी का नाम कोमल है और वह 26 साल की है।
कोमल दिखने में बहुत प्यारी और कामुक लगती है!
उसका फिगर 32 30 34 का है।
एकदम स्लिम बॉडी!
अन्तर्वासना पर कहानी पढ़ कर और वीडियो देख कर मेरा भी मन कर रहा था कि कोमल को किसी और से चुदती हुई देखूँ।
पर वह एक साधारण गाँव की लड़की है तो उसे यह सब के लिए राज़ी करना बहुत कठिन था।
मैं कई बार उसे चोदते वक्त ये सब बातें करता कि कोई और बंदा आ जाए, तो हम दोनों मिल कर तुम्हें चोदेंगे!
पर वह नाराज़ हो जाती फिर मुझे उसे मनाना पड़ता।
मुझे लगने लगा था कि मेरी यह ख्वाहिश कभी पूरी नहीं होगी।
एक दिन मुझे एक विचार आया।
फिर मैंने कोमल से बात की और मैंने कोमल से पूछा– किसी से दोस्ती तो कर ही सकती हो ना?
उसने कहा– हाँ, कर सकती हूँ!
मैंने कहा– दोस्ती कर लो किसी से, कम से कम दिन में बोर तो नहीं होगी और दिल भी लगा रहेगा!
फिर मैंने कोमल को टेलीग्राम आईडी बना के दी और कुछ ग्रुप में भी उसके आईडी को जोड़ दिया।
प्रोफाइल में एक अच्छा सा स्टेटस रख दिया।
उसके बाद कोमल को मैंने समझाया कि इसमें कैसे अनजान लोगों से बात करते हैं और उसे अपनी फोटो भेजने से मना किया क्योंकि वहां धोखाधड़ी भी बहुत होती है।
कोमल को कई लोगों के मैसेज आने लगे।
उसने कुछ लोगों से बात भी की पर उसे कोई भी अच्छा नहीं लगा।
कोमल को गुजराती में बात करना पसंद था तो मैंने कुछ गुजराती ग्रुप भी जोड़ दिए।
उसके बाद कोमल को कुछ और लोगों ने मैसेज किए।
उसमें से एक से कोमल की अच्छी खासी बात होना शुरू हो गई।
एक दिन शाम को मैंने उससे पूछा– कोई दोस्त मिला या नहीं?
तब उसने एक दोस्त के बारे में बताया और कहा– उसका नाम जय है। वह एक अच्छा इंसान है!
कुछ दिनों तक वे दोनों अच्छे दोस्त की तरह बाते करते रहें।
वह अब सेक्स के बारे में बातें करता पर कोमल को कुछ समझ में नहीं आया कि क्या बात करूं?
तब मैंने उसे समझाया कि जैसे सेक्स करते वक्त मजा आता है, वैसे ही सेक्स के बारे में बात करने से भी मजा आता है! एक बार कोशिश तो करके देखो! जो हम सेक्स करते है वही सब बताना है!
ऐसा उसे करते हुए कुछ दिन बीत गए।
वह अब रोजाना बात करने लगी।
अब उसको भी मजा आने लगा था।
मैंने एक दिन उससे पूछा– अब कोई पसंद आया कि नहीं?
तब उसने कहा– आपको जय के बारे में बताया था न वह हमारे पास वाली शहर में ही रहता है और वह मिलने की भी बात कर रहा है।
उसे कोमल ने अपनी फोटो भी दिखाई थी।
कोमल और मुझे भी वह दिखने में हैंडसम लगा।
फिर मैंने कोमल से पूछा– मिलना है क्या?
वह बोली– ऐसे ही किसी अनजान से कैसे मिल सकते हैं?
मैंने कहा– ठीक है! कुछ दिन और बातें करो. और अच्छा लगे तो मिल लेंगे!
वह मान गई।
फिर मैंने मजाक में कहा– अब सेक्सी बातें भी किया करो!
तो वह धत … कह के घर के काम करने चली गई।
एक रात को हम दोनों सोए हुए थे।
तब मैंने पूछा– अपने दोस्त को शुभ रात्रि बोला या नहीं?
उसने मना किया.
तो मैंने कहा– मैसेज करो तो!
फिर उसने मैसेज किया।
उस लड़के यानि जय का तुरंत रिप्लाई आ गया।
मैंने कहा– थोड़ी देर बातें करो और सब कुछ सच–सच बताना!
फिर उसने बात शुरू की।
जय – अकेली हो?
कोमल– पति भी पास में ही है।
वह चौंक गया और उसने कोमल से पूछा– तुम्हारे पति को कोई दिक्कत नहीं है?
कोमल ने कहा– नहीं, उन्हें कोई दिक्कत नहीं!
फिर मैंने भी उससे बात की तब वह रिलैक्स हो गया!
उसने मिलने की बात कि तो मैंने कहा– आपकी दोस्त कहेगी तो जरूर मिलेंगे! चलो अब हमारा काम शुरू हो रहा है, बाद में बात करते हैं!
तो वह शुभ रात्रि बोल के चला गया।
उसके बाद मैंने कोमल को अपने ऊपर ले लिया और उसे चूमने लग।
मेरा एक हाथ उसके चूचों पर था और दूसरा उसकी गांड पर।
धीरे–धीरे मैंने उसके ब्लाउज को खोल दिया।
उसने काले रंग की ब्रा पहनी थी।
मैं ऊपर से ही उसके स्तनों को दबाने और जोर–जोर से चूमने लगा।
मैंने उसकी साड़ी और पेटीकोट को भी निकाल दिया।
काली ब्रा और पैंटी में कोमल किसी मॉडल से कम नहीं लग रही थी!
मैंने उसे बिस्तर पर सीधा लिटा दिया और ब्रा पैंटी भी निकाल फेंकी।
फिर मैं उसके पैर को चूमने लगा और धीरे–धीरे ऊपर आ के उसकी चूत चाटने लगा।
वह आहें भरने लगी।
उसके बाद मैंने 1 उंगली उसकी चूत में डाल दी और जोर–जोर से अंदर बाहर करने लगा।
कोमल को बहुत मजा आ रहा था!
उससे रहा नहीं गया तो मुझे सीधा खड़ा कर दिया और मेरा शॉर्ट्स निकाल कर मेरा लंड अपने मुंह में लेकर चूसने लगी।
मैं भी उसके बाल को पकड़ कर जितना हो सके उतना लंड को उसके गले तक उतार रहा था।
चूस–चूस कर उसने मेरा लंड पूरा गीला कर दिया था।
फिर वह लेट गई और मेरे लंड को अपनी चूत पर रख दिया।
उसके बाद मैंने एक ही झटके में अपना पूरा लंड उसकी चूत में घुसा दिया।
कोमल के मुंह से आह … निकल गई।
उसके बाद मैंने उसकी 1 चूची को चूसना शुरू किया और दूसरे को मसलने लगा, साथ ही लगातार नीचे मैं धक्के लगाने लगा।
कोमल भी मेरा पूरा साथ दे रही थी।
फिर मैंने उसे डॉगी स्टाइल में आने को कहा और हम फिर से चुदाई करने लगे।
10 मिनट की चुदाई के बाद कोमल ने मुझे ऊपर आने को कहा।
मैं उसे सीधा करके उसके ऊपर आ गया और उसको चोदने लगा।
15 मिनट चुदाई के बाद मैंने रफ़्तार बढ़ा ली और कोमल की चूत में ही झड़ गया।
थोड़ी देर हम दोनों उसी हालात में नंगे लेटे रहे।
तब मैंने उससे पूछा– तुम्हें अपने दोस्त से मिलने में दिक्कत क्या है?
उसने कहा– वह अनजान है और हम ऐसे ही किसी से मिलने कैसे चले जायें? और उसने चुपके से मेरी फोटो ले ली और कोई ग्रुप में शेयर कर दी तो?
मैं समझ गया कोमल को उसे मिलना तो है पर डर भी लग रहा है।
मैंने उससे कहा– अगर मैं साथ चलूँ उससे मिलने तब चलोगी?
वह झट से मान गई!
दूसरे दिन मैंने उसके दोस्त से कॉल पर बात कर ली और रविवार को मिलना तय किया।
रविवार को अभी 2 दिन बाकी थे।
मैंने कोमल से पूछा– कुछ नया करने का इरादा है?
वह बोली– देखते हैं!
2 दिन बाद हम उससे मिलने चले गए, उसके दिए पते पर।
वह दिखने में काफी आकर्षक था और काफी अच्छे से बातें भी करता था।
उसका नाम जय था और उसकी उम्र 29 साल थी।
उसने कोमल से अच्छे से बात की।
वह बोला– मैं एकदम खुल के बात करता हूँ। आपको पसंद ना आए तो बता दीजिएगा!
फिर उसने कोमल से पूछा– मैं अच्छा लगा या नहीं आपको?
तब कोमल शरमा गई और हाँ में सिर हिला दिया।
उसके बाद हम लोग ने काफी सारी बातें की।
फिर मैंने सेक्स के बारे में पूछा।
उसने बताया– मैंने 2 लड़कियों को चोदा है और 1 भाभी और उसके पति के साथ थ्रीसम किया है।
कोमल चौंक गई!
हम थोड़ी देर इसी तरह बातें करते रहें और उसके बाद हम घर के लिए निकल गए।
रात में मेरा मूड बन गया था!
मैं कोमल का इंतजार कर रहा था!
जैसे ही वह काम खत्म करके आई, मैंने उसे सीधा पलंग पर ले लिया और उसे चूमने लगा और जल्दी से उसके ब्लाउज को खोल दिया और चूचियों को दबाने लगा।
उसे भी मजा आ रहा था!
उसने मेरी टी शर्ट उतार दी और मेरा मुंह अपनी चूची पर रख दिया।
मैं भी बड़े प्यार से चूची को चूसने लगा।
5 मिनट चुसाने के बाद उसने मुझे खड़ा कर दिया और मेरी शॉर्ट्स निकाल दी और खुद ही मेरा लंड अपने मुंह में लेकर चूसने लगी।
आज उसे कुछ ज्यादा ही मन कर रहा था चुदने का!
वह मेरा पूरा लंड गले तक ले कर चूस रही थी.
मुझे भी उसका मुंह चोदने में बहुत मजा आ रहा था.
फिर मैंने उसे खड़ा किया और धक्का दे के बिस्तर पर गिरा दिया और उसका पेटीकोट और पैंटी भी निकाल दी।
उसकी चूत एकदम गीली हो चुकी थी।
मुझे थोड़ा मजाक सूझा तो मैंने उसकी चूत एकदम से चाटना शुरू किया तो वह सिहर उठी।
फिर मैं रुक गया और अपना मुंह उसकी चूत से हटा लिया।
कोमल– क्या हुआ, चूसो ना!?
मैं– नहीं!
कोमल– क्यों, चूसिए ना प्लीज़! क्यों तड़पा रहे हो आप?
मैं– एक शर्त पर!
कोमल– आपकी हर शर्त मंजूर है, प्लीज!
मैंने फिर से उसकी चूत को चूसना शुरू किया।
वह सिसकारियां लेने लगी– और जोर से, आह अअह्ह!
10 मिनट में उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और वह हाम्फने लगी।
फिर मैंने उसकी टांगें पकड़कर खींच के पलंग के किनारे पर ला दिया।
उसने खुद ही अपनी टांगों को ऊपर कर दी।
मैंने उसकी चूत पर अपना लंड रगड़ा तो वह फिर सिहर उठी … और सिसकारियां भरने लगी!
फिर मैंने उसकी चूत पर अपने लंड से थोड़ा मारा।
तब कोमल बोली– अब डाल भी दो ना … क्यों तड़पा रहे हो?
मैंने कहा– पहले वादा करो जो मैं पूछूँगा उसका सच–सच जवाब दोगी और बिल्कुल झूठ नहीं बोलोगी!
तो उसने तुरंत ही वादा कर दिया।
उसके बाद मैंने उसकी चूत पर अपना लंड रखा और एक ही झटके में अपना पूरा लंड उसके चूत में डाल दिया।
फिर उसने अपने पैर मेरी कमर के चारों ओर लिपटा दिया और मुझे कस के पकड़ लिया।
मैं जोर–जोर से झटके मारने लगा।
मुझे चोदते वक्त गालियाँ देना अच्छा लगता है पर कभी–कभी वह बुरा मान जाती है!
15 तक मिनट मैंने उसे ऐसे ही चोदता रहा।
उसके बाद मैंने उसे डोगी स्टाईल में आने को बोला और उसके कमर पकड़ कर उसे चोदने लगा।
देसी वाइफ फक में कोमल को आज कुछ ज्यादा ही मजा आ रहा था!
फिर मैंने उसे नीचे बिठा के अपना लंड चुसाया।
वह भी मजा लेकर चूसने लगी।
उसके बाद मैंने उसे दीवार के सहारे खड़ा कर दिया और पीछे से कोमल को चोदने लगा।
कोमल का 3 बार पानी निकल चुका था।
उसके बाद मैंने उसे पलंग पर ला दिया और सीधा उसके ऊपर आ गया।
लगातार 15 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना वीर्य उसकी चूत में छोड़ दिया और उसके ऊपर ही लेट गया।
फिर हम अलग हुए और कोमल वाशरूम में चली गई।
थोड़ी देर बाद वह आई और अपने कपड़े पहनने लगी तो मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपने पास बिठा लिया।
कोमल– क्या कर रहे हैं? छोड़िए भी अब!
मैं– अभी हमारी बात बाकी है।
कोमल– कौन सी बात?
मैं– वही जो तुमसे चोदने से पहले कही थी।
कोमल– ठीक है! बोलिए क्या बात है?
मैं– तुम्हें जय कैसा लगा?
कोमल– अच्छा है!
मैं– सिर्फ अच्छा या बहुत अच्छा?
कोमल– काफी अच्छा है और बातें भी अच्छी करता है।
मैं– देखो कोमल, मुझे जीवन में सब कुछ करना है पर तुम्हें धोखा दे के नहीं और सारे मजे भी करने है पर तुम्हारे साथ ही।
कोमल– हम इतने तो मजे करते हैं ना?
मैं– मुझे कुछ नया करना है यार, पर तुम नाराज़ हो जाती हो!
कोमल– आप क्या कहना चाहते हैं? मैं समझ गई, पर मुझे डर लगता है और उसके बाद आप मुझे पहले जैसा प्यार तो नहीं करेंगे!
मैं– अरे यार, ऐसी कोई बात नहीं होगी! मैं वादा करता हूँ! हमारे प्यार में कभी कोई कमी नई आएगी और इससे तो हमारा एक–दूसरे पर विश्वास और प्यार पहले से भी ज्यादा हो जायेगा!
मैं– तुम एक बार जय के बारे में ये सब सोच के देखो अगर ठीक नहीं लगता तो हम नहीं करेंगे!
कोमल– फिर आप बुरा तो नहीं मानोगे ना?
मैं– नहीं बाबा नहीं मानूंगा! मुझे तो ये सब बहुत अच्छा लगता है! मैं चाहता हूँ कि तुम भी ज़िंदगी के मजे लो!
कोमल– मैं सोच कर बताऊंगी!
मैं– ठीक है!
मैंने जय का मोबाइल नंबर ले लिया था ताकि कोमल को सेक्स के लिए मनाने में उसकी मदद कर सकूं।
दूसरे दिन मैंने उससे कॉल पर बात की तो उसने कहा– भाभी बहुत अच्छी है।
फिर मैंने पूछा– चोदना चाहते हो?
देसी वाइफ फक के लिए वह झट से मान गया।
फिर मैंने उसे थोड़ी सुझाव दी कि वह कैसे बात करे और उससे सेक्स के बारे में पूछे साथ ही अपना अनुभव भी बताए!
उसने वैसा ही किया।
अब कोमल को भी मजा आने लगने लगा था ये सब में।
जय ने कोमल को कुछ वीडियो भी भेजे।
फिर उससे कहा– हमने ऐसे ही किया था। बहुत मजा आया था!
कुछ दिन बाद मैंने कोमल से पूछा– उससे मिलने नहीं जाना है क्या?
वह बोली– चलेंगे!
मैंने कहा– कल ही चलते है!
वह मान गई।
अगले दिन मैं शाम को जॉब से जल्दी घर आ गया।
कोमल को जल्दी तैयार होने को कहा और मैं भी फ्रेश हो गया।
आधे घंटे में हम घर से निकल गए।
फिर जय को मैंने कॉल कर दिया।
वह भी अपनी कार ले के निकल गया।
हम एक रेस्तरां में गए।
तीनों ने वहां खाना खाया।
कोमल जय के साथ काफी घुल मिल गई।
मैंने कोमल को व्हाट्सएप पर मैसेज किया– उसकी कार में चलोगी? कुछ नया करते हैं!
वह बोली– क्या करना है?
तब मैंने कहा– कुछ ज्यादा नहीं … पर तुम्हें मजा आयेगा!
मैंने जय को बोला– चलो तुम्हारी कार ले के कहीं चलते हैं।
जय मान गया और हम कार के द्वारा वहां से निकले गए।
जय गाड़ी चला रहा था।
मैंने कोमल के साथ पीछे वाली यात्री सीट पर रोमांस करना शुरू कर दिया।
वह शरमा रही थी और मुझे मना भी कर रही थी।
जय ने कहा– आप शर्माएं मत, बस मजा लीजिए!
तब कोमल थोड़ा रिलैक्स हो गई।
अब मैंने कोमल को चूमना शुरू कर दिया और एक हाथ से उसकी चूची को दबाने लगा।
कोमल को अब मजा आने लगा और वह मेरा साथ देने लगी।
जय ने कार एक एकांत सड़क के किनारे कार खड़ी कर दी और हमें देखने लगा।
कोमल भी उसकी ओर देख रही थी।
फिर जय ने पूछा– भाभी, आप मेरा लंड देखना चाहोगी?
कोमल ने मना कर दिया.
पर मैंने जय को बोला– दिखाओ भाई, यह मना तो कर रही है पर इसका दिल देखने का कर रहा है।
मैंने जय को पीछे की सीट पर आने को कहा और वह पीछे हमारे साथ बैठ गया।
अब कोमल हम दोनों के बीच में थी।
जय कोमल को चूमना चाहता था।
मैंने इशारे से कहा- चूम लो!
पर उसे लगा कि कहीं कोमल बुरा मान जायेगी तो उसने रहने दिया।
2 मिनट बाद मैंने कोमल से कहा– अब जय के साथ रोमांस करो!
तो वह शरमा गई।
फिर मैंने जय को कहा– भाई तू ही शुरुआत कर!
उसने कोमल से पूछा पर कोमल कुछ बोली नहीं सिर्फ शरमाई।
तबी जय ने कोमल का हाथ पकड़ा और हाथ पर चूमने लगा।
मैं कोमल के होंठों को चूम रहा था।
फिर मैंने कोमल की गर्दन को पकड़ कर जय की तरफ घुमाया और जय को चूमने का इशारा किया।
जय ने कोमल के होंठों पर धीरे से चूमना शुरू कर दिया।
कोमल भी उसका साथ देने लगी।
मेरी जिंदगी का वह सबसे हसीन पल था।
कुछ देर चूमने के बाद वे दोनों अलग हुए।
अब फिर से जय ने पूछा– भाभी, अब तो देखोगी ना मेरा लंड?
तब जा के कोमल ने हाँ में सर हिलाया।
मैं भी अपना लंड बाहर निकाल कर कोमल के हाथ में दे दिया और उसकी एक चूची दबाने लगा।
जय ने भी अपना लंड बाहर निकाल दिया, जब कोमल ने दोस्त का लंड देखा तो वह देखती रह गई!
उसका लंड मेरे से थोड़ा बड़ा था पर उसकी मोटाई मुझसे काफी ज्यादा थी।
मैंने कोमल को उसके लंड पकड़ने का इशारा किया पर वह मना कर रही थी।
फिर जय ने कोमल को एकदम से चूमना शुरू कर दिया और एक हाथ से उसके एक चूची को दबाने लगा।
मैंने कोमल का ब्लाउज और ब्रा का हुक भी खोल दिया ताकि जय उसके चूची को अच्छे से दबा सके।
फिर कोमल को चूमते हुए जय ने उसका हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया।
कोमल धीरे से उसके लंड को पकड़ कर आगे पीछे करने लगी।
उसका लंड कोमल की मुठ्ठी में भी नहीं आ रहा था।
फिर जय ने कोमल की एक चूची को मुंह में ले लिया तो मैंने दूसरी चूची अपने मुंह में ले ली।
कोमल ने अपनी आँखें बंद कर ली और आहें भरने लगी।
हम दोनों कोमल की चूची को चूसने लगे।
कोमल हम दोनों का लंड हिलाने लगी।
मैंने कोमल की चूत में उंगली करने के लिए उसके पेटीकोट में हाथ डाला पर उसने पकड़ लिया और मना करने लगी।
जय अभी भी उसके एक चूची को चूस रहा था और दूसरे चूची को दबा रहा था।
कुछ देर ऐसा ही करने के बाद कोमल ने कहा– बस, अब फिर कभी!
जय मान गया और अपना लंड अपने पैंट के अंदर ले लिया।
फिर हम वहां से वापस रेस्त्रां पर आ गए और वहां से अपनी कार ले के घर के लिए निकल गए।
घर आते वक्त कोमल मन ही मन मुस्कुरा रही थी।
तो मैंने पूछा– सच–सच बताना मज़ा आया ना?
उसने हंसकर हाँ में जवाब दिया।
फिर मैंने पूछा– दुबारा मिले तो चुदोगी जय से?
वह कुछ बोली नहीं बस शरमाने लगी।
फिर हमने घर आकर जबरदस्त चुदाई।
उस रात मैंने कोमल को 2 बार चोदा.