Thursday, November 21, 2024
Hindi Midnight Stories

भाई बहन के जिस्मानी रिश्ते

दोस्तो, मेरा नाम शाहिद है.
मैं कुरुक्षेत्र हरियाणा से हूँ.
मेरी उम्र 23 साल है और मैं बीटेक इंजीनियर हूं.

मेरे घर में मैं और मेरी बहन ही रहते हैं.
हमारे अम्मी अब्बू की मौत 1 साल पहले कार दुर्घटना में हो गई थी.
इस कारण अब घर में सिर्फ मैं और मेरी बड़ी बहन ही है.

मेरी बहन 25 साल की है और वह दिल्ली में जॉब करती है.
उसका भरा भरा फिगर 30-32-34 है.

यह कहानी मेरी बहन के साथ है कि कैसे उसको मैंने चोद कर प्रेग्नेंट कर दिया.

चलो मैं असली सेक्सी सिस्टर चुदाई कहानी पर आता हूं.

अपनी बहन की गांड देख कर मैंने भी बहुत बार मुठ मारी है.

मेरी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी होने के बाद मैं भी दिल्ली शिफ्ट हो गया.

वहाँ हम भाई बहन ने एक कमरा ले लिया था और साथ में रहने लग गए थे.

वह पहले से दिल्ली में रहती थी तो वह बहुत छोटे कपड़े पहनने लगी थी.
तो मैं उसे, उसे अधनंगे जिस्म को देखता रहता था.

एक दिन की बात है मेरी बहन और मैं बैठे हुए बातें कर रहे थे.

तभी उसके फोन में कॉल आ गई और वह बात करने लग गई.
मैं भी चुपके से उसकी बात सुन रहा था.

वो उसके बॉयफ्रेंड का कॉल था. वह उसे चोदना चाहता था पर वह मान कर रही थी क्योंकि मैं भी घर पर हूँ.

फिर उसने कॉल कट दी और बर्तन धोने चली गई.

उसके बाद वह नहाने चली गई.
मैं भी चुपके चुपके बाथरूम के दरवाजे के छेद से देखने लग गया.

वह बाथरूम में अपनी चूत पर हाथ फेरे जा रही थी और अपने बूब्स को मसल भी रही थी.
अपने यार से बात करके शायद उसकी चूत गीली हो गयी थी और वह अपना पानी निकालना चाहती थी.

क्या नजारा था यारो!
मेरी नंगी बहन मेरे सामने अपनी चूत का दाना सहला रही थी और चूत में उंगली कर रही थी.

फिर वह नहाकर बाहर आ गई.

रात को हम दोनो साथ सो रहे थे.
पर मेरे दिमाग में दोपहर का सीन घूमे जा रहा था.
मैं धीरे धीरे से उसके टी-शर्ट में हाथ डालने लगा और बहन के चूचों को दबाने लग गया.
वह गहरी नींद में थी तो इसलिए उसे पता नहीं लगा.

अब मेरा हौंसला बढ़ने लग गया.
ऐसे ही मैं रोज रोज करने लग गया.

पर मेरा इटने से कुछ नहीं हो रहा था इसलिए मैंने एक रात को उसकी लोअर में हाथ डाल दिया और उसे सहलाने लग गया.
पर उस दिन उसकी आंख खुल गई.

उसने मेरे करतब देख कर मेरे मुंह पर थप्पड़ मार दिया और बहुत गुस्सा हुई कि मैं ये क्या कर रहा हूं.

मैं रोने लग गया और कहने लग गया- मैं तुझको बहुत पसंद करता हूं.
वह कहने लगी- हम दोनों भाई बहन भी हैं, हमारे बीच ऐसा कुछ नहीं हो सकता!

पर मैं रोने लगा और अपना प्यार जताए जा रहा था.
कुछ देर बाद उसे मुझे पर तरस आ गया और वह कहने लगी- सिर्फ एक बार दूंगी!

यह सुनकर मैं खुले सांड की तरह अपनी बहन पर टूट पड़ा और उसके बूब्स चूसने लग गया.
इससे मेरी बहन को भी मजा आ रहा था.

फिर वह कहने लगी- शाहिद भाई! आह … मजा आ रहा है!

अब मैंने अपनी बहन को पूरी नंगी कर लिया.
फिर मैं भी पूरा नंगा हो गया.

मेरा 6 इंच का लोड़ा एकदम तैयार खड़ा था मेरी बहन की चूत में जाने के लिए.
मैंने बहना को लंड हाथ में पकड़ कर सहलाने को कहा.
अब तक मेरी बहन भी पूरी गर्म हो चुकी थी, उसने मेरा लंड पकड़ लिया.

मैंने उसे लंड चूसने को कहा तो वह कहने लगी- यह चाटना चूसना बाद में करना, अभी तो मेरी चूत में लंड घुसाके चुदाई कर फटाफट!

तब मैंने उसकी बात मान कर उसकी चूत पर लंड टिकाया और धक्का मारा.
मेरा लंड एक झटके में बहन की चूत के अंदर चला गया.

वह थोड़ा चिल्लाने लग गई, सिसकारियां भरने लगा गयी.
उसे पूरा मजा आने लगा था.

मैं अपनी आपा को ज़ोर से ज़ोर से चोदने लग गया.

भाई कसम से … उसे चोदने में मुझे बहुत मजा आ रहा था.

करीब 15 मिनट के बाद मैं उसकी चूत में झड़ गया पर इतनी देर में मेरा बहन का स्खलन नहीं हुआ था.
वह बोली- हमारा कुछ नहीं हुआ!

तो थोड़ी देर रुक कर उसने मेरा लंड पकड़ लिया और उसे हिलाने लगी.
इस बार मैंने उसे मेरे लंड के चुप्पे मारने के लिए कहा.
तो उसने मना कर दिया.

पर मैंने फिर भी जबरदस्ती से उसके मुख में लंड डाल दिया तो वह भी लंड मुंह में लेकर चूस कर खड़ा करने लगी.

मेरा लंड जल्दी ही सख्त हो गया और मैं उसका मुंह चोदने लगा.
5-7 मिनट बाद मैं उसके मुंह में झड़ने को ही था कि उसे पता चला गया और उसने मेरा लंड अपने मुंह से निकाल दिया.

वह मुझे खराब खराब गालियां देने लग गई- भेनचोद … कुटी … मेरे मुंह में क्यों छोड़ रहा था?
और भी बहुत कुछ बोला उसने!

फिर मैं उसको पकड़ कर किस करने लग गया.
मेरा स्खलन होते होते रहा गया.

इसके बाद हमने चुदाई शुरू की.
इस चुदाई में मेरी बहन को परम आनन्द मिल गया.

उसके बाद हमने एक बार और चुदाई की और हम साथ में नंगे सो गए.

सुबह उठे तो हमने एक बार फिर से चुदाई शुरू कर दी.

जब सुबह हुई तो उस दिन संडे था और हमारी छुट्टी भी थी.

तो उसने मुझे उठाया- सुबह हो गई है, उठ जा, कब तक सोता रहेगा.
मैं भी उठ गया.

वह कहने लगी- सुबह की शुरुआत हो गई.
मैंने कहा- हाँ मेरी रानी!

फिर मैं उसको किस करने लग गया.
वह भी मेरा साथ देने लग गई.

क्योंकि हम दोनों रात को नंगे ही सोये थे तो अब रोशनी में मेरी नंगी बहन क्या कयामत लग रही थी!
उसके मोटे मोटे बूब्स … क्या बड़ी गांड!

मैंने उसको लिटाया और उसकी चूत चाटने लगा.
काफी देर तक बहन की चूत चाटने के बाद वह कहने लग गई- अब जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल!

मैंने भी देर ना करते हुए उसकी चूत में लंड घुसा दिया और धक्के मारने लगा.

तुरंत ही उसे चुदाई का मजा आने लग गया.

बहन के साथ सेक्स करते हुए मानो मैं जन्नत में पहुंच गया.

करीब 10 मिनट के बाद मैं उसकी चूत चोद कर झड़ने को हुआ तो मैंने पूछा- अंदर ही कर दूँ क्या?
वह कहने लगी- हां, कर दे अंदर ही … मेरे पीरियड्स आने वाले हैं तो कोई ख़तरा नहीं है.

तब मैंने अपना रस आपा की चूत के अंदर ही छोड़ दिया.

उसके बाद हम उठ के नहाये , नाश्ता किया.
फिर मैंने उसे कहा- यार, तेरी चूत का मजा तो ले लिया. अब तेरी गांड की चुदाई का मजा लेना है.
वह भड़क कर बोली- पागल है क्या … गांड तो मैंने अपने BF से भी नहीं मरवाई अब तक!

तब मैंने सोचा कि इसे धोखे से कुतिया बनाकर इसकी गांड मारूंगा.

दोपहर को मैंने उसे सेक्स के लिए कहा तो पहले तो वह मना करने लगी, कहने लगी- रात को करेंगे.
मैंने कहा- अगर तेरी चूत लाल हो गयी तो कर नहीं पायेंगे.

पर वह नहीं मानी.

और वही हुआ.
शाम को ही उसकी चूत पान खाने लगी.

उसने मुझे इस बारे में बताया तो मुझे गुस्सा आ गया.
पर मैंने प्यार से कहा- ज़रा खोल कर तो दिखा कि खून कैसे निकलता है?
उसने अपनी सलवार निकाल दी.

फिर मैंने उसकी पैंटी अपने हाथों से निकाली.
पैंटी में नैपकिन लगा हुआ था जिस पर थोड़ा सा खून लगा हुआ था.

मैंने कहा- ज़रा सा ही तो है!
वह बोली- अभी शुरुआत है ना!

तब मैंने उसे कहा- अभी एक बार ऐसे ही कर लेते हैं.
वह मना करने लगी पर जैसे कैसे मैंने उसे मना लिया.

मैंने उसे फिर डॉगी स्टाइल में लिटा दिया और उसकी गांड में एक जोर का थप्पड़ मारा.
उसके पीछे आकर मैं उसकी गांड के छेद को देखने लगा.

तभी अचानक मैंने उसकी गांड के छेड पर थूका और उसमें लंड टिका कर दबा दिया.
मेरा सुपारा बहन की गांड में घुस गया.

उसे इससे बहुत दर्द हुआ और वह मुझे गालियां देने लगी- भेनचोद छोड़ … छोड़ मुझे! मेरी गांड में से लंड निकाल! इसके अलावा तू चाहे जो मर्जी कर ले!

पर मैं कहा उसकी कुछ सुनने वाला था … एक दो झटके में थोड़ा और अंदर चला गया फिर एक जोर के झटके से पूरा लंड चला गया.
और मैंने उसे जकड़ लिया और चोदने लगा.

शुरू में उसे बहुत दर्द हो रहा था और उसकी गांड की सील टूटने से खून भी निकल गया था.

पर मैं बेरहमी से उसकी गांड मारे जा रहा था.
मुझे सेक्सी सिस्टर चुदाई में बहुत मज़ा आ रहा था.

करीब 15 मिनट तक उसकी गांड मारने के बाद मैं झड़ गया.
झड़ने के बाद में थक गया था.

मैंने अपना लंड निकाला तो उस पर पॉटी लगी हुई थी.
मैं फटाफट बाथरूम में गया और लंड धोया.

और फिर वह भी बाथरूम में जाकर आई.
उससे अब चला भी नहीं जा रहा था.
वह बोली- पानी गर्म करके ला!

मैं एक पतीले में काफी सारा पानी गर्म करके लाया.

उसके कहने पर मैंने उसकी गांड में गर्म पानी का कपड़ा लगा लगा कर गांड की सिकाई की जिससे उसे थोड़ा आराम आया.

इसी बीच वह मेरे साथ बात करने लगी.
वह मुझसे पूछने लग गई- तेरी कोई गर्लफ्रेंड है क्या?
मैंने मना कर दिया.

फिर मैंने उससे पूछा- गांड मारने से तू मेरे से नाराज तो नहीं है ना?
वह नकली गुस्से से बोली- कुत्ते … बहन की गांड फाड़ दी और पूछ रहा है कि नाराज तो नहीं है? किसी दिन तेरी गांड में गाजर घुसाऊँगी, तब बताना!

मैंने हां कर दी, बोला- घुसा देना.
वह हंस पड़ी.

उसके बाद हम हर रात को 1-2 बार चुदाई करके सोते थे.
हम गांड चुदाई भी कर लेते थे.

छुट्टी वाले दिन वह अपने बॉयफ्रेंड के साथ बाहर जाती थी.

एक दिन उसकी तबीयत खराब थी तो वह हॉस्पिटल गई.
वहाँ पता चला कि वह गर्भवती हो गयी है.

तो आकर उसने मुझे बताया.
मैं तो डर गया.
मैंने उससे पूछा- अब क्या होगा?
तो वह कहने लगी- तू टेंशन मत ले, मैंने अपने बॉयफ्रेंड को कह दिया है कि ये उसका बच्चा है. वह अब अपने घर वालों से शादी की बात कर रहा है.

मैं खुश हो गया, कहने लगा- जब तो तेरी शादी की खुशी में एक बार चुदाई करें?
वह मान गई.

मैंने उसे पकड़ के नंगी किया और चोदने लग गया.

Back To Top