दोस्तो,
हमारे घर में हम 6 लोग हैं मां उम्र 44 साल, पापा उम्र 45 साल, भाई उम्र 23 साल, बहन उम्र 25 साल, भाभी उम्र 23 साल और मैं वीरू, मेरी उम्र 19 साल. मेरा लंड बड़ा है.
मेरी भाभी गवर्मेंट जॉब करती हैं.
उनकी जॉब पास के शहर में है और वे उधर फ्लैट किराए से लेकर रहती हैं.
यह कहानी मेरी भाभी की बहन से शुरू हुई थी.
अभी 8 महीना पहले उनको एक बेबी हुआ है.
अब उनको वापस जॉब पर जाना है पर बेबी को संभालने वाला भी चाहिए था.
मैं अभी कॉलेज में फर्स्ट ईयर में हूँ, तो भाई ने मुझसे कहा- तुम कुछ दिन भाभी के साथ चले जाओ.
मैंने कहा- ठीक है.
हमारे साथ भाभी की बहन भी जाने वाली थी.
हम रात को 8 बजे पहुंच गए.
बाहर से खाना मँगवा कर खा लिया.
उधर एक ही बेड था.
तब दिसंबर का महीना था तो ठंड बहुत थी.
मैंने कहा- मैं नीचे लेट जाता हूं.
भाभी ने कहा- ऊपर ही लेट जा.
बेड पर भाभी और उसकी बहन खुशबू दोनों लेटी थीं.
भाभी की बहन खुशबू बड़ी मस्त आइटम थी.
उसकी उम्र 22 साल, बूब्स 32 इंच के उठी हुई गांड एकदम टनाटन माल है.
मैं उसके पास जाकर सो गया.
रात को करीब 12 बजे मुझे अपने लंड पर कुछ महसूस हुआ तो मैंने देखा कि खुशबू की गांड की दरार में मेरा लंड लगा था और वह दबाव डाल रही थी.
मेरा लंड पूरा खड़ा हो गया.
फिर मैंने धीरे से अपना हाथ आगे किया और उसके एक दूध को दबा दिया.
उसने कुछ नहीं कहा.
मैं समझ गया कि इंजन गर्म है.
मैंने झट से उसका लोवर नीचे कर दिया और उसकी टी-शर्ट को भी ऊपर करते हुए निकाल कर अलग कर दिया.
खुशबू धीमे से बोली- मेरे ही खोलेगा या अपने भी खोलेगा?
मैं- तुम ही खोल दो.
फिर उसने मेरी पैंट खोली, फिर शर्ट भी उतार दी.
मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया, उसके दूध हवा में फुदकने लगे.
अब मैंने उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को मसला, तो उसकी चूत पानी छोड़ चुकी थी.
उसने मेरी चड्डी उतार दी.
मेरा लंड देख कर वह हैरान हो गई- बाप रे इतना बड़ा … यह तो मेरे ब्वॉयफ्रेंड के औजार से भी ज्यादा बड़ा है!
मैं- अच्छा तेरा बॉयफ्रेंड भी है? इसका मतलब तुम निपट चुकी हो?
खुशबू- हां, मैं पहले भी सेक्स कर चुकी हूं.
हम दोनों धीमी आवाज में बात कर रहे थे.
खुशबू- अब सो जाओ. वर्ना दीदी को पता चल जाएगा.
मैं- नहीं यार, अब नंगे होने के बाद तो मुझसे यह रात नहीं कटेगी!
खुशबू- रहा तो मुझसे भी नहीं जा रहा है … पर दीदी?
मैं- धीरे धीरे से करते हैं.
खुशबू- ठीक है … आ जाओ.
अब वह मेरी तरफ गांड करके लेट गई और मैंने उसकी पैंटी निकाल कर उसकी चूत पर लंड टिका दिया.
उसने लंड को हाथ से पकड़ा और चूत में रगड़ कर छेद पर लगा दिया.
छेद की गर्मी पाकर लंड भी भभक उठा.
मैंने अपनी कमर को जुंबिश दी और लंड अन्दर पेलने के लिए दाब दे दी.
मेरे लंड का टोपा उसकी गुलाबी चूत में चला गया.
वह आह करके मुझसे रुकने का इशारा करने लगी.
मैंने उसकी कमर पकड़ी हुई थी तो उसने मेरे हाथ को पकड़ कर अपने मम्मों पर रख दिया.
अपने दोनों हाथ मैंने आगे कर दिए और उसके दोनों दूध मींजे तो उसे मजा आया और उसका दर्द कुछ कम हो गया.
उसने फिर से कमर हिला कर इशारा किया.
मैंने उसकी चूची को ही पकड़ कर वापस एक कड़क झटका दे दिया तो इस बार मेरा लंड पूरा का पूरा अन्दर घुसता चला गया.
वह मुँह दबा कर अपनी आवाज को रोकने की कोशिश करने लगी.
मैंने उसके मुँह पर हाथ रख दिया और अपनी कमर को आगे पीछे करने लगा.
कुछ ही देर में उसकी चुदासी चूत में से पानी टपकने लगा.
इससे मुझे लंड पेलने में आसानी होने लगी.
मैं 15 मिनट तक उसकी चूत रगड़ता रहा.
वह उस बीच वापस उत्तेजित हो गई थी और मेरे लौड़े का साथ देने लगी थी.
अब मैं चरम पर आ गया था.
मैंने उससे कहा- मेरा होने वाला है!
तो उसने कहा- अन्दर मत डालना.
मैंने उसकी चूत से लंड को बाहर निकाला और उसकी गांड पर वीर्य निकाल दिया.
भाभी बाजू में सोई हुई थीं तो हम दोनों ज्यादा कुछ कर नहीं पा रहे थे.
हम दोनों ने धीरे धीरे अपने कपड़ों को पहना और सो गए.
मैं सुबह जब उठा तो मैंने देखा कि भाभी जॉब पर जा चुकी थीं.
उनका बेबी सोया हुआ था.
खुशबू किचन में काम कर रही थी.
मैंने उसे पीछे से पकड़ लिया और उसको किस करने लगा.
वह भी उत्तेजित हो गई.
मैंने उसके मम्मों को मसलना शुरू कर दिया.
कुछ ही देर बाद वह जोर जोर से सिसकारियां ले रही थी- आह आह धीरे रगड़ न मेरी जान … आह.
मैंने उससे कहा- चलो बाथरूम में चलते हैं उधर ही सेक्स करेंगे. इधर मेड आ सकती है.
उसने कहा- ओके, तुम चलो, मैं बेबी को संभाल कर आती हूं.
मैं बाथरूम में चला गया और अपने सारे कपड़े उतार दिए.
कुछ पल बाद खुशबू अन्दर आ गई.
खुशबू- तुम्हारा मन भरा नहीं क्या?
मैं- जान, तुम हो ही ऐसी माल कि तुमसे मन भरता ही नहीं!
खुशबू- अच्छा जी.
मैंने लंड सहलाया और कहा- हां जी.
वह मेरे लौड़े को देखने लगी.
मैंने उसको नंगी कर दिया और देखा कि उसकी चूत एकदम गुलाबी थी.
ऐसा लग रहा था कि जैसे एक दो दिन पहले ही उसने झांटों की सफाई की हो.
मैंने बाथरूम की बाल्टी को औंधा रख दिया और उसकी एक टांग बाल्टी पर रख दी.
फिर मैंने उसकी चूत में पीछे से लंड डाल दिया और चोदने लगा.
वह जोर जोर से आवाज करने लगी- आह ईई … आ आई मां मर गई … वीरू और जोर से करो … फाड़ दो मेरी बुर … आह रात को बड़ा मजा दिया था बस दीदी की वजह से आवाज ही नहीं निकाल पा रही थी. आह मस्त लंड है तुम्हारा … और तेज चोदो!
मैं भी लगा रहा और कुछ देर बाद उसने अपनी बुर से पानी छोड़ दिया.
X इंडियन लड़की Xxx धकापेल चुदाई चल रही थी.
कुछ ही देर में मेरा काम भी तमाम होने वाला था.
मैंने आठ दस करारे झटके मारे और उसकी चूत में ही सारा माल निकाल दिया.
तभी वह गुस्से से बोली- तुमने अन्दर क्यों निकाला? कुछ हो जाएगा तो कौन जिम्मेदार होगा?
मैंने कहा- कुछ नहीं होगा … मैं अभी गोली ला देता हूँ.
उसने कहा- ठीक है.
अब मैंने कहा- तुझसे एक बात पूछूं?
उसने कहा- हां बोलो!
मैं- भाभी का भी कोई ब्वॉयफ्रेंड था क्या?
खुशबू- हां!
मैं- क्या कह रही हो यार … मतलब भाभी भी खाई पी हुई हैं?
वह- मतलब?
मैंने साफ साफ पूछा- मतलब यह कि क्या भाभी ने अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ सेक्स किया था क्या?
वह- हां किया था.
मैं- तुम्हें कैसे पता?
वह- दीदी ने मुझे बताया था. दीदी मुझे खुली हुई हैं.
मैं- क्या?
वह- हां.
मैं- एक बात बोलूं?
वह- हां बोलो.
मैं- मुझे भाभी को चोदना है.
वह- क्या … यह तुम क्या बोल रहे हो?
‘हां यार मुझे भाभी बहुत पसंद है …. तुम उन्हें मेरे लिए कहो न … प्लीज मना मत करना!’
वह- ओके कोशिश करूँगी.
‘कैसे कहोगी?’
वह- मैं तुम्हें दीदी के ब्वॉयफ्रेंड का पिक दे दूँगी … तुम वह उन्हें दिखा देना और दीदी को पटा लेना. मैं तो बस इतना ही कर सकती हूँ.
‘ठीक है.’
फिर कुछ हम दोनों ने खाना खाया और मैं मार्केट चला गया.
मैंने मेडिकल स्टोर से कुछ गर्भ निरोधक गोलियां और कंडोम का बड़ा वाला पैकेट ले लिया.
मैं घर पर आया, तब तक भाभी ऑफिस से आ गई थीं.
अब भाभी के लिए मेरा नजरिया बदल गया था.
वह मुझे एक चोदने लायक मस्त माल लगने लगी थीं.
मैं उन्हें वासना की नजर से देखने लगा था.
आप उनकी खूबसूरती को ऐसे समझ सकते हो कि उनका शरीर और चेहरा एकदम सोनाक्षी सिन्हा जैसा है.
उनके बड़े बड़े बूब्स मोटी गांड है.
भाभी घर पर सूट पहना करती थीं. सूट में वह कमाल की हसीना लगती थीं.
अब मैं उनके मम्मों को देखता रहता था, यह उन्होंने कई बार देख लिया था.
दो दिन बाद जब मैं उनके दूध देख रहा था, तब भाभी बोलीं- क्या देख रहे हो वीरू?
मैं- कुछ नहीं!
तब मेरा लंड खड़ा था और भाभी ने मेरे लंड का उभार देख लिया था.
वे बोलीं- ठीक है जा!
मैं वहां से बाहर चला गया.
वहां जाकर मैंने खुशबू को कॉल किया और पूछा- कहां है तू?
उसने कहा- मैं कमरे में हूँ.
मैंने कहा- मेरा मन चूत चोदने का हो रहा है. क्या तू अभी बाहर आ सकती है?
उसने मना कर दिया- अभी नहीं … अभी दीदी घर में हैं. फिर कभी चोद लेना और बाहर क्या खुले में चोदोगे?
मैं- नहीं यार, इधर एक कोपचा है, उधर लगा लूँगा. सच में खुशबू, अभी बहुत मन हो रहा है.
उसने कहा- ठीक है, पर यार बेबी को कौन संभालेगा?
मैंने कहा- ठीक है, रहने दे.
फिर मैं बाथरूम में चला गया और वहां भाभी को याद करके मुठ मार कर खुद को ठंडा कर लिया.
फिर रात खाना खाया और सोने चला गया.
अब एक बेड और आ गया था जिस पर मैं अकेले सोता था.
ऐसे ही 5 दिन बीत गए.
एक दिन मैं जल्दी उठ गया.
उसी समय मुझे भाभी की आवाज सुनाई दी- खुशबू, मैं तौलिया लाना भूल गई, जरा तौलिया दे दे!
खुशबू कमरे में थी.
उधर बेबी रो रहा था.
वह उसको चुप करा रही थी.
मैंने कहा- भाभी, खुशबू बेबी को चुप करवा रही है.
भाभी ने कहा- ठीक है, तौलिया तुम ले आओ.
जब मैं तौलिया देने गया तो भाभी ने थोड़ा सा गेट खोला.
मैंने देखा कि भाभी का एक निप्पल कड़क सा दिख रहा था.
मैं उनके निप्पल को देखने लगा.
भाभी ने मुझे देख लिया.
वे कहने लगीं- दे ना तौलिया … ठंड लग रही है.
मैंने तौलिया दे दिया.
उसी वक्त एकदम से मैंने झटका खाने का नाटक किया तो मेरे पैर से धक्का लगने से बाथरूम का दरवाजा खुलता चला गया और मैं फिसल कर भाभी के नंगे जिस्म से जा टकराया.
भाभी एकदम से हड़बड़ा गईं और मैंने हड़बड़ाहट में उनके एक दूध को पकड़ कर खुद को गिरने से बचाया.
उस पल कुछ ऐसा माहौल बन गया था कि भाभी ने मुझे संभाला और कहा- अरे अरे क्या हुआ वीरू … खुद को संभाल न!
मैंने तो खुद से ड्रामा किया था और उसी वजह से मुझे अपने सामने नंगी भाभी के दीदार हो गए.
उनका एक दूध जो मेरे हाथ में था, उसे मैंने मसल दिया था तो उनके निप्पल से दूध निकलने लगा था.
हम दोनों की गिरने की आवाज से भाभी की बहन खुशबू भी उधर ही आ गई.
उसने सीन देखा तो वह मजे लेने लगी.
उसके मुँह से निकल गया- अरे … तुम तो नहाते में ही दीदी को रगड़ने लगे हो.
यह बात सुनकर भाभी एकदम से चौंक गईं और अपनी बहन की तरफ देख कर कहने लगीं- यह क्या कह रही है तू? अभी यह गिर गया है और मैं इसे संभाल रही हूँ.
खुशबू बोली- अच्छा तो यह बात है दीदी … मुझे लगा कि इसने आपको आपके ब्वॉयफ्रेंड से सेक्स करने वाली बात आपको बता दी है और आप इससे सैट हो गई हो!
यह बात सुनकर मैं समझ गया कि इंडियन लड़की ने अपना दांव चल दिया है.
उसी वक्त मैं भाभी की बांहों का सहारा लेते उठा और भाभी से कहने लगा- भाभी, यह खुशबू क्या कह रही है … क्या आप अपने ब्वॉयफ्रेंड से चुद चुकी हो? अब तो यह बात तो मैं अपने घर में सबसे कहूँगा!
भाभी ने खुशबू की तरफ आंख दबा दी और कहने लगीं- चल रहने दे भोसड़ी वाले … अब ले ले तू भी मेरी … मेरी बहन को तो चोद ही चुका है कमीने!
यह सुनकर वे दोनों बहनें हंसने लगीं और मेरा पोपट बन गया.
मैं भाभी से लिपट गया और उन्हें नंगी ही उठा कर कमरे में ले आया.
उस दिन मैंने भाभी को हचक कर पेला और साथ में खुशबू से अपने लंड को चुसवा कर बार बार भाभी की चूत को पेला.
उस दिन के बाद से हम तीनों एक साथ चुदाई का मजा लेने लगे.