Thursday, November 21, 2024
Hindi Midnight Stories

भूत ने दिलाई घर पर चूत

दोस्तो, मेरा नाम अमित है जो इस कहानी में मैंने बदल दिया है.

मैं लखनऊ का रहने वाला हूं.
मेरी उम्र 24 साल है.
मेरी हाईट 5.4 इंच है और मेरा लंड जो 6 इंच लम्बा है जिसकी मैं अक्सर ऑयल मसाज किया करता हूं जिससे वह एकदम चिकना और कठोर हो गया है।

मेरे घर पर मम्मी पापा और एक छोटी बहन और हमारा अजीज छोटा सा पप्पी भी है.
पापा सरकारी नौकरी में है और मम्मी हाउस वाइफ है.
और मेरी अभी पढ़ाई चल रही है।

हमारे साथ हमारे पापा के भाई और उनकी वाइफ मतलब चाचा चाची और उनकी एक लड़की भी साथ में ही रहते हैं.

मेरी कजिन सिस्टर निवेदिता है.
उसे हॉरर शो/स्टोरी बहुत अच्छी लगती है.
वह अक्सर मेरे साथ ऐसी वीडियो देखा करती थी.
और वह डरती भी बहुत थी पर देखने से मानती नहीं थी।

निवेदिता की हाइट 5’2″ होगी.
उसका फिगर एकदम चिकना और सुडौल काया वाला है.
रंग गोरा, बदन छरहरा जिसका साइज़ 34-30-32 का है.
भरे पूरे बड़े बड़े स्तनों की मालकिन … मम्मे बहुत ही उभरे हुए.
जिन्हें मैं चोरी-छिपे निहार लिया करता था और खुश हो जाता था.

वह जब भी मेरे साथ भूत की कहानी देखती थी तो उसके वो उभरे हुए दो तरबूज ओह माई गॉड … जो उसके शूट के गले से काफी हद तक नजर आ जाया करते थे.
बहन हॉरर शो देखती और मैं उसके स्तनों को देखता।

एक बार हुआ यों कि रिलेशन में शादी होने के कारण पापा मम्मी और दीदी चले गए थे जिससे घर पर मैं और चाचा चाची और उनकी लड़की ही थे.

फिर हमने रात में खाना खाया और अपने अपने रूम में सोने चले गए.

अगली सुबह उठे तो देखा कि चाचा चाची तैयार होकर कहीं जा रहे थे.
जब उन्होंने मुझे उठा देखा तो चाची बोली- नाश्ता बना दिया है. तुम और निवेदिता खा लेना टाइम से! हमें एक फ्रैंड के यहां बर्थ डे पार्टी में जाना है. शहर से दूर है तो हम शायद कल सुबह ही लौटें! तो तुम लोग अकेले रहोगे आज घर पर! तो दरवाजे बन्द करके ही रखना!

और इतना कह कर वे चले गए।

थोड़ी देर बाद निवेदिता उठी, हमने साथ में नाश्ता किया और फिर थोड़ी टाइम होते ही उसने कहा- चलो अब भूत की वीडियो देखते हैं.
मुझे भी काफी खुशी थी कि हम घर पर अकेले हैं.
पर ऐसे कुछ कर नहीं सकता था.

मैंने अपने अरमानों जो सेक्स के थे, उन्हें काबू में रखा और हॉरर शो देखने लगा.
साथ में उस वक़्त उसके मम्मे मुझे अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे जिन्हें मैं देखे जा रहा था.

थोड़ी देर बाद शो ख़त्म हुआ तो मैं बाथरूम में गया और उसके नाम की मुठ मारी.
फ़िर अंदर आकर एक और वीडियो लगाई जो बहुत डरावनी थी.

तभी लाइट चली गई जिससे मेरी कजिन डरने लगी और मुझसे लिपट गई.

उसे महसूस हुआ कि कुछ नीचे उठा हुआ है.
उसने चेक किया तो वह मेरा औजार था।

उसने मुझे छोड़ा और कहती- अब नहीं देखना!
मुझे लगा मेरे खड़े लंड की वजह से वह मुझसे गुस्सा ना हो जाए और मैं उसके मम्मे शायद कभी ना देख सकूं.

इसके बाद वह कमरे से चली गई.
उससे नज़रें मिलाने की मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी.

शाम में वह खुद मेरे लिए नूडल्स बना कर लाई और उसने मुझे खिलाई.

इसके बाद रात का खाना बनाते वक्त उसने मेरी हेल्प भी ली.
हमने खाना खाया फिर मैं सोने के लिए जाने लगा.

तभी उसने पीछे से पुकारा- अमित, आज शो नहीं देखोगे क्या?

इतनी बात सुनते ही मैंने कहा- नहीं, अब नहीं … मुझे सोने जाना है.
और वह मानी नहीं और जबरन ले गई- चलो, आज तो घर पर अकेले हैं तुम और मैं!

इतना सुनते ही मैंने हामी भर दी और फ़ौरन रूम में चले गए.

हम दोनों ने वीडियो लगाई और देखने लगे.
तभी वह बोली- उस टाइम जब मैं तुमसे लिपटी थी तब क्या था तना हुआ?
मैं शरमाया और बोला- कुछ नहीं!

पर वह नहीं मानी और बोली- मुझे मालूम है कि वो क्या था.
मैं घबराते हुए बोला- क्या था?
उसने कहा- वही, जिसके बिना इंसान कर नहीं सकता.

मैंने कहा- किसके बिना?
मेरी Xxx सिस ने कहा- लंड!
जिसे सुनकर मैं चौक गया.

उसने कहा- बनो मत, मुझे पता है जब मैं हॉरर शो देखती हूं तब तुम कुछ और देखते हो!
जिसे सुनते मैंने उससे कहा- सच कहा. क्या तुम यह सब जानती थी?
उसने कहा- हां बच्चू, अब देर ना करो जिस चीज को तुम देखते थे, आज कोई नहीं है, उसका मज़ा लेना चाहोगे? क्योंकि मैं भी तुम्हारे नहाते समय तुम्हें देखा करती थी.

उसकी इस बात से मेरे बदन में करंट सा लगा.
इसके बाद मैंने उसको गले से लगाया और चुंबनों की बारिश कर दी।

उस वक़्त उसके बदन पर एक कुर्ता पजामा था और मैंने टी शर्ट और लोअर पहनी हुई थी.
शर्ट के गले से उसके मम्मे झांक रहे थे जिन्हें मैं देखे जा रहा था.

मैंने देर न करते हुए उसके होंठ को चूमना चालू कर दिया.
उसने भी मेरे होंठों को चूसना शुरू कर दिया था.

थोड़ी देर बाद मैंने उसकी गर्दन पर चुम्बन किया और फिर उसके कमीज के ऊपर से बूब्स को दबाना चालू कर दिया.
जिससे वह मचली जा रही थी.

फ़िर मैंने उसके शर्ट को उतार दिया और अपने कपड़े उतार फेंके.
कमीज बदन से हटते ही मेरे सामने एक हसीन यौवन की अप्सरा दिखने लगी जिसके जिस्म पर गुलाबी रंग की ब्रा और पेंटी, उसका गोरा बदन संगमरमर सा सफ़ेद चिकना!
आह … क्या बताऊं … मेरे मुंह से लार टपक रही थी।

फ़िर वह बोली- अमित, अब शुरू करो जल्दी से! अब रहा नहीं जा रहा मुझसे!
मैंने कहा- जरा रुको मेरी जान!

इतना कहते ही मैंने उसके जिस्म को चुंबनों से सहलाना शुरू कर दिया और फिर अपने होंठों से उसके कंधों को जकड़े हुए ब्रा को उतार दिया.

मेरे सामने दो सफेद कबूतर आजाद होकर मस्त उछल रहे थे.
जिन्हें मैंने अपने होंठों से चूसना शुरू कर दिया.

बायें वाले को पीता तो एक हाथ से दायें वाले को दबाता.
कभी दायें वाले को पीता तो बायें वाले को दबाता.

यकीन मानिए दोस्तो … ऐसे दूध जिन्हें देख कर ही लोगों के पजामे तन जाते थे, वे हसीन बूब्स आज मेरी पनाह में थे.
मैं उसके बूब्स को बेपनाह मुहब्बत से चूस रहा था.
उसके निप्पलों पर अपनी जीभ को रगड़ कर उसे मज़ा देने और खुद मज़ा लेने लगा.

मेरी बहन के निप्पल जीभ से चाटने पर तन कर खड़े हो गए थे जिन्हें मैं चूसे ही चला जा रहा था.

धीरे धीरे मैंने उसके बूब्स से होते हुए उसके पेट को चूमते हुए नाभि को जीभ से चाट चाट कर उसके बदन में और सेक्स जगा दिया.

चूमते हुए उसकी पेंटी को अपने होंठों से पकड़ कर हटा दिया और उसकी भूरी चूत का चुम्बन किया।

मैंने उसकी चूत चाटी जिससे मेरी Xxx सिस के मुंह से मादक आवाजें निकल रहीं थीं- उह आह … उह उह … और ज़ोर से … आह चूस लो इसको अमित मेरे प्यारे भाई! आह … आज से तू मेरा भाई नहीं बल्कि मेरा सइयां है.

इतना सुनते ही मैंने उसके मुंह में अपना सुडौल लंड समा दिया जिसे उसने लपक कर चूस डाला और मेरे वीर्य को अपने मुंह में ले लिया और गट गट करके पी लिया.

जब मैंने मुंह से लंड निकाला तो उसने लंड निकलते वक्त उसको पकड़ कर एक चुंबन कर दिया।

फ़िर मैंने उसकी चूत पर लंड रगड़ कर धीरे से एक धक्का लगाया और अगले ही पल लंड Xxx डीप पुसी की गहराई में उतार दिया जिससे उसकी चीख निकल गई- आह उह … उफ्फ आह … हिस्स उह … ओह आह … मेरे सोना चोद दो मुझे आज तुम और बना लो मुझे अपनी बीवी … आह आह उह उह ओह हिस्स उह उफ्फ उह आह!

और मैं बस बिना रुके लंड को चूत की गहराई में उतारता चला गया.
निवेदिता भी पूरा सपोर्ट कर रही थी. उसे थोड़ा दर्द हो रहा था.

जब मैंने उससे पूछा तो वह बोली- होने दो दर्द … आज से मैं तुम्हारी हूं और तुम मेरे! तो बस आप करिए अपनी बीवी के साथ! मैं अब आपकी बीबी बन गई हूं.
“आह पति देव आह … उह ओह हिस्स … उह आह … आह उह ओह हिस्स’ की आवाज़ों से पूरा कमरा गूंजने लगा था.

लगभग 5 मिनट बाद हम दोनों झड़ गए.

और फ़िर कुछ देर आराम करने के बाद मैंने उसको घुमाया और उसकी गान्ड में बॉडी लोशन लगाया.
कुछ लोशन अपने लंड पर लगा कर चिकना लंड उसकी चिकनी गान्ड पर फेरना शुरु कर दिया.
और अगले ही पल जैसे मैंने अपने औजार को अंदर घुसेड़ा, उसे दर्द होने लगा.

मैं थोड़ी देर रुक गया और करीब दस मिनट बाद मैंने फ़िर अपना लन्ड अन्दर बाहर करने लगा.
जिससे मुझे आनंद मिलने लगा.
गांड मारते वक्त उसकी चीख निकल रहीं थी- आह उह ओह हिस्स उह उफ्फ आह!

और कुछ देर बाद वह भी अपनी गान्ड उछाल उछाल कर मेरा साथ देने लगी.
मैंने उससे पूछा- कैसा लग रहा है?
वह बोली- जानू, चेहरा जरा मेरे पास करिए आप!

चेहरा जब मैंने उसके पास किया तो फौरन उसने मुझे एक किस किया, बोली- अहह जैसा आपको मेरे किस से लग रहा है, वैसा ही मुझे आपके साथ इस वक्त लग रहा है.

रूम में सिर्फ फच फच की आवाज सुनाई दे रही थी.

वह बोली- मेरे पतिदेव, जल्दी करो! आह और तेज़ आह!

मैं भी बोला- हां मेरी बीवी … मेरी जानेमन … जाने बहार … ले … आह ले ले आज सारा माल तेरी गान्ड में ही भर डालूंगा. ले आह … उह आह आह फॅक आह आह उह ले!

कुछ पल बाद मैं और वह झड़ गए.

फिर दोबारा से हमने चुदाई की.
उस रात हमने रात में 4 बार सेक्स किया और हम होश में ही नहीं रहे.
हम कब सो गए, पता नहीं.
शायद करीब सुबह के 4 बजे हम सोए।

अगली सुबह चाचा चाची लेट आए तो सुबह हम दोनों भाई बहन साथ में नहाये और उस टाइम बाथरूम में भी सेक्स किया.

खाना खाने के बाद मैंने फिर एक बार बूब्स को चूस कर दूध पिया.
मेरी बहन के निप्पल सुबह की रोशनी में एकदम मस्त लग रहे थे.

कुछ देर बाद चाचा चाची आ गए.

तब से हम जब भी घर पर अकेले मौका पाते दबाकर सेक्स करते हैं।

और अब तो उसे जब भी ब्रा और पैन्टी लेनी होती हैं तो मैं ही लाया करता हूं और मार्केट साथ में ही जाते हैं.
वो मेरे लिए भी अंडरवियर खरीदा करती है।

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