Thursday, November 21, 2024
Hindi Midnight Stories

ममेरी बहन तो चुदक्कड़ निकली

मैं आपका साथी रवि दास हूँ.
मेरी उम्र 21 साल की है. मैं दिखने में एकदम गोरा हूँ और मेरे लंड का साइज 7 इंच है.

मैं फिलहाल में अभी गोरखपुर में रह कर पढ़ाई कर रहा हूँ.

यह बात कुछ महीने ही पुरानी है.

यह स्टोरी मेरे मामा की लड़की की चुदाई की है.
वह 19 साल की एक कमसिन कली थी जिसे मैंने गुलाब बना दिया था.

मेरी बहन काफी खुले विचारों की है.

उसका फिगर एकदम ऐसा कमाल का है मानो गुलाब की पखुंड़ी की तरह हो.
हर कोई उसे देख कर ठोकने का सोचता होगा. उसके बूब्स क्या कमाल के थे.

मेरा घर आजमगढ़ में है लेकिन मेरे मामा का घर गोरखपुर के पास में ही है.
मैं उनके घर के पास ही एक कमरा किराए पर लेकर रह रहा था और नीट की तैयारी कर रहा था.

मामा जी के घर में जगह कम थी और मेरी पढ़ाई के लिए मुझे एकांत की आवश्यकता भी थी.
साथ ही मामा जी के घर पास में होने की वजह से खाना आदि की व्यवस्था भी हो जाती थी.

एक बार मामा जी की तबीयत ठीक नहीं थी.
मैं कोचिंग से मैं अपने रूम पर आ रहा था. तभी मम्मी का फोन आया और वे कहने लगीं- तेरे मामा जी का तबियत खराब है. उन्हें देख आ रही हूँ मैं!.
मैंने कहा- ठीक है.

मम्मी आ गयी.

नाना जी बोले- रवि, तेरे मामा को मेडिकल ले जाकर दिखाना पड़ेगा.
मैं बोला- ठीक है नाना जी.

फिर हम लोगों ने तय किया कि सुबह लेकर चलेंगे.

उस संबंध में आगे बातचीत करके हम सब सो गए.
अगली सुबह हम लोग पूरी फैमिली के साथ मामा जी को गोरखपुर के मेडिकल हस्पताल लेकर गए.

वहां चेकअप के बाद पता चला कि उनके पेट में इन्फेक्शन था.
इसी वजह से उनको भर्ती करवाना पड़ा.

मामी को डर लग रहा था कि कहीं मामा जी को कुछ हो ना जाए.

मेरी मम्मी और बाकी सब लोग उनको समझा रहे थे कि डरने की कोई बात नहीं है. सब कुछ जल्द ही ठीक हो जाएगा.
फिर मेरे नाना जी बोले- रवि, तुम श्वेता के साथ घर चले जाओ और खाना आदि बनवा कर पैक करके लेते आना.

मैं आपको श्वेता के बारे में बता दूँ. वह काफी खुले मिजाज की लड़की है.
हम दोनों काफी कुछ बातें करते थे लेकिन हमारे बीच में कुछ गलत नहीं था.

मैं और श्वेता गाड़ी से घर आने लगे. आधे रास्ते में गाड़ी में पेट्रोल खत्म हो गया.

मेरे पास यामाहा की R15 बाइक है.
श्वेता गुस्से में बोली- इतनी महंगी गाड़ी रखते हो और गाड़ी में पेट्रोल नहीं है.

मैं मामा जी के इलाज के चक्कर में पेट्रोल डलवाना भूल गया था.
तो मैं बोला- तुम यहीं बाइक के पास रूको, मैं पेट्रोल लेकर आता हूँ.

वह मना करने लगी और बोली- अकेले मुझे डर लगता है.
मैंने बाइक लॉक की और हम दोनों साथ में गए और एक दुकान से बोतल लेकर पंप से पेट्रोल लिया और बाइक लेकर घर आ गए.

वह बोली- खाने में क्या बनाऊं?
मैंने कहा- अंडा रोटी बना दे.

अब मुझे सिगरेट पीने की तलब उठ रही थी.
मैंने कहा- श्वेता तू खाना बना मैं छत पर टहलने जा रहा हूँ.

वह बोली- अपना मोबाइल देकर जा, मैं गाना सुनती रहूंगी और खाना भी बना दूंगी.
मैं उसे अपना फोन देकर छत पर चला गया.

वहां मैंने सिगरेट पी, तब जाकर मुझे चैन आया.
इसमें आधा घंटा लग गया था.

फिर मैं नीचे आ गया.

तभी श्वेता ने गुस्से से कहा- तुम अपने व्हाट्सैप पर क्या क्या रखते हो?
मेरे तो होश उड़ गए.
मैं बोला- क्या हुआ, गुस्सा क्यों हो रही है?

तभी उसने दिखाया.
मेरे एक दोस्त ने मेरे व्हाट्सैप पर पोर्न वीडियो भेज दिया था.

मैं बोला- अरे फ्रेंड है, सब भेज देते हैं. ऐसा क्या हो गया, जो तू इतना गुस्सा हो रही है. तेरी भी सहेलियां मस्ती करती होंगी!
मैं यह बोला तो वह बोली- मेरी सहेलियां इतनी गन्दी हरकतें नहीं करती हैं.

मैंने कहा- अरे इसमें गंदी क्या बात है, तू बता न … तू भी तो जवान हो गई है. तेरा भी मन करता होगा.

यह सुनकर वह एकदम शांत हो गई.
फिर कुछ पल बाद वह बोली- तू कहना क्या चाहता है … मुद्दे की बात कर!

दोस्तो, अब मेरा भी मूड बन गया था.
उसका गोरा बदन और बड़ी बड़ी चूचियां देख कर मेरा भी सेक्स करने का मन कर रहा था.

मैंने उससे कहा- देखो तुम्हें जो जरूरत है, वह मैं दे सकता हूँ … और मुझे जो जरूरत है, वह तुम दे सकती हो.

यह कह कर मैंने तुरंत उसकी कमर को पकड़ कर अपनी तरफ खींचा और सीने से लगा लिया.

वह कुछ समझ पाती कि मैं उसके होंठों से अपने होंठ लगा कर उसे लिप टू लिप किस करने लगा.
मेरी बहन खुद को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी.

मैंने उसे अपनी पकड़ में जकड़ कर रखा और उसके होंठों के शहद को चूसता रहा.
मुझे बड़ा मजा आ रहा था.

कुछ देर बाद वह भी मेरा साथ देने लगी.
अब मैं किस करते करते उसके कपड़े खोलने लगा.

जल्द ही वह चड्डी और ब्रा में आ गई.

क्या बताऊं आप लोगों को, वह कितनी हॉट लग रही थी.
मैं ठगा सा खड़ा उसे देख रहा था.
वह शर्मा रही थी.

अब मैंने उसकी ब्रा और चड्डी को भो खोल दिया और उसको बिल्कुल नंगी कर दिया.
मैं उसके एक चूचे को पीने लगा और वह मेरे साथ अपने दूध चुसवाती हुई बिल्कुल मदहोश होने लगी थी.

वह ‘आह … उफ्फ … आह …’ कर रही थी.
मैं उसके दोनों दूध बारी बारी से चूस रहा था और साथ ही उसकी दूसरी चूची को मसल कर मींज भी रहा था.

श्वेता की मादक सिसकारियां मेरे लंड की सख्ती को बढ़ा रही थीं.
मैंने उसके एक हाथ को पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया.
उसने लंड की सख्ती को महसूस किया और अपना हाथ हटा लिया.

मैंने कहा- क्या हुआ?
वह बोली- बहुत मोटा है.

मैंने कहा- अभी कैसे पता चल गया कि मोटा है?
वह हंस दी.

मैंने उसका हाथ फिर से लौड़े पर रख दिया और इस बार उसने अपना हाथ नहीं हटाया.
वह मेरे लंड को मजे से सहलाने लगी.
कुछ देर बाद मैंने उससे कहा कि चैन खोल कर लंड बाहर निकाल लो न!

वह हंस दी और बोली- अपनी चैन तुम खुद ही खोलो.
मैंने कहा- ओके, मैं ही सब करूंगा.

वह इठला कर बोली- हां और नहीं तो क्या मैं करूंगी!
मैंने कुछ नहीं कहा और धीरे धीरे उसकी चूत के दाने को रगड़ने लगा.

वह कहने लगी कि तुम अपनी चैन खोल रहे थे न … और मेरी रगड़ने लगे!
मैंने कहा- मेरा तो रेडी है … पहले तुम्हारी बुर को भी रेडी कर लूँ.

वह हंस कर बोली- मेरी भी रेडी है … साली कड़क मुर्गा देख कर लार टपका रही है.
मुझे उसकी बात पर हंसी आ गई और मैंने उसके गाल को काट खाया.

वह उन्ह करके अलग हुई और कहने लगी- गाल पर निशान बना कर क्या सबको बताना है?
मैंने सॉरी कहा और उसकी एक चूची को अपने मुँह में भर कर चूसने लगा.

अब उसे मस्ती चढ़ने लगी थी- आह … कितनी जोर से चूस रहे हो … खा जाने का मन कर रहा है क्या?
मैंने कहा- काश खा पाता!

वह हंस दी और उसने अपनी चूची मेरे मुँह से निकालते हुए कहा- अब दूसरी भी देखो … उसमें भी मजा आता है.

मैंने उसकी दूसरी चूची को भी मुँह में भर लिया.
वह मेरे सर को अपनी चूची पर दबाती हुई आह भरने लगी. वह पूरी तरह से पागल हो गई थी.

मेरी बहन कामुक आवाज में बोल रही थी- आह चोदो रवि … मुझे चोद कर अपनी रखैल बना ले … प्लीज मुझे अपनी रंडी समझ कर चोद दे!
अब मेरा भी औजार फुल कड़क हो गया था.

मैंने उससे लंड चूसने के लिए बोला, लेकिन उसने मना कर दिया.

मैं जबरदस्ती नहीं करना चाहता था.
मैंने उससे चुदाई के लिए लेटने के कहा तो वह किसी अनुभवी लड़की की तरह टांगें खोल कर लेट गई.

मैंने भी उसकी खुली चूत देख कर अपने लंड में जरा सा तेल लगाया और उसके ऊपर चढ़ गया.
मैंने उसकी चूत के छेद पर लंड सैट कर दिया.

वह लंड के सुपारे से चूत घिसने लगी.

उसी पल मैंने एक जोरदार झटका दे मारा.
लंड चूत में घुस गया.

वह चिल्ला पड़ी- उई मां … मर गई मैं!
मेरा आधा लंड अन्दर चला गया था.

मैंने उसे किस करना चालू कर दिया.

कुछ देर बाद वह जैसे ही चुप हुई, मैंने फिर से एक और धक्का मारा और पूरा लंड अन्दर ठांस दिया.

वह फिर से बिलबिलाई और मुझे गाली देने लगी- हट जा कमीने साले, मेरी चूत फट गई … आह मर गई!
मैंने उसे चूमने के साथ साथ हल्के हल्के से चोदना चालू कर दिया.

कुछ देर बाद वह भी मेरा साथ देने लगी.

वह बोल रही थी- उई मां … आह कैसा रगड़ रहा है आह चोद साले … और जोर से … फाड़ दे … आह.
मैंने कहा- हां साली रंडी, ले न … साली चुदी चुदाई है तू … सच सच बता कितने लौड़ों से चुदवा चुकी है!

वह हंस कर बोली- बस अपने ब्वॉयफ्रेंड से चुदी हूँ … आह पर तेरा लंड बहुत बड़ा है कमीने … आह आह मजा आ रहा है.
पूरे कमरे में बस चुदाई की आवाजें गूंज रही थीं.

करीब 15 मिनट बाद वह अकड़ती हुई बोली- आह अब मेरा होने वाला है आह आह!
वह झड़ गई.

मैंने कहा- मेरा अभी नहीं हुआ है.
वह चुप रही और कसमसाती रही.

मैं उससे मुँह में लेने का जिद करने लगा.
अब वह मान गई और मैंने चूत से लंड निकाल कर उसके मुँह में दे दिया.

वह लंड चूसने लगी.
उसका लंड चूसना भी बता रहा था कि बहन की लौड़ी को लंड चूसने में महारत हासिल है.

करीब 3 मिनट बाद मेरा भी हो गया और मैंने उसके मुँह में ही रस निकाल दिया.
उसने सारा वीर्य खा लिया.

मैं समझ गया कि मेरी कजिन छिनाल बन चुकी है.

मैंने एक सिगरेट निकाल कर होंठों में लगाई और सुलगा कर कश लेने लगा.
वह मुझसे सिगरेट लेकर खुद भी पीने लगी.

मैंने कहा- पहले से पीती है क्या?
वह आंख दबा कर धुआं उड़ाने लगी.

कुछ देर बाद हम दोनों ने कपड़े पहन लिए और खाना पैक करके लेकर जाने लगे.
रास्ते में हमने काफी मस्ती की.

वह रास्ते भर मुझे किस करती हुई गई.
मैंने उससे कहा- पीछे से भी ले चुकी हो क्या?

पोर्न कज़ीन समझ गयी कि मैं गांड की बात कर रहा हूँ.
वह मेरी पीठ पर धौल जमाती हुई बोली- हट्ट.
मैं समझ गया कि यह दोनों तरफ से चलती है और अगली बार में मैंने मन बना लिया था कि इसकी पीछे की भी लेना है.

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