हॉट सेक्स विद वर्जिन GF की कहानी में मेरा बॉयफ्रेंड मुझे चोदने की कोशिश करता तो मैं उसे शादी के बाद करने को कहती. एक बार हम जंगल में घूमने गए. वहां मेरी चूत कैसे फटी?
दोस्तो, मैं लंड की प्यासी शिप्रा आज अपनी चूत की सील टूटने वाली सेक्स कहानी लेकर हाजिर हूँ.
जब मैं 18 साल की थी तो मेरा एक ब्वॉयफ्रेंड था … उसका नाम अविनाश था, पर मैं उसे प्यार से वीशु बुलाती थी.
मेरी बुर की सील उसी ने तोड़ी थी.
तब मैं 11वीं क्लास में थी और वह कालेज में पढ़ता था.
हम लोग कई बार घूमने जाते थे.
यह तब की बात है जब तक मैंने अपने ब्वॉयफ्रेंड वीशु से सेक्स नहीं किया था जबकि वह मुझसे सेक्स करने के लिए कई बार कह चुका था.
मैं उसे शादी के बाद सेक्स के लिए कह देती थी.
हॉट सेक्स विद वर्जिन GF की कहानी तब बनी जब एक बार हम लोग शहर से दूर जंगल में घूमने गए थे.
उधर घूमते हुए हम लोग घने जंगल में चले गए.
अचानक से वीशु की बाईक रुक गई और वह बोला- यार शिप्रा, बाईक खराब हो गई!
मैं बोली- अब क्या होगा वीशु?
वह बोला- चलो, मैं सुधारने की कोशिश करता हूँ.
थोड़ी देर तक वह कोशिश करता रहा, फिर बोला- शिप्रा धूप तेज है, मैं काफी थक गया हूँ … थोड़ा आराम कर लेते हैं.
मैं भी बोली- हां वीशु, थोड़ा रूक जाओ.
वह बोला- शिप्रा, चलो कहीं छांव में लेटते हैं.
हम दोनों घनी झाड़ियों में जाकर बैठ गए.
उसने मेरी गोद में सर रख लिया और बोला- शिप्रा, तुम्हें किस करने का मन कर रहा है!
यह कह कर उसने मेरा सर पकड़कर मुझे झुका लिया और मेरे होंठों को चूमने लगा.
मैं भी उसका साथ देने लगी.
थोड़ी देर तक वह ऐसे ही मेरे होंठों को चूमता रहा और फिर वह मेरे मम्मों को मसलने लगा.
मैं बोली- प्लीज … इस्स आह आह ओह … वीशु नहीं करो … आह छोड़ दो ना … दर्द हो रहा है!
उसने मुझे जमीन पर लिटा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गया.
वह मेरे होंठों को चूसने लगा और मेरी पैंटी में हाथ डालकर मेरी बुर सहलाने लगा.
मैं वासना से सिसयाने लगी- आह इस्स आह … प्लीज़ नहीं करो वीशु … यह सब शादी के बाद करना!
वह बोला- शिप्रा कुछ नहीं करूँगा, बस तुम्हारे बदन को चूमना चाहता हूँ.
उसने मेरे मम्मों को निचोड़ना शुरू कर दिया.
मैं भी गर्म हो गई और उसको चूमने लगी.
वह मेरे कपड़े उतारने लगा.
मैं उसे रोकने लगी- नहीं नहीं वीशु ये शादी के बाद … प्लीज छोड़ दो.
वह बोला- शिप्रा कुछ नहीं हागा, मैं तुम्हारा गोरा बदन देखना चाहता हूँ.
मैं उसे रोकने लगी पर उसने मेरे कपड़े उतारे और मैं खुले जंगल में पूरी नंगी हो गई.
वीशु भी नंगा हो गया.
वह मुझे लिटाकर मेरे ऊपर चढ़ गया और मुझे चूमने लगा.
वह मेरी बुर को सहलाते हुए बोला- शिप्रा, क्या चिकनी चूत है मादरचोद … मजा आ गया!
उसने मेरा हाथ अपने लंड पर रख दिया और बोला- शिप्रा, इसे हाथ से रगड़ो.
मैंने उसके लंड को पकड़ा और सहलाने लगी.
वह बोला- आह साली … तेरे हाथ से लंड सहलवाने में तो मजा आ गया … और तेज तेज सहला शिप्रा.
मैं तेजी से लंड रगड़ने लगी.
वह बोला- साली कुतिया लंड चूम ले.
मैंने उसके लंड को चूम लिया और बोली- प्लीज वीशु अब चलो … बाकी बाद में करना!
वह मेरे सीने पर चढ़ गया और बोला- साली कुतिया चुपचाप मुँह खोल!
मैंने मुँह खोला और उसने लंड मेरे मुँह में घुसा दिया.
वह मेरे मुँह में लंड घुसेड़ कर रगड़ने लगा.
मैं ‘औक्क आक्क अम्म उम्म … अम्म’ करने लगी.
मैं उसे रोकने लगी तो उसने मेरे हाथों को पकड़ लिया और तेजी से मुँह में लंड रगड़ने लगा.
थोड़ी देर बाद उसने लंड निकाला तो मैंने फिर से कहा- प्लीज वीशु, अब नहीं करो. चलो हटो मेरे ऊपर से!
वह बोला- साली, अभी तो शुरूआत है.
वह मेरी टांगें फैलाकर चूत के पास बैठ गया और लंड मेरी चूत पर रगड़ने लगा.
उसके लंड की गर्मी मुझे बेहद उन्मादित कर रही थी. लंड का स्पर्श चूत को बड़ा ही मीठा लग रहा था.
मैं सिसयाने लगी- प्लीज आ … इस्स आहह हह ओह हहह … नहीं करो … आह नहीं आह!
उसी समय मेरी चूत ने प्रीकम छोड़ दिया और मैं गर्म हो गई और बोली- आह वीशु, कैसी आग लगा दी … मेरा बदन जल रहा है!
वह मजा लेते हुए बोला- साली अब चल … बाकी बाद में करेंगे.
मैं बोली- नहीं नहीं … ये आग बुझाओ वीशु … नहीं तो मैं जल जाऊंगी.
वह बोला- साली कुतिया, अभी तो मना कर रही थी और अब चोदने की कह रही है … चल आज तेरी आग बुझा ही देता हूँ … बस थोड़ा रूक जा बहनचोद.
उसने लंड चूत पर टिकाया और दबाने लगा.
मेरी टांगें चूत में लंड लेने के लिए फैल गई थीं और चूत भी खुलने लगी थी.
मैं कराहती हुई बोली- आह आह आह वीशु … अन्दर नहीं जा रहा है … दर्द हो रहा है … आई आआह … मेरी जान निकाल दी आईई … मर गयी मम्मीई!
उसने मेरे दोनों मम्मों को पकड़ा और जोर का झटका दे मारा.
उसका पूरा लंड फच की आवाज के साथ चूत में घुस गया.
मैं जोर से चीखी- आई मर गयी मम्मीई … बचाओ आई ईईई!
हालांकि इस घने जंगल में मेरी चीख को सुनने वाला कोई नहीं था, लेकिन तब भी उसने मेरा मुँह दबा दिया.
उसने लंड को और अन्दर ठाँसते हुए कहा- मादरचोद थोड़ी हिम्मत रख … पहले दर्द होगा, फिर तुझे मजा आएगा.
अब वह तेजी से चोदने लगा.
पांच मिनट बाद मेरा दर्द कम हो गया और मैं अपनी गांड उचकाने लगी.
उसने मुँह से हाथ हटाया और बोला- शिप्रा, कैसा लग रहा है?
मैं बोली- हां वीशु, थोड़ा दर्द हो रहा है, पर मजा आ रहा है.
उसने मेरी टांगें फैलाईं और लंड खींच खींच कर चूत में घुसाने लगा.
मैं उसके हर झटके में मेरी कराहने लगी- उफ्फ़ आ आह आह … ओह ओह प्लीज … आ ओहह धीरे आह हहह ओह!
उसने मेरी टांगें अपने कंधों पर फंसा लीं और मेरे ऊपर झुक गया.
मेरा बदन दोहरा हो गया था और दुखने लगा था.
मैं बोली- प्लीज वीशु, थोड़ा रूक जाओ ना … मुझे दर्द हो रहा है.
वह नहीं माना और तेजी से झटके मारने लगा.
करीब 15 मिनट हॉट सेक्स विद वर्जिन GF के बाद उसने मेरी चूत में वीर्य भर दिया.
वह हांफते हुए बोला- आह शिप्रा, मजा आ गया मादरचोद … काफी दिनों से तुझे चोदने की इच्छा थी!
वह मुझसे चिपक गया और मेरे होंठों को चूमने लगा.
मैं भी उसका साथ देने लगी.
थोड़ी देर बाद वह उठ कर बोला- शिप्रा कैसा लगा?
मैं बोली- हां अच्छा लगा.
मैं कपड़े पहनने लगी तो वह बोला- शिप्रा अभी कपड़े मत पहनो, अभी मेरा मन नहीं भरा है.
तो मैं हंस कर बोली- अभी और क्या बचा है?
वह बोला- साली अब तुझे ब्लू फिल्म देखकर चोदूंगा.
उसने मोबाइल में ब्लू फिल्म लगाई और मुझे जमीन पर लिटा दिया.
वह बोला- मादरचोद, आज तुझे जी भरकर चोदूंगा, कब से तेरी जवानी भोगने की इच्छा थी.
मैं उसे रोकने लगी पर वह नहीं माना और मेरे ऊपर चढ़ गया.
थोड़ी देर बाद फिर मैं सिसयाने लगी- आह ओह हहह धीरे धीरे आह हह वीशु नहीं करो ओह ओह!
उस दिन उसने मुझे ब्लू फिल्म देखकर खूब निपटाया, मुझे काफी मजा आया.
मौका मिलते ही हम दोनों चुदाई का मजा लेने लगे थे.
उसके साथ सेक्स करने से मेरी चूत की आग ठंडी होने की बजाए अब और अधिक चुदने के लिए मचलने लगी थी.
जब भी वीशु मुझे कुछ दिन नहीं चोदता था, तब मुझे किसी भी सड़क चलते मर्द से चुदने का जी करने लगता था.
उसके साथ खुल कर चुदने से मैं गर्भवती भी हो गई थी पर उसने मेरा पेट साफ करा दिया.
अब मैं ब्लू फिल्मों के हीरो के लंबे मोटे लंड देखती तो वीशु का लंड छोटा लगने लगता था.
फिर एक दिन मैं अपनी सहेली राजश्री के घर गई.
तो उसके पापा ने बताया कि वह बाहर गई है.
उन्होंने मुझे अन्दर बुला लिया.
मैं सोफे पर बैठी.
वहीँ रिमोट पडा था, मैंने टीवी चालू कर दिया.
उसमें ब्लू फिल्म चल रही थी.
तभी राजश्री के पापा आ गए और झेंपकर बोले- शिप्रा, अकेले में बोर हो रहा था तो टाइम पास करने लगा.
मैं तो ब्लू फिल्म देखकर ही गर्म हो गई थी.
मैंने सोचा कि अंकल लंबे तगड़े हैं तो उनका लंड भी लंबा मोटा होगा.
मैं ब्लू फिल्म देखकर बोली- अंकल जी, मुझे भी ब्लू फिल्म देखना अच्छा लगता है.
वे मेरे पास आकर बोले- शिप्रा सिर्फ देखने का शौक है या कुछ करने का मन भी करता है?
मैं हंसी तो वे मेरा इशारा समझ गए.
उन्होंने मुझे पकड़ लिया और बोले- चल आज मैं तेरा शौक पूरा कर देता हूँ तुझे चाहिए है न!
मैंने कहा- अंकल, मुझे क्या चाहिए … आप कैसे जानते हैं.
वे मेरे दूध मसल कर बोले- तेरी आंखें बता रही हैं शिप्रा कि तुझे मोटा लंड चाहिए.
मैं हंसने लगी और बोली- और मोटा लंड आप किधर से लाएंगे?
वे अपने लंड को अपनी पैंट की जिप खोल कर मुझे दिखाते हुए बोले- यह है तेरी चूत की खुराक … लेना है?
मैं अंकल का आठ इंच का मोटा लंड देख कर गनगना उठी और मेरी प्यासी आंखें अंकल के लंड पर टिक कर रह गईं.
वे मेरे कपड़े उतारकर बोले- मादरचोद कुतिया, लंड की भूख तेरी आंखों में दिख रही है … चल जल्दी से नंगी हो जा … आज तुझे जी भरकर चोदूंगा हरामजादी.
मुझे नंगी करके अंकल भी जल्दी से नंगे हो गए और मैंने उनका लंड देखा तो कांप गई.
अंकल का लंड वीशु के लंड से काफी ज्यादा लंबा और मोटा था.
मैंने अंकल के लंड को पकड़ा और बोली- बाप रे, कितना लंबा मोटा लंड है अंकल!
उन्होंने मेरे मुँह को अपने हाथों से पकड़ा और मेरे मुँह में लंड डाल दिया.
वे बोले- शिप्रा, चूस बहनचोद चूस साली.
मैं उनके लंड को चूसने चाटने लगी और बोली- वाह अंकल जी, क्या मस्त लंड है आपका मजा आ गया. आपने तो आंटी की चूत को भोसड़ा बना दिया होगा.
मेरे मुँह से इस तरह के शब्द सुनकर अंकल की बांछें खिल गईं और वे मेरे एक दूध को मसलते हुए बोले- तेरी चूत को भी भोसड़ा बना दूंगा रंडी … आह मस्त चूस रही है बहन की लवड़ी … आह मेरे टट्टे भी सहला!
मुँह की गर्मी से अंकल का लंड और तन गया.
मैं अंकल के टट्टे सहलाती हुओ बोली- अंकल जी, अब जल्दी से मेरी प्यास बुझा दो ना!
उन्होंने मुझे सोफे पर पटक दिया और मेरी टांगें अपने कंधों पर फंसा लीं.
उनका लंड मेरी चूत से टकराने लगा.
उन्होंने लंड मेरी चूत पर टिकाया और दबाने लगे.
मेरी चूत फैलने लगी और मैं कराहती हुई बोली- आह धीरे धीरे … आह हहह इस्स … आईई ईई छोड़ दो अंकल जी … प्लीज छोड़ दो … आपका बहुत मोटा है.
वे बोले- अरे मादरचोद थोड़ी हिम्मत रख!
उन्होंने मेरे कंधों को पकड़ा और जोर लगाकर लंड चूत में डालने लगे.
कमरे में मेरी दर्द भरी आवाज गूंजने लगी- आ इस्स आह … प्लीज़ नहीं करो … आई आह ओहह धीरे धीरे!
मैं लंड को अपनी चूत में अन्दर होते हुए देखने लगी और बोली- प्लीज इस्स आह आह … अंकल जी प्लीज छोड़ दो … दर्द हो रहा है.
पर वे नहीं रूके और थोड़ी देर बाद पूरा लंड मेरी चूत में घुस गया.
उनका लंड मेरी बच्चेदानी तक पहुंच गया था.
उन्होंने मुझे चूमते हुए तेजी से चुदाई शुरू कर दी.
कमरे में मेरी चीखें गूंजने लगीं- आई ईईई ऊई ईईई आआ आअ आईई ई बस रुकोओ आह ओह इस्स आह प्लीज़ … नहीं करो … अंकल जी प्लीज छोड़ दो!
थोड़ी देर बाद मेरी चूत फैल गई और मेरा दर्द कम हो गया.
अब मैं मस्त होकर सिसयाने लगी- आह इस्स मजा … आह ऊऊ आआ … आअह्ह रहाआ है अंकल जी … ओह ओह तेज तेज रगड़ो अंकल … मेरी चूत फाड़ दो!
वे बोले- साली कुतिया … तुझे चोदने में काफी मजा आ रहा है.
उनके झटके तेज हो गए.
थोड़ी देर बाद मैं झड़ गई और उन्हें रोकने लगी- अंकल बस बस रुको.
वे बोले- साली कुतिया मैं भी झड़ने वाला हूँ … बस थोड़ा रूक जा.
अंकल तेजी से चोदने लगे और थोड़ी देर बाद वे चिल्लाये- आह शिप्रा मैं आ गया आ आह!
उनके वीर्य से मेरी चूत भर गई.
वे हांफते हुए बोले- वाह शिप्रा, क्या बात है … मजा आ गया!
मैं बोली- हां अंकल, मुझे भी मजा आ गया, मेरा प्रेमी इतनी मस्त चुदाई नहीं कर पाता … आज आपने मुझे जन्नत दिखा दी.
वे लंड चूत से निकाल कर बोले- अरे शिप्रा अभी तो शुरूआत है मादरचोद … अभी तो तेरी गांड भी मारूंगा.
मैं बोली- हां अंकल, मुझे अपनी कुंवारी गांड भी मरवानी है.
थोड़ी देर बाद उनका लंड खड़ा हो गया तो मैं लंड को चूसने चाटने लगी.
उन्होंने जमीन पर गोल तकिये को रखा और बोले- शिप्रा इस तकिये पर पेट टिका कर लेट जा!
मैं उस गोल तकिये पर पेट टिका कर औंधी लेट गई और वे मेरे पुट्ठों को सहलाते हुए बोले- शिप्रा, क्या चिकनी गांड है वाह … आज तेरी गांड मारने में मजा आएगा.
उन्होंने मेरी टांगों को फैलाया और गांड में उंगली डाली तो मैं उचक गई.
तो वे बोले- हम्म बड़ी गांड टाईट है शिप्रा … पहले इसे ढीला करना पड़ेगा!
वे उठे और क्रीम ले आए.
वे उंगली से मेरी गांड में क्रीम लगाने लगे.
मैं उछलने लगी- उफ्फ़ आ इस्स आह … प्लीज़ नहीं करो अंकल जी … गुदगुदी हो रही है आह ओहह … धीरे धीरे आहह!
उन्होंने पूरी क्रीम मेरी गांड में खाली कर दी.
उनकी दो उंगलियां मेरी गांड में घुसने लगी थीं.
वे बोले- साली, अब तेरी गांड नर्म हो गई है, अब लंड आराम से घुस जाएगा.
अंकल मेरे ऊपर चढ़े और लंड गांड पर टिकाया.
तो मैं बोली- अंकल जी, प्लीज धीरे धीरे घुसाना … मेरा पहली बार है.
वे बोले- साली बहनचोद … चिंता मत कर … आराम से ही डालूंगा.
अंकल लंड दबाने लगे और मुझे अपनी गांड फैलती हुई महसूस होने लगी और मुझे दर्द होने लगा.
मैं कराहती हुई बोली- आ आह अंकल जीई छोड़ दो … काफी दर्द हो रहा है.
वे बोले- साली कुतिया, थोड़ा सहन कर ले, पहली बार में दर्द होता है … बाद में तू रोज मुझसे गांड मरवाएगी.
उन्होंने ताकत लगाई और सुपारा गांड में समा गया.
मैं बुक्का फाड़ कर रोने लगी- आईई ईई ऊईई ईई मम्मीई मर गई … ईईई आआह!
उन्होंने मेरे मुँह में अपनी अंडरवियर ठूंस दी, जिससे मेरा रोना दब गया.
तभी उन्होंने मेरे हाथों को पकड़ा और लंड गांड में घुसाने लगे.
मेरी गांड फैलने लगी और दर्द से मैं अपनी टांगें पटकने लगी.
मेरा मुँह तो बंद हो गया था, मैं अम्म उम्म अम्म करने लगी और तड़पने लगी, पर वे नहीं रुके.
थोड़ी देर बाद उन्होंने पूरा लंड मेरी गांड में डाल दिया और मेरे कंधों को पकड़ कर मुझे तेजी से चोदने लगे.
मैं उम्म अम्म उम्म ही कर रही थी.
वे बेदर्दी से मेरी गांड मारने लगे और थोड़ी देर बाद मेरा दर्द कम हो गया और मुझे मजा आने लगा.
मैं थोड़ा शांत हो गई तो वे बोले- दर्द कम हुआ शिप्रा!
मैंने अपने सर हिलाकर हामी भर दी.
उन्होंने अंडरवियर मुँह से बाहर कर दी और बोले- आह शिप्रा, कैसा लगा मादरचोद!
मैं बोली- अंकल जी, आपने तो मेरी जान निकाल दी … बाप रे कितना दर्द हुआ लेकिन अब मजा आ रहा है.
उन्होंने मुझे उठाकर कुतिया बना दिया और गांड मारने लगे.
मुझे खूब मजा आ रहा था.
मैं अपनी कमर हिलाने लगी और बोली- वाह अंकल जी, क्या मस्त लंड है … गांड में बेहद मजा आ रहा है … और तेज तेज रगड़ो अंकल.
वे मेरे पुट्ठों को पीटने लगे और मैं सिसयाने लगी- आह इस्स आह … आह ओह ओह!
थोड़ी देर बाद उन्होंने लंड निकाला और चूत में डाल दिया और रगड़ने लगे.
उन्होंने बारी बारी से मेरी चूत और गांड में लंड पेल कर मुझे चोदा और मेरे दोनों छेदों का फालूदा बना दिया.
थोड़ी देर बाद उन्होंने लंड चूत से निकाला और मेरे सामने आ गए.
मैंने उनके लंड को अपनी जीभ से चाटना शुरू कर दिया.
मैं लंड चाटती हुई बोली- मजा आ गया अंकल जी!
उन्होंने कहा- अभी लंड झड़ा नहीं है बेबी … अभी फिर से पेलना है.
यह कह कर उन्होंने मुझे गोदी में उठाया और वापस चूत में लंड डाल दिया.
मैंने टांगें उनकी कमर में फंसा लीं और वे मुझे झूला झुलाते हुए तेजी से चोदने लगे.
मैं मस्ती में सिसयाने लगी- वाह अंकल जी, मजा आह ऊऊ … आआ आअह्ह रहाआ है.
काफी देर तक वे ऐसे ही मुझे रगड़ते रहे और उन्होंने मुझे नीचे उतार दिया.
मैं घुटनों के बल बैठ कर उनके लंड को चूसने लगी और वे आह आह करने लगे.
थोड़ी देर बाद मेरा मुँह उनके वीर्य से भर गया.
मैं अंकल के लंड से निकला पूरा वीर्य गटक गई.
तब मैं लंड को जीभ से चाटती हुई बोली- अंकल जी, अब मुझे जाने दो! उन्होंने लंड मेरे गालों पर फिराते हुए कहा- शिप्रा साली, तू बड़ी रसीली रांड है … अब कब आएगी?
मैं उनके लंड को चाटती हुई बोली- अंकल जी जब आप बुलाओगे, मैं आपके लौड़े की सेवा के लिए दौड़ी चली आऊंगी.
उन्होंने मुझे उठाया और मुझे चूमकर कहा- परसों मैं तुझे अपने फार्म हाउस ले जाऊंगा.
मैं बोली- हां ठीक है अंकल!
मैंने कपड़े पहने और घर आ गई.
अंकल मुझे फार्म हाउस ले गए और ब्लू फिल्म देखते हुए पूरा दिन तबियत से मुझे भोगा.
हर हफ्ते वे मुझे फार्म हाउस ले जाते हैं और जी भरकर पेलते हैं.
मैं कई बार गर्भवती भी हुई पर उन्होंने हर बार मेरा गर्भपात करा दिया.
दोस्तो, इस तरह से आपकी शिप्रा चुदैल हो गई है और अब खुल कर लंड लेने लगी है.