मेरा नाम अनीश है. मैं 19 साल का हूँ.
मेरी हाइट 5 फुट 8 उंच है. मैं दिखने में काफी अच्छा हूँ, एकदम गोरा-चिट्टा.
मेरी मॉम बहुत ही सुंदर हैं. वे 40 साल की होंगी लेकिन उतनी उम्र की वे लगती ही नहीं हैं.
उनकी हाइट साढ़े पाँच फिट है. वे मोटी नहीं हैं लेकिन उनकी गांड बहुत फैली हुई है.
वह 31 दिसंबर का दिन था.
सब लोग न्यू ईयर की तैयारी कर रहे थे.
मेरे परिवार में मेरी दो बहनें हैं जिनमें से एक की शादी हो गयी और दूसरी कॉलेज में पढ़ती है.
मेरे डैडी, मैं और मेरी मॉम घर पर ही रहते हैं.
उस दिन मॉम घर का काम कर रही थीं.
डैडी दोस्त के साथ पार्टी के लिए गए थे.
वे जाते समय बोल कर गए थे कि अगले दिन आएंगे.
मेरी दीदी भी पार्टी के लिए अपनी सहेलियों के साथ गयी हुई थीं.
वे भी अगले दिन आने की कह गई थीं.
हमारे घर में काफी बिंदास माहौल है.
मॉम डैड दोनों की ड्रिंक और स्मोकिंग करने की आदत है.
हम सब एक बड़े कारपोरेट घराने से जुड़े हुए हैं तो उधर यह सब सामान्य सी बात है.
तो उस रात मैं और मेरी मॉम घर पर अकेले थे.
मॉम अपने लिए व्हिस्की का पैग बना कर चुस्की लेने लगीं और घर का काम करने लगीं.
आज हमारे घर का कोई स्टाफ भी नहीं आया था तो मॉम खुद ही डिनर रेडी कर रही थीं.
मैं अपने दोस्तों के साथ घूमने चला गया.
उधर मैंने भी स्मोकिंग की और दो बियर पीकर कुछ देर तक गपशप करता रहा.
मैं देर शाम को मैं घर लौटा.
जब मैं घर आया और मैंने गेट खटखटाया तो मॉम ने गेट खोला.
मैंने मॉम को देखा और बोला- मॉम, आज तो आप बहुत सुंदर लग रही हो!
मॉम ने वाइट सूट सलवार पहना था.
फिर मैंने मॉम की तारीफ की तो मॉम हंसने लगीं.
मैंने मॉम से कहा- मॉम कॉफी बनाओ ना!
मॉम हल्के नशे में बोलीं- ओके.
थोड़ी देर बाद किचन से आह की आवाज़ आई.
मुझे लगा कि पता नहीं क्या हुआ!
मैंने जाकर देखा तो मॉम के हाथ में प्लेट थी और नीचे कप गिरा हुआ था.
मॉम के सूट पर कॉफी गिर गई थी.
मैंने पूछा- अरे यह कैसे गिर गई मॉम!
तो मॉम ने कहा- कप ज्यादा भर गया था और लेकर आने में यह हिल गया.
वे शायद ड्रिंक ज्यादा कर लेने की वजह से अपना संतुलन खो बैठी थीं.
मैं उन्हें संभालने लगा कि कहीं मॉम को गर्म कॉफी से कुछ हो न गया हो.
मॉम ने कहा- ये एकदम नया सूट है, तेरे डैडी ने प्यार से दिया था. अब देखेंगे तो बहुत गुस्सा करेंगे.
मैंने कहा- मॉम आप इसे पानी में डाल दो ताकि दाग जम न जाएं.
मॉम ने कहा- अरे बेटा, अभी और कोई कपड़े हैं ही नहीं. आज ही मैंने सारे कपड़े धुलने डाल दिए थे और सारे के सारे सर्दी के कारण गीले पड़े हुए हैं. कुछ ढंग का बचा ही नहीं है पहनने को!
मैंने कहा- तो दाग जम जाएगा, फिर निकलेगा नहीं!
मॉम ने बाथरूम में जाकर सलवार सूट खोल कर पानी में डाल दिया और मेरा नाम लेते हुए आवाज़ लगाई- बेटा टॉवल लेकर तो आना, मैं लाना ही भूल गई.
मैं बाथरूम में गया तो मॉम को देख कर हैरान हो गया.
मॉम बस ब्रा पैंटी में थीं.
उनके बड़े बड़े एकदम सफेद बूब्स ब्रा में से निकलने को बेताब दिख रहे थे और उनकी बड़ी फैली सी गोरी गांड पैंटी में समा ही नहीं रही थी.
मेरे मन में फालतू बातें आने लगीं.
अब मेरे से रहा नहीं गया.
यह सब देख कर मैंने मॉम को तौलिया पकड़ा दी और हॉल में आ गया.
कुछ देर बाद खाना खाकर मैं अपने कमरे में चला गया और रज़ाई में घुस कर पॉर्न वीडियो देख कर मुठ मारने लगा.
अचानक से मेरी रज़ाई को किसी ने खींचा.
मैं डर गया.
मैंने देखा तो मॉम थीं.
मुझे पता नहीं चला था क्योंकि मैंने कानों में इयरफोन्स लगाए हुए थे.
मॉम ने मुझे मुठ मारते हुए पकड़ लिया.
मुझे बुरा लगने लगा और मैं डर भी रहा था.
मॉम मेरी तरफ गुस्से से देख रही थीं.
मैं सकपका गया था.
मॉम ने नशे में झूमते हुए कहा- मेरे रूम की चादर सूखी नहीं है और मैंने कपड़े भी नहीं पहने हैं तो खुजली सी होने लगी है.
मेरी मॉम अभी भी ब्रा पैंटी में थीं, बस उन्होंने तौलिया लपेटी हुई थी.
मॉम बोलीं- जरा उधर को सरक … मैं तेरे साथ सो रही हूँ.
मैं सरक गया और मॉम मेरे बगल में लेट गईं.
मुझे एक अनजाना सा डर लग रहा था.
और अब साली नींद भी नहीं आ रही थी.
करीब आधे घण्टे के बाद मॉम सो गईं.
मैं अपने लंड की मुठ भी पूरी नहीं कर पाया था तो मेरा लंड अभी तक कड़क था और दर्द भी दे रहा था.
रज़ाई के अन्दर फोन चालू करके मैं वीडियो देख कर हथियार हिलाने लगा.
मेरे फोन की लाइट से मुझे मॉम की पीठ नज़र आई.
एकदम गोरी व सॉफ्ट.
मॉम बस पैंटी ब्रा में थीं.
उनकी तौलिया हट गई थी.
मैंने फोन थोड़ा नीचे को किया तो मॉम की पैंटी नेट वाली थी.
गांड थोड़ी उठी हुई थी तो उनकी गांड का छेद दिख रहा था.
थोड़ी थोड़ी भूरे रंग की गांड बड़ी प्यारी लग रही थी.
अब मेरा दिमाग़ घूमने लगा और मॉम के लिए गंदे गंदे विचार आने लगे.
फिर मैंने मॉम हल्के से आवाज़ लगाई.
उनको कोई फर्क नहीं हुआ तो मैंने उन्हें हिलाया भी.
पर मॉम नहीं उठीं.
फिर मैंने धीरे धीरे मॉम की पैंटी को नीचे कर दिया और अपना 7 इंच लंबा 3 इंच मोटा लंड मॉम की गांड में सटा दिया.
कुछ देर बाद मैं सुपारा मॉम की गांड के छेद पर रगड़ने लगा.
बड़ा मजा आने लगा था.
अब मैंने अपना लंड थोड़ा और नीचे एडजस्ट करके मॉम की चूत पर लंड रगड़ने लगा.
उनकी चूत पर एक भी बाल नहीं था.
शायद मॉम ने शेव करी होगी.
अब मुझे अपने लंड पर थोड़ा गीला गीला सा लगा.
मुझे महसूस हुआ कि मॉम की चूत का पानी आ रहा है.
यह एक गजब का अहसास था.
शायद मॉम जाग रही थीं या यह चूत का स्वाभाविक रूप होता है कि लंड का स्पर्श पाते ही वह गीली होने लगती है.
यह मेरे लिए सर्वथा नई बात थी.
मैंने कुछ देर सोचा और वासना ने लंड रगड़ने के लिए मुझे मजबूर कर दिया.
मैंने लंड रगड़ता हुआ बढ़ गया और चूत के छेद पर लंड रख कर धीरे धीरे अन्दर करने लगा.
मॉम की चूत चिकनी हुई पड़ी थी और चुदी हुई चूत थी तो मेरा लंड आसानी से करीबन एक इंच अन्दर चला गया.
अब मॉम थोड़ी हिलीं और गांड मेरे लंड की तरफ करके आगे पीछे करने लगीं.
मुझे लंड पर थोड़ी रगड़ महसूस हुई.
जब मैंने फोन की लाइट से नीचे देखा तो हैरान हो गया.
मेरा आधा से ज्यादा लंड मॉम की चूत में घुसा हुआ था.
मैं डर गया कि मॉम कहीं उठ तो नहीं गयी हैं.
मैं कुछ देर तक वैसा ही पड़ा रहा.
थोड़ी देर बाद मुझे लगा कि मॉम सो गयी हैं, तो मैं फिर से लंड को अन्दर बाहर करने लगा.
क्या बताऊं इतना अच्छा लग रहा था … इतना मज़ा आ रहा था कि बस कुछ पूछो ही मत!
एकदम चिप चिप नर्म गर्म छेद में मेरे लंड की मालिश सी हो रही थी.
सच बोलूँ दोस्तो, तो चुदाई में बहुत ज्यादा मज़ा आता है. मैंने कभी सोचा नहीं था कि इतना मज़ा आता होगा.
मेरा जोश धीरे धीरे बढ़ता गया.
अब मैं अपना लंड पूरा का पूरा अन्दर बाहर करने लगा.
काफी देर तक लगातार झटके देने के बाद मेरे लंड को मॉम ने अपने हाथ से पकड़ लिया.
मैं बहुत ज्यादा डर गया, मेरी हार्ट बीट बढ़ गयी … दिल एकदम से धक धक हो रहा था.
मैंने जल्दी से लंड बाहर निकाला और पैंट ऊपर करके चुपचाप सोने का नाटक करने लगा.
मॉम उठ कर बैठ गईं, उन्होंने मेरी टी-शर्ट पकड़ कर उठाया.
मैं उठ कर बैठ गया और डर के मारे रोने लगा.
मॉम ने कहा- कमीने, तू इतना गिरा हुआ है कि तूने अपनी मॉम के साथ ऐसा किया … क्या मैंने तुझे यही सब सिखाया था … क्या यही पढ़ाई करता है शर्म कर कैसा बेटा है तू? मर जा जाकर कहीं, आज के बाद मॉम मत बोलना मुझे!
मैं रोने लगा और बोला- मॉम प्लीज़ ग़लती हो गयी. आगे से कभी नहीं होगी. मॉम सॉरी.
मैंने मॉम को बहुत देर तक मनाया.
फिर मॉम शांत हो गईं और बोलीं- बेटा तू ये सब करता है? जब मैं तेरे रूम में आई, तब भी तू मुठ मार रहा था.
मॉम के मुँह से मुठ मार रहा था सुन कर मैं थोड़ा चौंक गया कि मॉम ऐसा कैसे बोल रही हैं.
फिर मैंने डरते हुए कहा- मॉम मैं वह कर रहा था. आप बीच में आ गईं. मैं पूरा नहीं कर पाया और मेरा वह दर्द करने लगा था. फिर जब आप सो गईं तो मैं फिर से करने लगा. फिर जब आपको देखा तो गंदे विचार आने लगे. बस फिर यह सब हो गया!
तो मॉम ने कहा- तो क्या तू अपनी मॉम को ही चोदेगा. तुझे पता भी है तूने कितना बड़ा पाप किया है. ये सब करके क्या मिलेगा तुझे?
मैंने मॉम को सॉरी बोला.
लेकिन उनके मुँह से चोदा आदि शब्द सुनकर मुझे लगा कि मॉम भी कुछ मूड में हैं.
मैंने मॉम को जरा सा चैक किया और पूछा- मॉम आप यह मुठ मारना, चोदेगा जैसे शब्द क्यों बोल रही हैं?
वे कहने लगीं- साले अब ज्ञान भी चोद रहा है … मेरी चूत की चुदाई तो तूने की ही है न … तो क्या कहूँ कि तूने मेरी मालिश की?
मैं चुप रहा और मॉम की तरफ देखने लगा.
अब तक शायद मॉम भी जोश में आ गयी थीं.
मुझे भी लगने लगा था कि कुछ तो होने वाला है.
तभी मॉम ने नशीली आंखों से मेरी तरफ देखते हुए कहा- साले तुझे बहुत जोश चढ़ गया है न … चल आज मैं तेरी सारी गर्मी उतार देती हूँ.
यह कह कर मॉम ने मेरी पैंट नीचे खिसका दी और लंड को ज़ोर से पकड़ लिया.
मैं जब तक कुछ समझ पाता, तब तक उन्होंने लंड को कसके पकड़ लिया और ऊपर नीचे करने लगीं.
मेरा लंड खड़ा हो गया.
अब मॉम पूरे जोश में आ गयी थीं. मॉम मेरे पैरों के बीच में आ गईं और लंड को मुँह में लेकर चूसने लगीं.
क्या बताऊं दोस्तो, इतना मजा आ रहा था कि बस समझो लंड की तो लॉटरी निकल आई थी.
करीब 5 मिनट तक लंड चूसने के बाद मॉम ने मेरे पैर पकड़ कर नीचे खींचा और अपनी पैंटी ब्रा निकाल कर लंड के ऊपर बैठ गईं.
उन्होंने पूरा लंड एक बार में ही अपनी चूत में ले लिया और ऊपर से रज़ाई ओढ़ ली.
वे पूरे जोश में ऊपर नीचे होने लगीं.
थोड़ी देर में पूरे रूम में फॅक फॅक की आवाज़ गूंजने लगी.
मेरी पोर्न मॉम चिल्ला रही थीं- अयाह अयाह … चोद मादरचोद … और ज़ोर से पेल फाड़ दे अपनी मॉम की चूत … तेरा लंड बहुत बड़ा और मोटा है. तेरे बाप का भी इतना बड़ा नहीं है अयाह अयाह आज पहली बार इतना बड़ा लंड ले रही हूँ … पूरा का पूरा आह मजा आ गया.
वे इसी तरह से कुछ कुछ बोलती जा रही थीं और मुझे चोद रही थीं.
मुझे तो बहुत मजा आ रहा था.
कुछ देर बाद मैं झड़ गया.
मेरा लंड सिकुड़ कर छोटा हो गया.
मॉम लंड से उतर आईं.
वे भी झड़ गयी थीं.
हालांकि मॉम अभी भी शांत नहीं हुई थीं.
मॉम लंड से उठ कर किचन में नंगी ही गईं और उधर से दारू की बोतल से घूंट भर्ती हुई आ गईं.
अब वे मेरे मुँह पर आकर बैठ गईं और बोलीं- अपनी मॉम की चूत का स्वाद चख मादरचोद!
जब मैंने मॉम की चूत देखी, तो मॉम की चूत लाइट पिंक कलर की थी.
एकदम गीली और छोटा सा छेद दिख रहा था जैसे किसी छोटी ब.च्ची की चूत हो!
लेकिन मॉम इस छोटे से छेद में इतना बड़ा लंड कैसे ले लेती हैं.
मैंने मॉम से पूछा, तो मॉम बोलीं- तेरे डैडी मुझे ज्यादा देर तक चोद नहीं पाते. मैं उंगली करके काम चलाती हूँ. इसलिए ये अभी तक फटी नहीं है. तू फाड़ दे इसे … आअहह चाट साले.
मैं काम पर लग गया और चूत को चाट चाट कर साफ़ कर दी.
मॉम की चूत का स्वाद थोड़ा ज्यादा खट्टा और नमकीन सा स्वाद लगा.
मैंने मॉम के हाथ से शराब की बोतल लेकर एक बड़ा सा घूंट भर लिया और मुँह का स्वाद ठीक करने के लिए बिस्तर के बाजू वाली दराज से सिगरेट निकाल कर मुँह में लगा ली.
मॉम ने सिगरेट देखी तो उन्होंने लाइटर से उसे सुलगा दिया.
मैंने कश लेकर मॉम को सिगरेट थमा दी.
अब मॉम भी सिगरेट का धुआँ उड़ाने लगीं.
सिगरेट पीते हुए मॉम उठीं और उन्होंने मेरे लंड को मुँह में ले लिया.
वे लंड चूसने लगीं. वे बार बार लंड पर धुआँ छोड़ रही थीं.
ऐसा मैंने एक ब्लू फिल्म में देखा था तो मैं उत्तेजित होने लगा और मॉम के मम्मों को दबा कर मजा लेने लगा.
थोड़ी ही देर में मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.
फिर से मॉम चूत को लंड में सैट करके बैठ गईं और अन्दर बाहर करने लगीं.
इस बार मैं उठ गया और बोला- अब मुझे आपकी गांड चाहिए.
उन्होंने हंस कर कहा- साले सुधरेगा नहीं तू … मैंने आज तक गांड नहीं मरवाई.
मैंने कहा- तो लाओ न … मैं उद्घाटन कर देता हूँ.
फिर मॉम बोलीं- चल ठीक है, पहली बार इसलिए दे रही हूँ … इसके बाद कभी नहीं मांगना!
मैंने कहा- ओके मॉम.
फिर मॉम ने शराब का बड़ा सा घूंट पिया और मेरे लंड पर थोड़ा थूक लगा कर उसे सहलाने लगीं.
इसके बाद उन्होंने थोड़ा थूक अपनी गांड पर भी लगाया.
जब लंड चिकना हो गया तो वे गांड के छेद को लंड पर सैट करती हुई बैठने लगीं.
वे ‘आह आह’ करके लंड को गांड के अन्दर करने लगीं.
लंड अन्दर नहीं जा रहा था.
मैंने कहा- रूको.
मैं उठ कर क्रीम ले आया और गांड लंड पर लगा कर सैट कर दिया.
अब मैंने मॉम से कहा- अब बैठो धीरे धीरे!
मॉम गांड के छेद पर लंड सटा कर कोशिश करने लगीं.
मैंने मॉम से कहा- जब मैं बोलूँ, तो अन्दर कर देना.
मॉम ने पूछा- क्यों?
मैंने कहा- ऐसे ही.
उन्हें क्या पता था कि उनके साथ क्या होने वाला है.
मैंने दोनों हाथ से मॉम की जांघों को पकड़ा और ज़ोर से उन्हें नीचे दबा दिया.
लंड गांड में घुस गया.
मॉम एकदम से चिल्ला पड़ीं. मेरा पूरा लंड अन्दर चला गया.
मॉम की आँख से पानी आ गया.
उनका नशा फट गया.
उन्होंने कराहते हुए रुकने को बोला- रुक जा हरामी … थोड़ा दर्द हो रहा है.
कुछ देर बाद मॉम खुद से धीरे धीरे अपनी गांड को ऊपर नीचे करने लगीं.
मैं भी अब पूरे जोश में गांड चोदने लगा.
थोड़ी देर बाद मैं झड़ गया.
हम दोनों ठंडी में भी पसीने पसीने हो गए.
रात के 12 बज चुके थे.
पोर्न मॉम मेरे बगल में लेट गईं और बोलीं- हैप्पी न्यू ईयर बेटा, कैसा लगा न्यू ईयर का गिफ्ट!
मैंने कहा- बहुत मस्त था मॉम … जन्नत दिखा दी आपने तो!
मॉम ने कहा- अब तो रोज जन्नत देखेगा.
हम दोनों हंसने लगे.
फिर नंगे ही सो गए.
सुबह उठे.
एक जनवरी का दिन था.
न्यू ईयर में मॉम कॉफी लेकर आईं.
मॉम खुश लग रही थीं.
फिर पोर्न मॉम ने कहा- आज तो पार्टी करेंगे.
मैंने भी कहा- हां मॉम क्यों नहीं, दिन की अलग पार्टी, रात की अलग.
मॉम हंसने लगी और बोलीं- चल फ्रेश हो जा!
फिर मैं कॉफी पीकर नहाने चला गया.
उस दिन हम दोनों ने दिन भर पार्टी की और रात भर चुदाई का मजा लूटा.
अब जब भी हम दोनों अकेले होते हैं, तो चुदाई करते हैं.
मेरी मॉम ने मुझे हर तरह से खुश रखा है.