Thursday, November 21, 2024
Hindi Midnight Stories

लॉकडाउन में बहन की चूत चुदाई

लॉकडाउन के कारण सभी लोग अपने अपने घर वापस आ रहे थे.
उसी दौरान मेरी बहन भी घर वापस आ गयी.
जबकि मेरे मॉम डैड मुंबई में फंस कर रह गए थे.

मैं और मेरी बहन यूपी में अपने घर पहुँच चुके थे.

सरकार की गाइड्लाइन के अनुसार हम दोनों को चौदह दिनों के लिए क्वॉरंटीन कर दिया गया था.

अब हम दोनों घर पर अकेले रह रहे थे.
हम दोनों के पास कोई काम तो था नहीं तो हम घर पर बोर होने लगे थे.

तब हम दोनों अपना अपना अनुभव आपस में साझा करने लगे, एक दूसरे से सारी बातें बताने लगे.

मेरी बहन ने मुझसे पूछा- तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है?
तो मैंने कहा- हां मेरी एक गर्लफ्रेंड है और तुम्हारा कोई ब्वॉयफ्रेंड?
तो वह बोली- नहीं, मेरा कोई ब्वॉयफ्रेंड नहीं है.

ऐसी ही कुछ बातें करके हम दोनों सो गए.
ऐसे ही 2-3 दिन निकल गए.

चौथे दिन डैड का कॉल आया- हम दोनों घर नहीं आ पाएंगे क्योंकि कोरोना के केस बढ़ रहे हैं और सब लोगों को घर से निकलने से मना कर दिया गया है.
यह बात मैं अपनी बहन को बताने के लिए उसके कमरे में गया.
उधर मैंने देखा कि मेरी बहन कमरे में नहीं है.

उसके बाथरूम में शॉवर चलने की आवाज आ रही थी.

वहां बेड पर उसकी लाल रंग की पैंटी और ब्रा पड़ी हुई थी, साथ में एक डिल्डो भी पड़ा हुआ था.
यह देख कर मैं थोड़ी देर के लिए सन्न हो गया था.

अब मैं बहन के कमरे से निकल गया और अपने कमरे में आ गया.

मैं सोचने लगा कि मेरी बहन डिल्डो इस्तेमाल करती है … इसका मतलब यह हुआ कि यह सेक्स की अभ्यस्त है और बिना चुदाई के इससे रहा नहीं जा रहा है इसलिए यह अपनी चूत में डिल्डो ले रही है.

फिर रात को जब हम दोनों खाना खाने आए तो मैंने उसे बताया कि मॉम डैड नहीं आ पाएंगे क्योंकि उधर केस बहुत बढ़ रहे हैं और सरकार ने निकलने की मनाही की हुई है.

वह बोली- ओह यह तो बड़ी मुसीबत की बात है!
उसके चेहरे को देख कर ऐसा लग नहीं रहा था कि उसे कोई मुसीबत महसूस हो रही है.

फिर मैंने डिल्डो वाली बात कहने की सोची लेकिन न जाने क्या सोच कर चुप रह गया.

अब हमारा खाना खत्म हो गया था और हम दोनों अपने अपने कमरे में चले गए.

पर मेरा दिमाग़ अभी भी डिल्डो वाली बात पर अटका हुआ था.
इसलिए रात को मैं अपनी बहन के कमरे में चोरी से झांकने चला गया.

मैं उसके दरवाजे के की-होल से देखने लगा.

मैंने देखा कि मेरी बहन पूरी तरह से नंगी बेड पर बैठी हुई है और उसने लैपटॉप खोला हुआ है.
यह देखते ही मेरा लंड एकदम से खड़ा हो गया.

फिर मेरी बहन बेड से उठी और अपने फोन से अपनी नंगी पिक्चर्स लेने लगी.

अब मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और वहीं पर मुठ मारना चालू कर दी.
अपनी बहन का नंगा बदन देखते हुए ही मैंने कुछ ही देर में अपने लंड से वीर्य फेंक दिया.

तभी मेरे कमरे में मेरा फोन रिंग करने लगा, मैं अपने कमरे में आ गया.

यह मेरी गर्लफ्रेंड का कॉल था.
मैंने उससे थोड़ी देर बात की और फ़ोन कट गया क्योंकि मेरी जीएफ भी उन दिनों अकेली नहीं थी तो वह ज्यादा देर बात नहीं कर सकती थी.

मेरा भी ध्यान अभी मेरी बहन के नंगे बदन पर था.
मैं वापस जाकर उसके दरवाजे के की-होल पर अपनी नजरें गड़ा कर देखने लगा.

उसके बूब्स एकदम गोल और कसे हुए थे और उसने अपनी झांटों को दिल के आकार में काट कर सैट किया हुआ था.

यह देख कर मैं एक बार फिर से मुठ मारने लगा.

अगले दिन सुबह मैं अपने कमरे में लेटा हुआ था और अपनी बहन को सोचते हुए मुठ मार रहा था.
तभी वह एकदम से मेरे कमरे के अन्दर आ गयी.

उसने मेरे खड़े लंड को देकह लिया और उसी पल वह वहां से वापस चली गयी.
फिर जब हम ब्रेकफास्ट के लिए आए तो हमने आपस में कोई बात नहीं की.

आज कपड़े धोने की बारी मेरी थी और जब मैं कपड़े लेने के लिए अपनी बहन के पास गया तो मैंने देखा कि उसने योगा शॉर्ट्स पहनी हुई थी और ऊपर एक पारदर्शी टॉप पहना हुआ था, जिसमें उसके बूब्स के निप्पल साफ दिख रहे थे.
मेरा मन कर रहा था कि अभी इसके बूब्स को पकड़ कर दबा दूँ!

मेरा लंड भी खड़ा हो गया था जो मैंने अपने कपड़ों से ढक कर रखा हुआ था.

मेरी बहन ने धोने के लिए अपने कपड़ों के साथ अपनी पैंटी और ब्रा भी दे दी.

उसकी ब्रा पैंटी लाल रंग की थीं.

उसने मेरे हाथ में अपनी ब्रा पैंटी देते हुए कहा- लो जरा अच्छे से धो देना.
शायद वह भी अपने अन्दर वासना का अहसास कर रही थी.

जब मैं वॉशिंग मशीन में कपड़े धो रहा था, तो मेरी बहन मेरे पास आई और मुझ पर पानी गिरा कर हंसने लगी.

यह देख कर मैंने भी उसके ऊपर पानी फेंका और उसे पीछे से पकड़ कर उस पर मग से पानी डालने लगा.

पानी से उसके बूब्स बिल्कुल साफ नजर आने लगे थे.
उसने अन्दर कोई ब्रा भी नहीं पहनी हुई थी.

यह देख कर मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और उसकी गांड की दरार में घुस कर छेद को टच करने लगा.

मुझे उस वक्त ऐसा लगा कि मेरी बहन भी अपनी गांड को मेरे लंड पर रगड़ रही है.
कुछ देर बाद वह वहां से चली गयी.

रात को ख़ाना खाने के बाद जब मैं सोने के लिए गया तो मुझे मेरी बहन के कमरे से कुछ आवाज आने लगी

जब मैंने उसके रूम में देखा तो मेरी बहन पूरी तरह से नंगी थी और अपनी फ़ुद्दी में एक डिल्डो को डाल कर अन्दर बाहर कर रही थी.

उसके बड़े बड़े बूब्स को देख कर और उसके पूरे नंगे बदन को देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था.
उसकी गुलाबी चूत को देख कर मैं ये सोच रहा था कि काश किसी तरह मैं अपनी बहन की चूत में अपना लंड डाल सकता … और उसे चोद सकता.

उसका बदन एक पॉर्न एक्ट्रेस की तरह खूबसूरत था.
मैंने कभी भी उसके बदन पर ध्यान ही नहीं दिया था.
पर अब मैं चाहता था कि बस एक बार उसके नंगे बदन को छू सकूँ और उसके बूब्स को अपने मुँह में ले सकूं.

मैं अपनी बहन के मम्मों को पीना चाहता था और उसकी चूत को अपने मुँह से चाटना चाहता था.

मैं दरवाजे के पीछे ही मुठ मारने लगा और मुझे यह ध्यान ही नहीं गया था कि दरवाजा खुल गया है और उसने मुझे देख लिया है.
वह अचानक से मुझ पर चिल्लाई और मैं वहां से भाग गया.

पर कहीं ना कहीं मेरी बहन भी लंड की भूखी थी.

अगले दिन सुबह मैं सो रहा था.
तभी मेरी बहन मेरे कमरे में आई और वह मेरे लिए ब्रेकफास्ट लाई.

उसने मुझसे कहा- मेरे रूम का शॉवर खराब हो गया है, क्या मैं तुम्हारे कमरे का शॉवर यूज कर सकती हूँ?
मैंने हां कर दी.

वह शॉवर लेने के लिए बाथरूम में चली गयी और उसने मुझसे कहा कि मेरे कमरे में जाओ और बेड पर एक पैकेट रखा है, उसे ले आओ.

मैं उसके कमरे से वह पैकेट ले आया और उसे दे दिया.
मैंने चैक कर लिया था कि उसमें उसकी पैंटी थी.

उसे पैकेट देते समय मैंने फिर से उसके नंगे बदन को देखा और फिर से मुठ मारने लग़ा.
उसने चुपके से बाथरूम का दरवाजा खोला और पीछे से आकर मेरे लंड को पकड़ लिया.

उसके ऐसा करते ही मेरा पूरा शरीर काँप उठा.
जैसे ही मैं उसकी तरफ पलटा, तो मैंने देखा कि उसने वही पैकेट वाली पैंटी पहनी हुई थी.
वह पैंटी इतनी संकरी थी कि आगे से बस चूत को ढकती हुई उसकी गांड की लकीर में घुसती चली गयी थी.

उसने कहा- क्या तुम मुझे सोच कर मुठ मार रहे थे?
मैं कुछ नहीं कह पाया.

वह अब मेरे लंड को आगे पीछे करने लगी. उसके बूब्स मेरी छाती से टच हो रहे थे.
मुझे उसके मम्मों की गर्मी साफ महसूस हो रही थी.

मेरा माल उसके हाथ पर गिर गया और वह यह देख कर वहां से चली गयी.

अब मैं सोच रहा था कि यह क्या हुआ!
अभी का हादसा यह साफ बता रहा था कि मेरी बहन भी मेरे साथ सेक्स करना चाहती है.

दोपहर के समय जब मैं हॉल में बैठा हुआ था.
तो मेरी बहन मेरे पास आई और सीधे आकर मेरी गोद में बैठ गयी.

उस वक्त उसने स्कर्ट पहनी हुई थी और अन्दर पैंटी भी नहीं थी.

मैं उसकी गांड की गर्मी महसूस कर रहा था.
उसकी गर्मी पाकर मेरा लंड खड़ा हो गया और लंड ने अंगड़ाई लेते हुए उसकी चूत पर अपनी अकड़ दिखाना शुरू कर दी.

वह लंड की अकड़न से शायद सहम गई और मेरी गोद से उठ कर हट गई.
मैं समझ गया कि वह मुझे सिड्यूस कर रही है.

फिर रात को सोने से पहले जब मेरी बहन नहा रही थी तो मैं उसके बेड पर जाकर बैठ गया.

थोड़ी देर बाद वह बाथरूम से नंगी ही बाहर निकल आई.

उसके जिस्म से टपकते हुए पानी की बूंदें देख कर मन कर रहा था कि उसके जिस्म से सारा पानी चाट लूँ!

मुझे देख कर वह हैरान हो गई और उसने पास रखा हुआ तौलिया उठा कर एकदम से अपना बदन ढक लिया.

वह बोली- तुम यहां क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- मेरे रूम का एसी खराब हो गया है, इसलिए मैं यहां सोने आया हूँ.

इस पर वह कुछ नहीं बोली.
उसने बस मुझसे यह कहा कि मुझे कपड़े बदलने है इसलिए तुम आंखें बंद कर लो.

अपनी आंखें बंद करने की एक्टिंग की मैंने … और उसको कपड़े पहनते हुए देखने लगा.
मैंने उसके पूरे नंगे जिस्म को देखा.

जब वह पैंटी पहन रही थी, तो एक बार घूमी … उससे उसकी गांड देख कर मैंने सोचने लगा था कि कभी कल्पना ही नहीं की थी कि इसकी गांड इतनी गदराई हुई होगी.

सच में उसके चूतड़ देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था.

फिर हम दोनों एक ही बेड पर सोने लगे.
सोने से पहले मैंने अपने कपड़े उतारे और लेट गया.

वह आंख बंद करके लेटी थी.

पर मेरा लंड खड़ा था.
मुझसे रहा न गया तो मैं मुठ मारने लगा और उसके बेड पर मुठ मार दी.

जब सुबह हुई तो मैंने देखा कि मेरी बहन मेरी तरफ करवट करके सोई हुई थी और उसकी ब्रा मेरे मुँह के पास थी.

इस बात का फायदा उठाते हुए मैंने उसके क्लीवेज में अपना मुँह दे दिया.
उस वक्त मेरा लंड उसकी चूत को टच कर रहा था.

मैंने अपना लंड हल्का सा उसकी चूत में डालने की कोशिश की, पर टाइट चूत होने के कारण लंड अन्दर नहीं जा सका.

कुछ देर बाद वह उठी और उसने मुझे देखा.
मैं सोने की एक्टिंग करने लगा.

जब उसने देखा कि मैं सो रहा हूँ और मेरा लंड उसके सामने नग्न है तो उसने धीरे से मेरे लवड़े को अपने हाथ में ले लिया और आगे पीछे करने लगी.

लंड एकदम सख्त था तो उसके स्पर्श से रोने लगा.
मेरे लंड से प्रीकम की बूंदें उसके हाथ में लग गईं तो उसने अपने हाथ को जीभ से चाट और बाद में वह झुक कर मेरे लौड़े के टोपे को किस करके उठ गयी.

यह देख कर मैं समझ गया था कि कुछ भी हो, आज मैं अपनी बहन को चोद कर ही रहूँगा

जब मैं खाने के लिए नीचे गया तो मैंने देखा कि मेरी बहन मेरे लिए ख़ाना ला रही थी, पर उसने कुछ भी नहीं पहना हुआ था.
वह पूरी तरह से नंगी थी.

पहली बार मैं उसके बदन को इतने पास से देख रहा था.
उसे तने हुए बूब्स को, उसकी फूली हुई चूत को … उसकी छलकती जवानी को देख कर मैं हतप्रभ रह गया.

वह मुसकुराती हुई मेरे आगे आकर खड़ी हो गयी.
वह नशीली आवाज में मुझसे बोली- क्या तुम दूध पीना चाहते हो?

मैंने उसके मम्मों को देखते हुए कहा- हां.
उसने दूध का गिलास मुझे पकड़ा दिया और हंस कर बोली- लो पी लो!

मैंने कहा- मैं यह दूध नहीं पीना चाहता हूँ, आज तो मैं तुम्हारा दूध पीना चाहता हूँ!
यह सुनकर वह मेरे काफी करीब आई और मुझे पकड़ कर अपने कमरे में ले गयी.

उसने मुझे बेड पर लेटा दिया और बोली- मैं जानती हूँ कि तुम मुझे चोदना चाहते हो. तुम सुबह भी कोशिश कर रहे थे.
मैं कुछ नहीं बोला.

उसने आगे कहा- तुम मेरा दूध पी सकते हो!
यह सुन कर मैं खुश हो गया और मैंने अपने हाथों से अपनी बहन के मम्मों को दबाना शुरू कर दिया.

वह सिसकारी भरने लगी.

ध्यान से देखने पर मुझे पता चला कि उसके एक चूचे पर एक तिल है.
मैंने कहा- तुम्हारे बूब पर एक तिल है!
वह बोली- हां, अभी तुम्हें बहुत कुछ ढूंढना बाकी है.

यह बोलते ही उसने मेरा मुँह अपने बूब के निप्पल से लगा दिया और बोली- तुम जितना चाहे, उतना दूध पी सकते हो.

मैं भी अपने दोनों हाथों से उसके मम्मों को दबाने लगा.
उसके दूध एकदम मक्खन से मुलायम थे.

उसके बाद उसने मेरे लंड को पकड़ा और हिलाती हुई बोली- पहली बार किसी के लंड को हिला रही हूँ, वह भी अपने भाई का. भाई यह कितना बड़ा है और गर्म है!
यह कह कर उसने मेरे लंड के टोपे को अपनी जीभ से टच किया और बोली- कितना नर्म भी है.

यह कह कर वह मेरे लौड़े को जीभ से टुनियाती रही और कुछ ही देर में मेरे लंड से माल निकल गया.
वीर्य उसके मुँह में चला गया.

वह लंड को हाथ सहला कर बोली- इतनी जल्दी?
यह बोलकर वह हंसती हुई वहां से चली गयी.

जब मैं दोपहर में आराम कर रहा था तो मेरी बहन ने मुझे उसके कमरे में बुलाया.

मैं जब वहां गया तो उसने कहा- मैं कुछ ड्रेसेस लाई थी … आज मैं उन्हें पहन रही हूँ. तुम मुझे बताना कि कौन सी ड्रेस मुझ पर सूट करती है.
फिर वह मेरे सामने ही अपने कपड़े उतारने लगी और पूरी तरह नंगी हो गई.

अब वह कातिल निगाहों से मुझे देखती हुई पूछने लगी- बताओ मैं कैसी लग रही हूँ?
उसे नंगी देख कर मेरे लंड ने फिर से सलामी दे दी.

उसने मेरे लौड़े को कड़क होते देखा तो फिर से हंस दी और बेड पर रखी हुई काले रंग की बिकिनी पहनने लगी.

उस बिकनी में मेरी बहन एकदम हॉट माल लग रही थी.

वह बोली- मेरे फोन से मेरी फोटो लो.

मैंने उसका फोन उठाया और उसकी फोटो लेने लगा.
साथ साथ में ही मैं उसके फोटोज को अपने मोबाइल में सेंड करने लगा.

उससे मोबाइल में मैसेज सेंड करने की टोन बज जाती थी, तो वह समझ गई थी कि मैं क्या कर रहा हूँ.

फिर वह बेड पर लेट गई और बोली- आज तुम मेरी मसाज कर दो, सामने टेबल पर तेल रखा हुआ है.

जैसे ही मैं मसाज करने लगा तो मेरी बहन ने कहा- पहले अपने कपड़े उतार दो वर्ना तेल से गंदे हो जाएंगे.

फिर मैं अपने कपड़े उतार कर उसकी मसाज करने लगा.
मैं उसके शरीर की गर्मी को महसूस कर पा रहा था.

कुछ ही देर में उसने अपनी बिकनी भी उतार दी और बोली- अब तुम मेरी पूरी बॉडी की मसाज कर सकते हो.
वह बेड पर नंगी होकर उल्टी लेटी हुई थी और मैं भी नंगा होकर उसके पास खड़ा था.

मेरा लंड भी अब तेल को उसके जिस्म पर मलने लगा था क्योंकि मेरा लंड भी उसके जिस्म से रगड़ खा रहा था.

हम दोनों भाई बहन के रिश्ते से बहुत ऊपर उठ चुके थे.
अब हम दोनों में कोई भी पर्दा नहीं रह गया था.

तभी उसने अपनी करवट बदली और वह चित लेट गई.
उसके ठोस बूब्स मेरे बिल्कुल सामने थे और उसकी चूत भी मेरे लंड की मां चोद रही थी.

मेरा जी कर रहा था कि इसकी चूत को झट से चाट लूँ.
पर मैं सब काम तसल्ली से करना चाहता था.

इसलिए मैंने अपने सारे बदन में तेल लगाया और उस पर चढ़ कर उसे नुरु मसाज देने लगा.

मैं अब अपने शरीर को उसके शरीर पर रगड़ रहा था और उसे अच्छा लग रहा था.

फिर मैं अपने हाथ को उसकी चूत पर ले गया और अपनी उंगली से उसकी चूत को रगड़ने लगा.
उसकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी.

मैं नीचे को खिसका और अपनी जीभ से उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया.
वह भी चूत चटवाने के फुल मज़े ले रही थी और कह रही थी- आह भाई … मस्त लग रहा है … बस ऐसे ही करते रहो … आह इसी तरह से मेरी चूत को चाटते रहो … लगे रहो.

कुछ देर तक चूत चटवाने के बाद वह खड़ी हुई और 69 की पोजीशन में आ गई.
उसने मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसना चालू कर दिया और उसी के साथ अपनी चूत चुसवाने के मज़े लेने लगी.

वह मेरे लौड़े पर चुप्पे लगाती हुई बोली- आज मैं अपने भाई के लंड को खा जाऊंगी.

थोड़ी देर बाद मेरी बहन बोली- भाई, क्या तुम आज अपनी बहन की सील तोड़ना चाहते हो?
मैंने हां में जवाब दिया क्योंकि मैं तो सेक्सी सिस्टर फक का मजा लेना चाहता था.

मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर वह उस पर अपना थूक लगा कर अपनी चूत में डलवाने की कोशिश करने लगी.

वह बोली- मैं आज अपनी सील अपने ही भाई से तुड़वा रही हूँ … कितना मज़ा आ रहा है.

जैसे ही मैंने अपने लंड को उसकी कुंवारी चूत में पेला, मुझे उसकी चूत की गर्मी महसूस होने लगी थी.
मेरा मन कर रहा था कि कभी भी अपने लंड को अपनी बहन की चूत से बाहर ही नहीं निकालूँ!

हम दोनों ने खुल कर सेक्स किया.
वह भी मेरे लौड़े को पूरा एंजाय कर रही थी और आह आह की आवाज निकाल रही थी.

सेक्स करने के बाद हम दोनों एक साथ ही सो गए.
मेरा लंड अभी भी उसकी चूत में ही था.

अगले दिन हम दोनों ने सारे दिन में 6 बार सेक्स किया.

अब हम दोनों जब चाहे, तब सेक्स कर सकते थे.
मेरी सेक्सी सिस्टर फक में मेरा पूरा साथ दे रही थी.

हम दोनों सूने घर में नंगे होकर घूम रहे थे.
उसे नंगी देख कर मेरा लंड हमेशा ही खड़ा रहता था.

वह जब चाहे मेरे लंड पर आ कर बैठ जाती थी और मैं उसके बूब्स को दबाने लगता था, उसे चोदने लगता था.

हम दोनों भाई बहन एक साथ ही नहाया करते थे.
नहाते समय भी कई बार सेक्स किया करते थे.

अधिकतर बार हम दोनों एक साथ बाथटब में सेक्स किया करते थे.

हर बार चुदाई में नई नई पोज़िशन्स को ट्राइ किया करते थे.
मुझे अपनी बहन के जिस्म से प्यार हो गया था.

फिर कोरोना खत्म हो गया और हमारी आजादी छिन गई.
अब चुदाई छिप कर करनी पड़ती है पर मजा भरपूर आता है.

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