Thursday, November 21, 2024
Hindi Midnight Stories

वर्जिन छोटी बहन की चुदाई

दोस्तो! मैं अजय अहिरवार!
मेरी उम्र 21 साल है।
मैं पुणे में रहता हूँ।
मेरे घर में मेरे मम्मी, पापा, मैं और मेरी छोटी बहन रहते हैं।

मेरी बहन का नाम रिया है।
उसकी उम्र 19 साल है।
रिया का फिगर स्लिम है।
उसके त्वचा का रंग गोरा है।
वह बहुत खूबसूरत है।

उसके कॉलेज में भी उसके बहुत सारे दीवाने है।

धीरे–धीरे मैंने अपनी छोटी बहन की खूबसूरती नोटिस करनी शुरू कर दिया था।
छुप–छुप कर रिया के ब्रा और पैंटी देखा, सूंघा और चाटा करता था।

रिया को देखकर मेरा लंड सख़्त हो जाता था।

मैं और मेरी बहन दोनों एक ही कमरे में रहा करते थे।

एक रात जब रिया सो रही थी।
तब मेरी नींद खुली।
मैंने रिया के चेहरे को देखा।
वाह … कितनी क्यूट है!

इस बीच मेरा लंड भी खड़ा हो गया था।

मैंने धीरे से रिया के कमर पर हाथ रखकर चेक किया कि वह सो रही है या जाग रही है?

कोई हरकत ना होने पर मैं आगे बढ़ा और रिया के चूचे को हल्के से प्रेस किया।
रिया ने टीशर्ट और शॉर्ट स्कर्ट पहन रखा था।

फ़िर रिया के गोरे–गोरे पैरों को छुआ।
कसम से इतने मुलायम थे कि मैंने आज तक नहीं देखा था।

उसके बाद धीरे से मैंने रिया के स्कर्ट को ऊपर उठाया।
रिया ने लाल रंग की पैंटी पहनी थी।

मैंने धीरे से उसकी पैंटी को ऊपर से छुआ।
रिया की चूत बहुत गर्म थी।

इस सब के बीच मेरा 7 इंच का लंड मेरे पजामे से बाहर आ गया था।
रिया को पहली बार ऐसा देख कर मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा था।

पर डर भी लग रहा था इसलिए मैंने रिया को देख कर अपने लंड को हिला कर शांत कर लिया और सो गया।

अगले दिन सब नॉर्मल था घर में!
मेरी हिम्मत भी बढ़ गई थी।

मैं अब बस रात होने का इंतजार कर रहा था।
रात में सब जब सो गए।

तब मैंने फ़िर से अपनी खूबसूरत बहन को छूना शुरू कर दिया।
उस रात मैंने अपना अंडरवियर नहीं पहना था।

मैंने धीरे से अपना लंड निकालकर अपनी बहन के हाथ में रख दिया।
रिया के मुलायम–मुलायम हाथ मेरे लंड को छू रहे थे।

फ़िर हिम्मत कर के रिया के टॉप में हाथ डालकर उसके बोबे प्रेस करना शुरु कर दिया।
वह बिल्कुल गहरी नींद में सो रही थी।

फ़िर रिया की टॉप को उसकी चूचियों तक उठा दिया।
अब रिया की चूचियों और मेरे बीच सिर्फ उसका ब्रा था।

मैंने धीरे से रिया की ब्रा को भी ऊपर कर दिया।
रिया की निप्पल एकदम फूल की पंखुड़ियों जैसे गुलाबी थे।

थोड़ी हिम्मत करके मैंने अपने मुंह में निप्पल को लेकर चूसने लगा।
ऐसा लग रहा था कि मैं जन्नत में हूँ।

फ़िर रिया की स्कर्ट को ऊपर उठाया।
रिया की पैंटी में हाथ डालकर उसकी गर्म चूत पर अपना हाथ रख दिया।

मेरी बहन की चूत गीली हो गई थी।

रिया की शरीर में अब हलचल हो रही थी। वह नींद में भी मजा ले रही थी।

उसके बाद मैं उसके हाथ से ही अपना लंड को हिलाना शुरू कर दिया।
मैं एक मिनट में ही अपना सारा माल उसकी जांघ पर निकाल दिया।

यह सब होने के बाद अगले दिन मुझे उसके व्यवहार में कुछ बदलाव दिख रहा था।
वह मेरे साथ ज्यादा बात नहीं कर रही थी।

मैं तो बस रात होने का इंतजार कर रहा था। मैं जब भी रिया को देखता, तब रात की घटना याद आती और मेरा लंड खड़ा हो जाता था।

मुझसे अब एकदम कंट्रोल नहीं हो रहा था।

रात होते ही मैं पलंग पर पहले ही चला गया और रिया का इंतजार करने लगा।

वह कमरे में आई और बिस्तर पर आ कर सो गई।
रात के 1 बजे मैंने अपना काम शुरू किया।

आज मेरा मूड थोड़ा ज्यादा ही गर्म हो रहा था इसलिए मैंने अपने कपड़े उतार दिए और बस अपने शॉर्ट्स में था।
फ़िर मैंने रिया को पीछे से हग किया।

मैं रिया की चूचियों को दबाने लगा।
पिछली रात की तरह ही उसकी चूचियों को चूसा।

फ़िर रिया की स्कर्ट उठाकर उसकी पैंटी में हाथ डाल दिया।
आज रिया की चूत कल रात से भी ज्यादा गीली लग रही थी।

मुझे शक हुआ कि वह जागी हुई है।
मैंने जब उसकी चूत पर अपनी उंगली करनी शुरू कर दी तो उसकी मुंह से सिसकारियां आनी शुरू हो गई।
मुझे शक हुआ कि वह जागी हुई है।

मैं उसकी चूचियों को चूस रहा था और एक हाथ से उसकी चूत मसल रहा था।

तब उसकी आँख खुली और वह सिसकारियां लेते हुए बोली– क्या कर रहे हो भैया? मैं आपकी छोटी बहन हूँ।
मैंने उसकी आँखों में देखकर बोला– आई लव यू रिया!

फ़िर उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए और पागलों की तरह रिया को चूमने लगा।
वह भी धीरे–धीरे रिस्पॉंस देने लगी।

उसके बाद मैं रिया के ऊपर आ कर उसकी दोनों चूचियों को अपने मुंह में लेकर चूसने लगा।

रिया– आह … औऊ … दर्द हो रहा है भैया!
मैंने कहा– आई लव योर बूब्स रिया!

फ़िर मैंने उसकी पैंटी निकाल कर उसकी चूत को चूमने लगा।
वह झटके से उछल पड़ी।

उसकी चूत को मैंने अपनी जीभ से चाटना शुरू किया।
वह जोर–जोर से सिसकारियां लेने लगी और औउ … अहह … अऊ … ईई … अह्झ … यू … ययय … आऊओ … ओह्ह … औउ … अम्म्म … ओम्म्म आवाज निकालने लगी।

थोड़ी देर में वह पूरी झड़ गयी।
मैंने उसकी चूत का एक बूंद रस भी जाया नहीं जाने दिया।

मैंने सारा का सारा उसकी चूत का रस पी लिया।
उसके रस का रंग हल्का सफेद था और स्वाद में थोड़ा नमकीन था।

मैंने कहा– अब तुम्हारी बारी है।

फ़िर मैंने अपना 7 का लंड रिया के सामने निकाल कर रखा।
उसने कहा– यह तो बहुत बड़ा है।

मैंने उसे अपना लंड चूसने के लिए बोला।
पहले तो उसने मना कर दिया।
पर फ़िर थोड़ा मानने के बाद वह मान गई।

उसने पहले मेरे लंड पर हल्के से चूमा।
फ़िर धीरे से अपने मुंह में लंड को लेना शुरू किया।

अपना लंड अपनी बहन के मुंह में देख कर मुझसे कंट्रोल नहीं हो पा रहा था।

मैंने रिया का सिर पकड़ कर अपना लंड उसकी मुंह में अंदर–बाहर करना शुरु कर दिया।
वह भी अब मेरे लंड को बहुत मजे से चूस रही थी।

मैंने लंड को उसके मुंह बाहर निकाला और कहा– रिया, थोड़ी देर में यह लंड तुम्हारे अंदर जाने वाला है।

रिया ने कहा– नहीं भैया, आपका बहुत बड़ा है और मैं वर्जिन हूँ।
मैंने कहा– कोई नहीं, मैं प्यार से करूंगा।

मैं फ़िर से उसके मुंह को पकड़ कर उसमें लंड डालकर चोदने लगा। मैं अपने लंड को उसके गले तक उतार दे रहा था।

वह अभी एक नन्ही जान थी पर मैं बेरहम की तरह उस पर कोई दया नहीं दिखा रहा था।

कभी–कभी तो उसे सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी।
पर मैं उसके मुंह को चोदे जा रहा था।

लगभग 10 मिनट बाद मैं उसकी मुंह में ही झड़ गया।
मैंने अपना लंड निकाला नहीं और उसे सारा का सारा वीर्य पीने पर मजबूर कर दिया।

कुछ देर हम दोनों आराम से लेटे रहे.

जल्दी ही मेरा लंड खडा होने लगा तो मैं उसके दोनों पैरों के बीच में आ गया।
फ़िर अपने हाथ पर अपना थूक लगाकर उसकी चूत को गीला किया।

उसके बाद अपना लंड अपनी बहन की चूत पर रब करना शुरू किया।
उसकी गीली चूत पर से मेरा लंड फिसल रहा था।

रिया ने कहा– भैया प्लीज, मुझे डर लग रहा है।
मैंने कहा– बस एक मिनट, उसके बाद सिर्फ मजा आएगा तुम्हें!

फ़िर धीरे–धीरे अपने लंड को वर्जिन सिस्टर की चूत में डालना शुरू किया।
क्योंकि वह वर्जिन थी इसलिए उसकी चूत बहुत कसी हुई थी।

मैंने एक जोर का धक्का दिया और मेरा लंड उसकी चूत में आधा चला गया।
वह जोर से चिल्लाने लगी और रोते हुए बोली– भैया प्लीज, बाहर निकालो बहुत दर्द हो रहा है।

वह दर्द के कारण अपने हाथ पैर भी चलाने लगी थी।
पर अब मैं रुकने वाला नहीं था।

मैंने उसके होंठ पर अपना होंठ रखा और जोर से एक धक्का लगा दिया।
इस बार मेरा पूरा लंड मेरी बहन की चूत में था।

उसकी चूत में से खून निकलने लगा था।
वह यह देख कर रोने लगी।

मैंने उसे समझाया– यह नॉर्मल है। मैंने तुम्हारी वर्जिनिटी ली है इसलिए खून निकला है।
उसके बाद मैंने उसे धीरे–धीरे चोदना शुरू किया।

5 मिनट बाद उसे भी मजा आने लगा।
वह भी ‘भैया प्लीज, और जोर से चोदो अपनी बहन को … आई लव यू’ कहने लगी।

मैंने कहा– हाँ यह ले … और जोर से … मेरी जान!
यह बोलते हुए मैं उसे जोर–जोर से चोदना शुरू किया।

उसे मैं मिशनरी पोजीशन में एक बला की खूबसूरत समझ के उसकी चूत को फाड़ के रख देना चाहता था।

मैं उसे हचक के पेल रहा था।
वह मेरे नीचे दबे हुए किसी मेमने की भांति बस सिसकारियां ले रही थी।

एक हाथ से उसकी चूची को दबा रहा था और उसे चूम रहा था।

10 मिनट की जोरदार चुदाई के बाद रिया ने कहा– भैया, मैं आ रही हूँ।
मैंने कहा– मैं भी आ रहा हूँ।

वह अब छूटने वाली थी।
तो रिया ने मेरी कूल्हों पर हाथ रख कर मुझे और जोर से अपनी ओर चूत में धकेलने लगी।

मैं भी उसी चूची को कस के पकड़ कर मरोड़ने लगा और जोर–जोर से धक्के लगाने लगा।
मैंने उसकी नींबू जैसे चूची को सुर्ख लाल कर दिया था मरोड़–मरोड़ के!

थोड़ी देर में मैंने अपना सारा माल उसकी चूत में डाल दिया।
वह भी मेरे साथ ही छूट गई थी।

उसकी चूत में से मेरा माल और उसके रस का मिश्रण निकल रहा था।

मैं उसे वीर्य निकलने के बाद भी चोदे जा रहा था।

वीर्य निकलने के कारण अब अंदर–बाहर करना बहुत आसान हो गया था।

दो मिनट में मैं रुक गया और उसके ऊपर ही लेट गया।

उसके बाद हम दोनों ने उस रात दो बार और चुदाई की।
फ़िर एक–दूसरे की बांहों में सो गए।

मैं अपनी बहन को रोज रात को चोदता रहा जब तक कि मुझे पढ़ाई के लिए घर से बाहर नहीं जाना पड़ा।
अब मैं जब भी घर आता हूँ तो हम सेक्स करते हैं

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