मेरा नाम रोहण है, मैं हरियाणा से हूँ और अभी गुड़गांव में रह रहा हूँ.
मेरी हाईट 5 फुट 7 इंच की है और रंग गोरा है.
मैं एक प्राइवेट कम्पनी में जॉब करता हूँ, मैं उधर ब्रांच मैनेजर के पद पर हूँ.
मेरी शादी एक साल पहले हो चुकी है.
हुआ यूं कि एक दिन मेरी बीवी अपनी सहेली के घर गई थी क्योंकि उसकी सहेली को लड़का हुआ था और कुंआ पूजन था.
वह अकेली रहती थी तो उसने मेरी बीवी को अपनी मदद के लिए बुला लिया था.
मेरी बीवी ने उसके बारे में मुझको बताया और जाने के लिए पूछा.
मैंने उसको जाने के लिए ओके बोल दिया और मेरी बीवी एक दिन पहले ही उसकी मदद के लिए दिल्ली चली गयी.
उसकी सहेली का नाम प्रीति है.
मेरी बीवी जाते जाते बोल गयी कि माही के पास खाना खाने चले जाना.
दोस्तो, माही मेरी साली का नाम है.
जब उसने माही के पास जाकर खाना खाने के लिए कहा तो मैंने अपनी बीवी को मना कर दिया कि मैं बाहर से खा लूंगा.
मेरी बीवी ने कहा- मैंने माही को बोल दिया है. तुम्हें वहीं जाकर खाना खाना है, बाहर का खाना मत खाना. फिर वहीं से उसको साथ लेकर दिल्ली आ जाना.
वह चली गई.
मैं भी ऑफिस चला गया.
उस दिन मैं ड्यूटी से जल्दी घर आ गया और अच्छे से तैयार होकर माही के घर जाने लगा.
मैं घर से गाड़ी लेकर निकला ही था कि मेरी साली का फोन आ गया.
वह बोल रही थी- कितनी देर में आओगे जीजू!
मैंने कहा- मैं नहीं आऊंगा, तुम परेशान मत होना. मैं बाहर से खाना खा लूंगा.
मेरी साली ने बोला- ड्रामा नहीं करो जीजू. आप जल्दी से आ जाओ. मैंने खाना बना लिया है. मैं आपका ही इंतजार कर रही हूँ.
मेरी साली के दो बच्चे हैं.
एक लड़का और एक लड़की.
उसका हस्बैंड भी एक मल्टी नेशनल कंपनी में काम करता है.
मेरी साली एक नंबर का माल है और हमेशा बन सँवर कर रहती है क्योंकि उसका खुद का पार्लर है तो जाहिर सी बात है कि वह हमेशा बनकर हो रहेगी.
मेरी साली के फिगर की बात करूँ तो 34-30-36 का है.
मैं अपनी साली से हमेशा ही डबल मीनिंग में बात करता था कि साली आधी घर वाली होती है तो आधा हक़ तो मिलना ही चाहिए.
वह भी बोल देती थी- मौका मिले तो अपना हक़ ले लेना … मना किसने किया है!
मतलब वह भी फुल मजे लेकर बात करती थी.
उसके फोन के बाद उसके हस्बैंड की भी कॉल आई.
वह भी बोला- भाई जल्दी आओ, खाना खाकर मुझे नाइट ड्यूटी के लिए भी जाना है.
ये सुनते ही मानो मेरी तो लॉटरी लग गई.
रास्ते में जाते जाते मैंने कुछ फ्रूट और मिठाई खरीद ली और पहुँच गया.
उसके बाद हम दोनों ने साथ में खाना खाया और उसका पति अपनी ड्यूटी चला गया.
सर्दियों के दिन थे.
हम सब दो कम्बल में थे.
एक साइड में मैं, और दूसरी साइड में मेरी साली.
हम लोग टीवी देख रहे थे.
टीवी देखते देखते बच्चे सो गए.
मैंने जाने की बात की तो उसने कहा- यहीं रुक जाओ, कल यहीं से साथ में फंक्शन में चले चलेंगे.
तभी मैंने अपनी साली से पानी मांगा और इसी बहाने से उसे अपनी साइड बैठा लिया.
फिर मेरी साली और मैं एक कंबल में हो गए.
हम दोनों ऐसे ही बातें करते रहे.
धीरे धीरे मैं अपने पैर उसके पैरों के ऊपर डाल कर उसे गर्म करने लगा.
इससे पहले भी मैं अपनी साली के साथ थोड़ी बहुत मस्ती कर चुका था.
मेरी साली ने भी कुछ नहीं बोला.
अब मैंने धीरे से अपने हाथ से उसको सहलाना शुरू कर दिया और उसकी नाईटी के अन्दर हाथ डाल कर पैंटी के ऊपर से चूत को सहलाने लगा.
मेरी साली ने हाथ को पकड़ लिया पर हटाया नहीं.
वह मेरी तरफ देखने लगी.
मैंने उसी टाइम उसके होंठों पर छोटी सी चुम्मी कर दी.
तब भी उसने कुछ नहीं कहा.
तो मैंने साली से कहा कि आज तो आधी घर वाली वाला हक़ दे दो!
साली ने कहा- ले तो लिया … इससे ज्यादा तो पूरी घर वाली का हो जाएगा.
मैंने झट से बोल दिया- तो दे दो न आज!
इस बात पर वह हंसने लगी.
मैं फिर से उसके होंठों पर किस करने लगा.
इस बार साली ने भी साथ देना शुरू कर दिया. हमारा ये किस 2 मिनट तक चला.
मैं साली के बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा.
ऐसा करने से साली की आह निकल गयी.
साली ने धीरे से कहा- बच्चे जग जाएंगे!
उसकी इस बात से पता लगा कि साली आज चुदने के लिए तैयार है.
मैंने कहा- दूसरे कमरे में चलो.
साली ने कुछ देर सोचा, फिर बोली- तुम चलो, मैं आती हूँ.
मैं जल्दी से दूसरे कमरे में चला गया और साली का इंतजार करने लगा.
मेरे से इंतजार नहीं हो रहा था बस मन कर रहा था कि जल्दी से साली को चोद दूँ.
कुछ मिनट बाद साली भी आ गई.
उसके आते ही मैंने साली को कंबल के अन्दर ले लिया और अपनी गोद में बैठा लिया.
मेरी साली भी बड़े प्यार से मेरा साथ दे रही थी.
मैं उसको किस करने लगा.
वह भी मेरे गले में हाथ डाल कर मेरा पूरा साथ दे रही थी.
फिर मैंने उसकी नाइटी और ब्रा उतार दी.
मैं धीरे धीरे नीचे की तरफ जाने लगा और उसके दूध पीने लगा, एक को पी रहा था और दूसरे को हाथ से दबाने लगा.
साली की गर्म गर्म सिसकारियां निकलना शुरू हो गईं.
वह अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़ने लगी और हाथ अन्दर डाल कर टट्टे सहलाने लगी.
कुछ मिनट तक उसके दोनों दूध पीने के बाद मैं नीचे जाने लगा.
उसके पेट पर किस करते ही उसकी आह निकल गयी.
मैं और ज्यादा तड़फाने के लिए हॉट सेक्सी साली की चूत में उंगली करने लगा.
उसके हाथ मेरे सिर पर आ गए और वह मुझे नीचे की तरफ धकेलने लगी.
मैंने भी पैंटी को निकाल दिया और उसकी चूत पर अपनी जीभ रख दी.
चूत से पहले से ही पानी निकल रहा था और टेस्ट बिल्कुल नमकीन था.
साली कराह कर बोली- और ज्यादा मत तड़फा … चूस ले इसे … बहुत बैचनी हो रही है.
उसके ऐसा बोलते ही मैं चूत में अन्दर तक जीभ डाल कर चूसने लगा.
अब साली ने मुझे भी नंगा कर दिया और मेरे लंड को पकड़ लिया.
वह बोली- इस पर मेरी कब से नजर थी. जब भी तुम जिम करते हुए अपनी फोटो को व्हाट्सैप पर अपने स्टेटस में लगाते थे, तो तभी मन हो जाता था कि कब अन्दर लूँगी. मैंने तय कर लिया था जीजू कि एक ना एक दिन तो मैं इस लंड को लेकर ही रहूंगी.
उसकी कामना सुनकर मैं गनगना गया कि सिर्फ मैं ही इसे चोदना नहीं चाहता था, यह खुद भी मेरे लौड़े से खेलना चाहती थी.
मैंने झट से कहा- हां तो ले ले ना!
तभी मैंने अपना लंड उसके मुँह के आगे कर दिया.
मेरी साली बोली- दोनों एक साथ मजा लेंगे.
फिर हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए.
मैं नीचे और साली मेरे ऊपर आकर लंड को मुँह में लेने लगी.
मैंने जैसे ही चूत में जीभ डाली, साली ने झट से पूरी चूत को मेरे मुँह पर रख दिया.
वह लंड निकाल कर चूत रगड़ती हुई बोली- आह … पूरी चूत को खा जाओ!
मैंने अपने हाथ उसके सिर पर रख दिए और उसे लंड पर दबाने लगा.
वह बोली- पूरा नहीं आ रहा है.
कुछ मिनट बाद हम दोनों एक दूसरे के मुँह में झड़ गए.
मैंने पूछा- रबड़ी में मजा आया?
वह हंस कर बोली- बहुत ज्यादा!
वह अब मेरे ऊपर आकर मेरी बांहों में लेट गयी.
दो मिनट बाद ही हम दोनों फिर से किस करने लगे और गर्म हो गए.
साली को जैसे ही लंड का अहसास हुआ तो वह बोली- अब और मत तड़फाओ जीजा जी, चोद दो मुझे … बहुत दिन से इस लंड पर मेरी नजर थी. आज तो पूरी तरह से मेरी आग शांत कर दो … बुझा दो मेरी प्यास … फाड़ डालो मेरी चूत को!
मैंने साली को अपने नीचे ले लिया और तकिया गांड के नीचे लगा दिया.
अपने लंड को मैं चूत पर घुमाने लगा.
साली बोली- क्यों तड़फा रहे हो जीजा जी … पेलो न … मेरी चूत को फाड़ दो और बना लो मुझे अपनी. जब से पता लगा कि आज तुम खाने के लिए आ रहे हो, तो मैंने तभी से सोच लिया था कि आज किसी भी हाल में यह मौका हाथ से नहीं जाने दूंगी. मैंने चूत को भी अच्छे से चिकनी बना लिया था. एक बार तो पार्लर में ही उंगली कर ली थी, फिर भी तड़फ नहीं मिटी थी. अब जल्दी से अपना पूरा लंड डाल दो और मेरी आग शांत कर दो.
मैंने जैसे ही चूत पर रख कर एक धक्का दिया, तो मेरा आधा लंड अन्दर चला गया.
साली ‘आह्हा आह हहा’ करके सिसकारियां लेने लगी और बड़बड़ाने लगी- आह बना लो मुझे अपनी रंडी … चोद दो मुझे!
मैंने साली की चूत में फिर से एक और जोर का धक्का लगाया तो पूरा लंड चूत में चला गया.
इससे उसकी और जोर से चीख निकल गयी.
वह बोली- आअहा साले … फाड़ डाला मेरी चूत को … आह!
उसने मेरी कमर में अपने नाखून गड़ा दिए.
लेकिन उस टाइम मुझे उसके नाखूनों की चुभन महसूस ही नहीं हो रही थी.
मुझे तो बस उसकी चूत के अलावा और कुछ दिख ही नहीं रहा था.
कुछ मिनट तक ऐसे चोदने के बाद मेरी साली की चूत से पानी निकलने वाला हो गया था.
साली बोली- मेरा निकलने वाला है … आह और जोर जोर से चोदो … आह फाड़ डालो.
वह हांफने लगी और मुझे अकड़ कर पकड़ती हुई झरने लगी.
मैं अभी भी धाएं धाएं फायरिंग कर रहा था.
Xxx साली की चूत में रसधार भर गई थी तो पूरे कमरे में फच फच की आवाज आने लगी.
कुछ देर बाद मैंने लंड चूत से खींचा और साली से घोड़ी बनने को कहा.
वह बनने के लिए उठी तो मैंने कहा- पहले एक बार लंड को चूस दे!
साली बोली- जीजू, अभी मुझे कुछ नहीं दिख रहा है … पहले मेरी प्यास बुझा दो, फिर चाहे मेरी गांड ही क्यों न फाड़ देना.
मैंने भी जोर नहीं दिया और उसे घोड़ी बना कर एक बार में ही पूरा लंड डाल दिया.
माही ने सोचा भी नहीं था कि मैं एक बार में ही पूरा लवड़ा अन्दर पेल दूंगा.
जब झटके से लंड घुसा, तो साली की चीख निकल गयी.
मैंने जल्दी से उसके मुँह पर हाथ लगाया.
वह खुद भी अपनी आवाज को दबाती हुई बोली- साले जीजू …आराम से चोद … मैं पूरी रात तेरे साथ ही हूँ.
मैं ऐसे ही चोदने लगा.
कुछ मिनट में ही माही वापस चरम पर आ गई और बोली- मेरा होने वाला है … मुझे अपने नीचे ले लो … मुझे पूरा पानी अपनी चूत में लेना है … एक भी बूंद बाहर नहीं निकलनी चाहिए.
मैंने झट से माही को अपने नीचे ले लिया और ताबड़तोड़ चोदने लगा.
पूरे कमरे में फच फच और पट पट की आवाज आ रही थी.
माही उत्तेजना में बोल रही थी- जीजा जी और तेज चोदो … बस मेरा निकलने वाला है … आहह्ह आह्ह्हा … और तेज तेज चोदो.
ऐसे बोलते बोलते ही उसने पानी छोड़ दिया और मुझे जोर से अपनी बांहों में जोर से जकड़ कर बोलने लगी- आह थैंक्यू जीजा जी, आह मजा दे दिया तुमने तो! आह!
ऐसे ही धकापेल चुदाई के बाद मैंने भी बोला- माही अब मेरा होने वाला है.
हॉट सेक्सी साली बोली- हां जीजा जी अन्दर ही रस डालना … मुझे पूरा अहसास करना है … तुम्हारा लंड मेरी बच्चेदानी तक ठोकर मार रहा है.
ऐसे ही 10-15 धक्के के बाद मैंने भी माही की चूत में अपना पानी छोड़ दिया और उसके ऊपर ही लेट गया.
हम दोनों एक दूसरे की बांहों में लेटे रहे और अपनी सांसें नियंत्रित करते रहे.
मेरी साली बोली- जीजू, मजा आ गया.
वह मुझे किस करने लगी और मेरी बांहों में लिपट कर लेट गयी.
मैं कुछ पल बाद माही की गांड में उंगली करने लगा और बोला- अब इसका उद्घाटन करें?
साली बोली- इसको मैं आपको स्पेशल दिन पर दूंगी, आज तो सिर्फ चूत ही मिलेगी.
उसके बाद हमने एक बार और चुदाई की और सोने के लिए वापस उसी कमरे में आकर बच्चों के साथ लेट गए.
एक साइड माही और दूसरी साइड में लेट कर सो गए.
अब मुझे माही की गांड के सपने आने लगे थे.
देखो अब वह दिन कब आएगा, जब मुझे उसकी गांड फाड़ चुदाई करने को मिलेगी.