मैं और मेरा साला एक ही शहर मडगांव, गोवा में रहते हैं.
एक दिन मेरी बीवी ने मेरे साले की बीवी को एक सरप्राइज गिफ्ट देने को भेजा.
बीवी बोली कि ऑफिस जाते जाते दे आना.
मेरा साला ऑफिस के कुछ काम की वजह मुंबई गया था … और मैं उसके घर आऊंगा, ये उसकी बीवी अंजलि को नहीं मालूम था.
अंजलि पर मेरी नज़र बहुत दिनों से थी.
वह मुझे लाइन भी देती थी.
अंजलि बहुत ही सुंदर और कामुक औरत है, एकदम दूध सी गोरी है.
उसकी फ़िगर भी बहुत ही ज्यादा मस्त है.
अंजलि के नितंब एकदम गोल और बूब्स बड़े बड़े हैं.
कोई भी उसे देखेगा तो उसके बूब्स और नितंब देख कर आकर्षित हो जाएगा.
हम दोनों जब भी मिलते थे तो मैं उसके बूब्स को ही देखा करता था और वह भी अपने दूध उठा कर मुझे स्माइल देती थी.
मेरी बीवी का दिया हुआ गिफ्ट देने के लिए मैं अंजलि के घर पहुँचा तो दरवाजा खुला ही था.
मैं अन्दर गया और अन्दर का नजारा देख कर दंग रह गया.
हॉल में साड़ी और पेटीकोट बेगैरत से पड़े हुए थे.
मैं बेडरूम की तरफ़ बढ़ा तो ब्लाउज और ब्रा बेडरूम के दरवाज़े पर थे.
अन्दर से ‘आह … आह’ की आवाज़ आ रही थी.
मैंने अन्दर देखा तो मेरे होश उड़ गए.
अंजलि और उसका छोटा भाई 69 की पोजीशन में थे. अंजलि उसका लंड चूस रही थी तो उसका भाई अंजलि की चूत चाट रहा था.
वे दोनों अपनी मस्ती में डूबे हुए थे.
मैंने फ़ोन से शूटिंग चालू कर दी.
अंजलि के छोटे भाई की अभी बारहवीं की परीक्षा खत्म हुई थीं.
उसका नाम आरव है.
आरव उठा और उसने अंजलि की टांगें फ़ैला दीं.
फिर उसकी चूत पर लंड लगाया और चोदने लगा.
वह ज्यादा देर तक नहीं टिक पाया, बस दो तीन मिनट में ही झड़ गया.
अंजलि बहुत नाराज़ हो गयी.
आरव अपने कपड़े पहनने लगा और उसी वक्त मैंने अन्दर एंट्री मारी.
मैं जोर से चिल्लाया- ये सब क्या चल रहा है? तुम दोनों सगे भाई बहन होकर ये सब करते हो … शर्म नहीं आती?
आरव मेरे पैरों में गिरा और गिड़गिड़ाने लगा.
अंजलि बोली- जीजू, मैं आपको समझाती हूँ.
मैं बोला- क्या समझाओगी? मैंने यह रिकॉर्डिंग की है. इसे तुम्हारे पति, माँ-बाप सबको दिखाऊंगा. मालूम है इसका नतीजा?
यह कहने से वह और ज्यादा डर गयी.
वह झट से उठी और वैसे ही नंगी मेरे पैरों में आकर गिर गयी.
अंजलि गिड़गिड़ाने लगी- प्लीज किसी को मत बताना … वीडियो भी किसी को मत दिखाना … इसे डिलीट कर दो.
अब मेरे सामने अंजलि थी जिसको मैं चोदने के सपने देखता आ रहा था.
अंजलि मेरे सामने नंगी मेरे पैरों में पड़ी थी, मुझे उसकी नंगी पीठ दिखाई दे रही थी.
मैंने उसके कंधों को पकड़ा और उठाया.
वह रोने का नाटक कर रही थी.
मेरे सामने उसके बड़े बड़े बूब्स नंगे थे.
मैंने अंजलि के गालों पर से बड़े प्यार से हाथ घुमाया.
अंजलि समझ गई कि अब उसकी चूत में मेरा लंड जाएगा.
वह आरव से बोली- तू बाहर जा और व्हिस्की के दो लार्ज पैग बनाकर रख!
आरव भी समझ गया था कि अब क्या होगा.
वह झट से बाहर गया.
उसके जाते ही हम दोनों एक दूसरे पर टूट पड़े.
अंजलि और मैं एक दूसरे को पागलों की तरह चूमने लगे.
मैं अंजलि के होंठों का रस पीने लगा और उसके बूब्स दबाने लगा.
हम दोनों खड़े खड़े ही रोमांस कर रहे थे.
मैं उसकी गर्दन पर और मम्मों पर चूमने लगा.
अब मैं बेड पर बैठ गया.
अंजलि मेरी शर्ट के बटन खोलती हुई बोली- इतनी लाईन मारते हो, मैं तो तुमसे ऐसे ही पट जाती. हमेशा मेरे बूब्स और बट्स को घूरते हो … चलो आज अपना पूरा जोश दिखाओ.
मेरी सलहज मेरी जांघों पर बैठ गयी.
मैं उसका एक उरोज चूसने लगा और दूसरा दबाने लगा.
सच में अंजलि के बूब्स चूसने और दबाने में बहुत ही ज्यादा मज़ा आ रहा था.
अंजलि अपनी चूत मेरे लंड पर दबा रही थी और गांड को जोर जोर झटका देती हुई मेरे लंड पर चूत रगड़ रही थी.
वह बोली- आपका लंड बहुत मज़ेदार और बड़ा है … और आपका स्टैमिना भी बहुत अच्छा है.
मैंने कहा- तुझे कैसे मालूम?
तो वह बोली- मैं और आपकी बीवी सब बातें शेयर करते हैं, इसलिए मुझे सब मालूम है और मैं खुद बहुत दिनों से आपके लंड की प्यासी हूँ.
मैं बोला- अब ये लंड तुम्हारा भी है.
अंजलि ने मेरी पैंट और अंडरवियर उतार दी और मेरे लंड को चूसने लगी.
वह बड़े ही प्यार से मेरे लंड को चूसने और चाटने लगी थी.
अंजलि पहले से ही नंगी थी.
कुछ ही मिनट तक मेरे लंड को चाटने के बाद आरव की आवाज आई- दीदी, मैं दो पैग और कुछ स्नैक्स लेकर आया हूँ!
अंजलि बोली- पैग और बोतल नमकीन सब रख दे और जा बाहर घूम आ!
आरव सब सामान और बोतल रख कर चला गया.
मैंने ऑफिस फ़ोन करके छुट्टी डाल दी.
अब अंजलि ने दोनों पैग उठाये और बोली- टॉप टू बॉटम मारेंगे.
हम दोनों ने टॉप टू बॉटम पैग मारे और अंजलि वापस मेरी जांघों पर बैठ गई.
अंजलि लंड को चूत से रगड़ कर बोली- इतना बड़ा बबलू आज पहली बार देख रही हूँ.
वह फिर से नीचे बैठ कर मेरा बबलू चूसने लगी.
कभी वह मेरा बबलू चाटती तो कभी बबलू का सुपारा चूसने लगती, तो कभी टट्टे चूसने लगती.
अंजलि मेरे लंड को ऐसा चूसने लगी थी, जैसे वह केला खा रही हो.
वह बहुत देर तक सुपारे पर अपनी जीभ चलाती हुई लिकलिक करके लंड चाटती रही.
काफी देर तक लंड चुसवा कर मैं झड़ गया.
अंजलि मेरा सारा वीर्य पी गई और उसने फिर से लंड को चूस चूस कर साफ़ कर दिया.
मेरे लंड का वीर्य उसके चेहरे पर भी लग गया था.
उस वजह से अंजलि बाथरूम गई और मुँह धोने लगी.
अन्दर उसने बाथटब में पानी भरने के लिए नल चालू कर दिया.
तब तक मैंने दो पैग और भर दिए.
मेरा लंड अभी भी खड़ा था.
अंजलि बाहर आयी और बोली- इस महाबली की मैंने इतनी सेवा की, फिर भी शांत नहीं हुआ यह?
मैं बोला- तेरे जैसा कांटा माल मिला है, तो शांत कैसे होगा?
अंजलि हंस पड़ी.
हमने अबकी बार दोनों पैग आराम आराम से मारना शुरू किए.
अंजलि ने सिगरेट सुलगा कर मेरे होंठों में फंसा दी और वह खुद घुटनों के बाल नीचे बैठ कर पैग के साथ साथ लंड को वापस चूसने लगी.
फिर मेरे हाथ से सिगरेट लेकर दो कश लगाती और लंड पर धुआँ छोड़ कर वापस चूसने लगती.
कुछ देर बाद लंड टनटन करने लगा था.
तो मैंने उसे ऊपर खींच लिया.
अब हम दोनों एक दूसरे के बाजू में बैठ कर पैग पीने लगे.
अंजलि मेरा लंड हिलाते हुए दारू पी रही थी.
उसने तभी वीडियो क्लिप डिलीट करने की रिक्वेस्ट की.
मैंने अंजलि के सामने क्लिप तुरंत डिलीट कर दी.
अब अंजलि की जान में जान आयी और उसने पूरा पैग एक झटके में खत्म कर दिया.
फिर वह खुश होकर वापस बबलू को चूसने लगी.
थोड़ी देर में बाथटब भर गया था.
अंजलि बोली- चलो तुम्हारी और सेवा करती हूँ.
हम दोनों बाथटब में आ गए.
बाथटब के ऊपर ही शॉवर था.
उसने शावर चालू कर दिया.
हम दोनों वापस शॉवर के नीचे रोमांस करने लगे.
वह मेरी छाती को चूमने लगी.
फिर उसने मेरे पूरे शरीर पर साबुन लगा दिया; जैसे किसी छोटे बच्चे को नहला रही हो.
वह अपना पूरा शरीर मेरे शरीर से घिसने लगी, अपने बूब्स मेरे पूरे शरीर पर घुमाने लगी और लंड को अपने बूब्स के बीच में डाल कर चोदने लगी.
अब अंजलि ने मुझे बाथटब में अपने नीचे बिठाया और मेरे लंड के ऊपर चूत का निशाना लगा कर लंड को चूत में घुसेड़ने लगी.
मेरा लंड थोड़ा सा ही अन्दर गया कि अंजलि ऊपर नीचे कमर करने लगी और धीरे धीरे लंड को अन्दर लेने लगी.
थोड़ी देर बाद पूरा लंड अन्दर घुस गया.
अंजलि बड़े जोश में मेरा लंड ले रही थी.
वह अपनी कमर को आगे पीछे करके लंड अन्दर ले रही थी.
इतना जोश मैंने अपनी बीवी में भी कभी नहीं देखा था.
उसकी स्पीड बढ़ती जा रही थी.
‘आह आह आह’ करके उसकी आवाज़ पूरे बाथरूम में गूंज रही थी.
लगभग दस मिनट बाद अंजलि अपनी चूत के झड़ने वाले सुख पर पहुँच गई.
‘आह आह आह’ करके मजे लेती हुई अंजलि झड़ गई.
अब अंजलि मेरी बांहों में गिर पड़ी.
शायद बहुत दिनों बाद उसकी प्यास बुझी थी.
कुछ देर तक उसके दूध चूसने के बाद मैंने वापस से गांड उठा कर उसकी चूत में ठुमके लगाने शुरू किए.
तो वह वापस जोश में आने लगी.
कुछ ही देर बाद वह लंड से उठ कर बाथटब के किनारे का सहारा लेकर घोड़ी बन गई और मैंने उसकी पीठ पर चढ़ कर लंड चूत में ठांस दिया और धकापेल करने लगा.
मेरे दोनों हाथ उसके दूध पकड़ कर मसल रहे थे और लंड चूत में खलबली मचा रहा था.
वह गांड हिला हिला कर चूत में लंड ले रही थी और बराबरी से लंड से टक्कर ले रही थी.
मैं उसकी कमर पकड़ कर उसे चोद रहा था तो मुझे उसकी गांड का छेद दिखाई दिया.
मैंने अपने एक हाथ की उंगली को उसकी गांड में पेल दिया.
वह आह आह करके डबल मजा लेने लगी.
मैंने कहा- पीछे से भी लेती है क्या?
वह हंस दी.
मैंने लंड चूत से निकाला और गांड के छेद में पेल दिया.
वह आह आह करने लगी और बोली- साले … कुछ चिकनी तो कर लेता!
मैंने देखा कि उधर शॉवर जैल रखा था, उसे उठा कर मैंने उसकी गांड के छेद में लंड के बगल से टपकाना चालू कर दिया.
अब जैल की साबुन का फैन भी बन गया था और गांड में चिकनाई भी आ गई थी.
वह एक हाथ से अपनी चूत सहलाती हुई गांड मरवाने लगी थी और मैं उसकी कमर पकड़ कर ताबड़तोड़ गांड बजा रहा था.
कुछ ही देर में मेरे लंड से माल निकल कर उसकी गांड में बह गया और वह भी अपनी चूत मसलती हुई झड़ गई.
सिस्टर इन लॉ में सच में बड़ा मजा आ रहा था.
हम दोनों ने बाथरूम से बाहर आकर एक एक पैग और खींचा.
तब उसने बताया- मैंने ही तुम्हारी बीवी से तुमको एक दिन के लिए मांगा था और आज का उसने वायदा भी किया था कि वह मुझे तुम्हारे लंड से मिलवा देगी. बस तुमको सैट करने का काम मेरा था.
मैंने कहा- तो अपने भाई को क्यों चढ़वाए थी?
वह बोली- यह तो मेरी हमेशा लेता रहता है … बस तुम्हारे सामने एक सीन क्रिएट करना था, जिससे तुम मुझे हड़का कर अपने नीचे ले लो!
मैं समझ गया और मुझे खुशी इस बात की थी कि अब मेरी बीवी को भी यह मालूम था कि मैं अपनी सलहज को चोदना चाहता था.
हम दोनों ने फिर से गर्म होकर एक बार और बेडरूम में चुदाई की.
अब मैं और अंजलि अक्सर मिलते हैं और खूब चुदाई करते हैं.
मेरी बीवी भी यह सब जानती है.