Thursday, November 21, 2024
Hindi Midnight Stories

सौतेली मां की वासना और चुदायी

हॉट स्टेप मॅाम फक स्टोरी में मेरी मॅाम बारिश वाली रात आकर मेरे बिस्तर में घुस गयी तो मेरा लंड खड़ा हो गया. मॅाम भी सेक्स की दीवानी थी तो उन्होंने मेरा लंड कैसे लिया?

दोस्तो, मैं मनु अपनी सौतेली मॉम की चुदाई की कहानी में आपका एक बार पुनः स्वागत करता हूँ.
कहानी के पहले भाग
मेरी सौतेली मां मेरे बिस्तर में
में अब तक आपने पढ़ा था कि मैं अपनी मॉम को चोदने के लिए गर्म कर रहा था.

अब आगे हॉट स्टेप मॅाम फक स्टोरी:

मैं भी अपना एक हाथ मॉम की जांघों पर रखकर फेरने लगा और दूसरे हाथ से उनके मम्मों को दबाने लगा.
अब मैं अपने नीचे वाले हाथ से उनकी चूत टटोलने लगा.

मॉम ने कहा- रुको मेरे राजा बेटे, मैं पेटीकोट निकाल देती हूँ.

उन्होंने अपना पेटीकोट निकाल दिया … मॉम ने काले रंग की पैंटी पहनी हुई थी जिसमें वे और भी सेक्सी लग रही थीं.

मैं मॉम की पैंटी के ऊपर से हाथ फेरने लगा.
तो मॉम ने कहा- बेटा, इतना मत तड़पा, अभी जल्दी से एक बार मेरा काम उठा दे … फिर कभी तड़पा लेना … अभी जल्दी से अपना लौड़ा मेरी चूत में डाल दे.
मैं कुछ नहीं बोला, उनकी चूत पर हाथ फेरता रहा.

फिर मॅाम ने कहा- अब से मैं सिर्फ तेरी ही हूँ, जब चाहे ठोक लेना बेटा!
मैंने कहा- मॉम मेरी टेंशन ना लो, मेरे पास बहुत छेद हैं. आज पूरी रात हमारी ही है, मैं आपकी सही से चुदाई करूंगा.

अब मैंने उनकी ब्रा पैंटी निकाल दी और अपने भी सारे कपड़े निकाल दिए.
मेरी मॉम मेरे सामने बिल्कुल नंगी थीं.

मैंने उनकी दोनों टांगें अलग करके जोड़ को देखा तो देखता ही रह गया.
क्या चूत थी … बिल्कुल साफ की हुई; उस पर एक भी बाल नहीं था.

मैंने सिर नीचे करके देखा तो उनकी चूत बिल्कुल गुलाबी थी.

मॉम ने वासना से कहा- देख ले मेरे राजा बेटे, तू इसके जैसी एक दूसरी चूत से बाहर निकला था, आराम से देख ले बेटा … उंगली करके देख न!

मैंने उनकी गुलाबी चूत में अपनी एक उंगली डाल दी और अन्दर बाहर करने लगा.
मैं उनके होंठों को किस करने लगा और होंठ से मन भर जाता तो उनके बूब्स को पीने लगता.

इससे मेरी मॉम और गर्म होने लगीं और ‘आह … आह … सीसीई …’ की आवाजें निकालने लगीं.

मैंने अपनी दो उंगलियां उनकी चूत में डाल दीं और जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा.

बीच बीच में मैं उनके भूरे निप्पल को काट भी लेता था.
जिससे मॉम सिसक उठतीं और मुझसे हटने की बोलने लगतीं.

लेकिन मैंने उनकी एक ना सुनी और अपने काम में लगा रहा.

अब मैंने अपनी तीसरी उंगली भी अन्दर डाल दी और जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा.

फिर मैंने उंगली बाहर निकाल कर मॉम के मुँह में दे दी जो पूरी तरह से चूत के रस से गीली हो चुकी थी.

इसके बाद मैं नीचे गया और उनकी गुलाबी चूत को किस करके कहा- वाह मेरी रंडी … क्या चूत है तेरी! इसे तो चाटे बिना मजा ही नहीं आएगा.
यह कह कर मैंने अपनी जीभ चूत में डाल दी और चूत चाटने लगा.

वे और ज्यादा गर्म होने लगीं और सेक्सी आवाजें निकालने लगीं- आह … आह … आह … मेरे राजा बेटे पी जा अपनी मॉम की चूत को … आह … हां बेटे पियो और जोर से … बहुत मजा आ रहा है!

ऐसा करते करते उन्होंने एक लंबी सांस ली और अपना सारा शरीर कड़क कर लिया.
अगले ही पल मॉम की चूत ने नमकीन पानी छोड़ दिया, जिसे मैंने पीकर उनकी चूत को साफ कर दिया.

मॉम झड़ गई थीं लेकिन अभी मेरा नहीं हुआ था.
इसलिए मैंने कहा- चल रंडी, अब तेरी बारी है … चूस मेरा लौड़ा और निकाल दे इसका भी पानी!

वे मना करने लगीं और बोलीं- नहीं, मुझे मुँह में लेना अच्छा नहीं लगता!

लेकिन मैं कहां मानने वाला था … जैसे तैसे करके मैंने उनको राजी कर लिया.

मेरा लौड़ा हाथ में लेकर मॉम ने कहा- बेटे तेरा लौड़ा तो बहुत बड़ा है, मेरे मुँह में नहीं जाएगा!
मैंने उनका एक दूध मसलते हुए कहा- एक बार ट्राई तो करो!

वे हाथ से लंड हिलाकर मुँह में लेने लगीं.
लेकिन वे सिर्फ आगे वाला ही हिस्सा ही अपने मुँह में ले रही थीं.

इसलिए मैंने उनका सर पकड़कर अन्दर लंड डाल दिया.

थोड़े टाइम बाद खुद ब खुद लौड़ा अच्छी तरह से अन्दर बाहर करने लगीं.

कुछ देर तक लंड चूसने की बाद मेरा निकलने वाला हुआ तो मैंने मॉम से कहा- मेरा होने वाला है!
उन्होंने कहा- निकल जाने दे मेरे राजा बेटा … मुझे तेरा रस पीना है!

मैंने हंस कर कहा- कहां लंड चूसने से मना कर रही थीं और कहाँ अब वीर्य पीने को राजी हो गई हो?

मॉम लंड को जीभ से चाटती हुई बोलीं- तेरा लंड मस्त है और स्वादिष्ट है. अब तू देर न कर … जल्दी से मुझे रबड़ी चटा दे.

मैंने भी धकापेल मचा दी और 8-10 झटकों के बाद मेरा माल निकल गया.
मेरी रंडी मॉम मेरा पूरा रस पी गईं.
उन्होंने लंड को चाट कर साफ भी कर दिया.

थोड़ी देर तक मैं यूं ही उनके ऊपर वैसे ही पड़ा रहा.

हम फिर से एक दूसरे को गर्म करने लग गए.
मैं मॉम के होंठों को किस कर रहा था और अपने हाथों से उनके बड़े बड़े मम्मे दबा रहा था.

मॉम मेरे लंड को पकड़कर हिला रही थीं और बोल रही थीं- मेरे राजा बेटे, तेरा लौड़ा तो बहुत अच्छा है … काश ये मुझे पहले मिला होता. आज के बाद तुझे कभी हिलाने नहीं दूंगी. जब भी तेरा मन हुआ करे, मुझको चोद लेना. तू मेरी प्यास बुझा देना, मैं तेरी बुझा दूँगी.

मैंने कहा- मॉम, घर में दीदी रहती हैं, उनके सामने कैसे करूंगा?
तो मॉम ने कहा- तू टेंशन ना ले मेरे चांद … मैं उसको भी पटा लूंगी. तुझे उसकी चूत भी दिला दूँगी, पर अभी पहले मुझे शांत कर दे मेरे बेटे!

इतना सुनते ही मैंने मॉम को नीचे लेटाया और उनकी चूत पर अपना लौड़ा रगड़ने लगा.

मॉम के मुँह से गर्म गर्म सिसकारियां निकलने लगीं.
वे कहने लगीं- बेटे बस बेटे इतना मत तड़पा … अब जल्दी से चोद भी दे अपनी मॉम को … और बन जा मादरचोद.

इतना सुनते ही मैंने अपना लौड़ा उनकी चूत में पेल दिया.
अभी मेरे लौड़े का सुपारा ही अन्दर गया था कि मॉम तेज स्वर में सिसकारियां भरने लगीं- आह आह आह … सीई ई … आह आह ओह बहुत मोटा है तेरा … बापरे … लंड है या आफत … बेटे आराम से डाल … तेरा बहुत मोटा है!

मैं रुक कर उनके बूब्स दबाने लगा और होंठों को चूसने लगा.
फिर वह जैसे ही सामान्य हुईं, मैंने एक झटका और दे मारा.
इस बार मेरा पूरा लौड़ा उनकी चूत में समा गया.

मॉम जोर जोर से मादक सिसकारियां लेने लगीं- आह आह ओह … सीई … निकाल मादरचोद बाहर … मार डाला … जल्दी बाहर निकाल … मैं मर जाऊंगी!
लेकिन मैंने उनकी एक ना सुनी और उनके होंठों को किस करते हुए उनकी तेज गति से चुदाई करने लगा.

मेरी मॉम की आंखों से आंसू निकल रहे थे लेकिन मुझे उसकी कोई परवाह नहीं थी.
मैं लगा रहा और उनके बूब्स दबाने लगा.

धीरे धीरे मॉम को भी मजा आने लगा.
वे भी अपनी गांड उठाकर चुदाने लगीं और गंदी गंदी गालियां देने लगीं- चोद भोसड़ी के … आह और तेज और तेज आह आह … मेरे राजा बेटे फाड़ दे अपनी मॉम की चूत को … दिखा दे कितना दम है तेरे अन्दर आह आह आह … चोद मादरचोद हरामी के जने!

मॉम और जोर जोर से मादक सिसकारियां भरने लगी थीं.
उनके मुँह से यह सब सुनकर मैं भी जोश में आ गया और जोर जोर ठोकने लगा- ले मेरी रंडी मॉम … तूने आज तक डैडी से चुदवाया है … आज मैं भी तो देखूं कितना चुद सकती है … ये ले मेरी रंडी और ले!

मैं जोर जोर से पूरे जोश में उनको चोदने लगा.
कमरे में सिर्फ मॉम की मादक सिसकारियां की आवाज आ रही थी … और पूरे कमरे में पच पच की आवाज गूंज रही थी.

कुछ ही देर में मेरा लौड़ा मॉम की चूत में आसानी से अन्दर बाहर होने लगा.

वे बोलीं- हरामी साले … चूत चोदने क्या दे दी … बहन के लौड़े ने तो धकापेल मचा दी … थोड़ी आराम से चोद ले साले मादरचोद … मैं कोई बाजारू रंडी नहीं हूं … तेरी मॉम हूं!
मैंने कहा- रोज तो डैडी से चुदवाती थी, तब तो इतना नहीं चिल्लाती थी … मेरे लंड में क्या कांटे लगे हैं साली रंडी.

मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और सटासट सटासट लंड अन्दर बाहर करने लगा.

अब मॉम भी अपनी कमर उठा उठा कर चुदाई में भरपूर साथ देने लगी थीं.

मैंने मॉम को इशारा किया- चल अब कुतिया बन जा.
वे झट से कुतिया बन गईं और मुझे अपने ऊपर चढ़वा कर लंड को चूत में ले लिया.

चूत में लंड सैट होते ही मैंने झटका मारा और मॉम की ‘ऊईई ऊईई …’ की आवाज के साथ लंड अन्दर घुसता चला गया.

मैं अपनी कुतिया बनी मॉम की सवारी करने लगा और उसे सड़क छाप कुतिया के जैसे चोदने लगा.
वे भी अपनी रफ़्तार से गांड आगे पीछे करके पूरी मस्ती में आकर साथ देने लगी थीं.

हमारी ताबड़तोड़ चुदाई के बीच में मॉम की चूत ने रस की धारा छोड़ दी.
अब लंड और आसानी से अन्दर बाहर आने जाने लगा.

मेरी जांघें मॉम के चूतड़ों से टकरा कर ‘थप थप …’ का मधुर संगीत बिखेरने लगीं.
चूत में से फच्च फच्च की आवाज आने लगी.

मैंने लंड चूत से निकाला और मॉम को चुसाने लगा.
मॉम एक पोर्नस्टार की तरह मजे से लंड को चूस रही थीं.

फिर मैंने मॉम को लिटाकर उनकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया और लंड चूत में घुसा कर उन्हें दबादब चोदने लगा.

मॉम चिल्लाने लगीं- आंह चोद मुझे … और फास्ट चोद बेटे … आह और तेज पेल!
मैं भी अपनी पूरी रफ्तार से मॉम को चोदने लगा.

मॉम की बड़ी बड़ी चूचियों को हिलता देख कर मैं एक दूध को चूसने लगा और काटने लगा.
वे उत्तेजना से कमर को ऊपर उठा दे रही थीं और मेरे लौड़े की मार खाकर फिर से नीचे हो जातीं.

मैं भ ऐसे ही मस्ती से हॉट स्टेप मॅाम फक का मजा लेता रहा.

अब मेरा लंड सीधा बच्चेदानी में टकराने लगा और मॉम की सिसकारियां मधुर संगीत बन कर निकलने लगीं.

करीब 30 मिनट की चुदायी के बाद मेरा रस निकलने वाला हुआ, तो मॉम ने कहा- बेटे अपना रस मेरी चूत के अन्दर ही डाल दे!
मैं बिंदास धक्के मारने लगा.

कोई 15 20 झटकों के बाद मैं उनकी चूत में ही निकल गया और उन्हीं के ऊपर लेट गया.

30 मिनट बाद हम दोनों फिर से गर्म हो गए और चुदायी करने लगे.

हम दोनों ने सुबह 4 बजे तक चुदायी की और थक कर सो गए.

उसके बाद तो जब भी मौका मिलता, मैं मॉम को चोद देता हूँ.
अब मुझे लवड़ा हिलाने की कोई जरूरत नहीं थी क्योंकि घर में ही चूत चोदने को मिल रही थी.

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